Toyota Corolla Flex Fuel: देखिए टोयोटा कोरोला फ्लेक्स फ्यूल हाइब्रिड की पहली झलक, घटेगी लागत, कम होगा उत्सर्जन
इथेनॉल के अधिक मिश्रण के साथ, भारत का तेल बिल कम हो जाएगा और रेगुलर पेट्रोल/इथेनॉल मिश्रण के साथ, यह एक हाइब्रिड पावरट्रेन भी होगा, जिसमें टोयोटा फ्लेक्स फ्यूल इनोवा हाइक्रॉस भी ला सकती है.
Flex Fuel Car: भारत, फ्लेक्स फ्यूल पर बड़ा दांव लगा रहा है और देश को 2025 तक 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रित फ्यूल हासिल करने की उम्मीद है. हालांकि यह तकनीक सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि कुछ कई बाजारों में भी लोकप्रिय है और इसके बहुत सारे फायदे भी हैं. आज हम यहां जिसकी बात कर रहे हैं, वह कोरोला फ्लेक्स फ्यूल का प्रोटोटाइप है, जिसमें यह दिखाया गया है कि हाइब्रिड पावरट्रेन को फ्लेक्स फ्यूल के साथ कैसे मिलाया जा सकता है. कुछ समय पहले देखी गई इनोवा हाईक्रॉस फ्लेक्स फ्यूल कार की तरह यह भी एक प्रोटोटाइप है, जिसमें लगा इसका 1.8 लीटर पेट्रोल इंजन, इथेनॉल मिश्रित फ्यूल के साथ चल सकता है.
घटेगी लागत, कम होगा उत्सर्जन
यह कार काफी हाई क्वालिटी के शुद्ध इथेनॉल पर भी चल सकती है, जिससे लागत, उत्सर्जन और अन्य कई कारकों में कमी आती है. लेकिन फिलहाल भारत हाइब्रिड पावरट्रेन के साथ इसकी गिनती को 20 प्रतिशत तक बढ़ाना चाहता है, जिसमें इलेक्ट्रिक, पेट्रोल और इथेनॉल शामिल हैं. इथेनॉल के हाई क्वालिटी के साथ ऐसी अनुकूलता प्राप्त करने के लिए, इस प्रोटोटाइप को बड़े पैमाने पर अपग्रेड भी करना पड़ा और कई पार्ट्स को बदलना या जोड़ना पड़ा. हालांकि टोयोटा का यह भी कहना है कि इससे परफॉर्मेंस में भी कोई बदलाव नहीं आया है, जबकि कम लागत वाला यह ईंधन साफ-सुथरा होने के साथ-साथ कम उत्सर्जन भी करता है.
कैसी है कोरोला फ्लेक्स फ्यूल
इथेनॉल के अधिक मिश्रण के साथ, भारत का तेल बिल कम हो जाएगा और रेगुलर पेट्रोल/इथेनॉल मिश्रण के साथ, यह एक हाइब्रिड पावरट्रेन भी होगा, जिसमें टोयोटा फ्लेक्स फ्यूल इनोवा हाइक्रॉस भी ला सकती है. जहां तक कार की बात है, कोरोला अपने नए वर्जन में बड़ी टचस्क्रीन और साफ-सुथरे इंटीरियर के साथ अधिक शार्प दिखती है, जबकि इसमें इस्तेमाल किए गए मैटेरियल की क्वालिटी भी बहुत अच्छी है.
इसमें मौजूद स्पेस और कंफर्ट भी काफी अच्छा है. हालांकि इस सेगमेंट की सेडान बाजार में बहुत कम हो गई हैं, लेकिन फिर भी कोरोला ब्रांड नाम काफी मजबूत बना हुआ है. टोयोटा की कोरोला को वापस लाने या फ्लेक्स फ्यूल एडिशन को बाजार में लाने की कोई योजना नहीं है. यह स्पेशल यूनिट एक टेक्नोलॉजी शोकेस है और 2025 तक इसी तर्ज पर हाई क्वालिटी इथेनॉल मिश्रण फ्लेक्स फ्यूल कारों के उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है.