100% बायोएथनॉल पर चलने वाली Toyota Fortuner का हुआ ग्लोबल डेब्यू, पेट्रोल-डीजल का झंझट खत्म
टोयोटा पायलट प्रोजेक्ट के तहत ही अपनी अपनी मिराई कार को हाइड्रोजन पावर के साथ पेश कर चुकी है, जिससे भारत सरकार में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पार्लियामेंट तक की सवारी भी कर चुके हैं.
Toyota Fortuner Flex Fuel Car: जापानी ऑटोमोबाइल कंपनी टोयोटा ने इंडोनेशिया ऑटो शो 2023 में अपनी पॉपुलर टोयोटा फॉर्च्यूनर को फ्लेक्स फ्यूल के साथ पेश कर दिया. इसे एसयूवी के 2.7 लीटर नेचुरली एस्पिरेटेड फोर सिलिंडर पेट्रोल इंजन के साथ ही पेश किया है.
फ्लेक्स फ्यूल के लिए इंजन को कुछ बदलाव से गुजरना पड़ा, जोकि इसके फ्यूल सिस्टम और ईसीयू में प्रोग्रामिंग के जरिये किये गए. ताकि इसे 100 प्रतिशत बायोएथनॉल (E-100) पर चलाया जा सके. अगर फ्लेक्स फ्यूल पर इसकी परफॉर्मेंस की बात करें, तो इसके पेट्रोल वर्जन के मुकाबले थोड़ा कम है. फ्लेक्स फ्यूल पर इंजन 163 hp की मैक्सिमम पावर और 243 Nm का पीक टॉर्क जेनरेट करता है, जबकि पेट्रोल पर 166 hp की पावर और 245 Nm का पीक टॉर्क जेनरेट करता है. इसके अलावा इसमें आटोमेटिक ट्रांसमिशन मौजूद है, जो इसकी पावर को रियर व्हील में पहुंचाने का काम करता है. इसके साथ साथ कंपनी ने अपनी कोरोला क्रॉस ई-100 और कोरोला एच2 कांसेप्ट से भी पर्दा हटा दिया, जिन्हे हाइड्रोजन पर चलने के लिए तैयार किया गया है.
टोयोटा भारत में पहले ही पेश कर चुकी है फ्लेक्स फ्यूल बेस्ड कार
फ्लेक्स फ्यूल फॉर्च्यूनर अभी प्रोटोटाइप स्टेज पर, जबकि कंपनी इससे पहले ही भारत में फ्लेक्स फ्यूल बेस्ड व्हीकल को पेश कर चुकी है. पिछली साल कंपनी ने फ्लेक्स फ्यूल के साथ अपनी कोरोला अल्टिस हाइब्रिड को पायलट प्रोग्राम के तहत इंट्रोड्यूस किया गया.
हाइड्रोजन कार से मंत्री जा चुके हैं संसद भवन
जिस हाइड्रोजन मॉडल को इसके लिए तैयार किया गया था, वह एथनॉल ब्लेंडेड फ्यूल (E85), जोकि 85 प्रतिशत एथनॉल ब्लेंड और 15 प्रतिशत फ्यूल पर आधारित था. इसी की तरह पायलट प्रोजेक्ट के तहत ही कंपनी अपनी मिराई को भी हाइड्रोजन पावर के साथ पेश कर चुकी है और इसी कार से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पार्लियामेंट भी जा चुके हैं.