Tyre Pressure Maintenance: किसी भी वाहन में उसका टायर बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा होता है और टायर में एक आइडियल एयर प्रेशर का होना बहुत जरूरी होता है. क्योंकि सफर के दौरान यात्रियों को आराम देने के लिए टायर सही एयर प्रेशर होना बहुत जरूरी है. टायर प्रेशर की जांच कार चलाने के सबसे महत्वपूर्ण बिंदुओं में से एक है. आरामदायक ड्राईविंग एक्सपीरियंस के लिए टायर में वाहन कंपनी के सुझाए गए टायर प्रेशर के अनुसार ही हवा को मेंटेन रखना चाहिए. टायर में लगातार प्रेशर को मेंटेन रखने के लिए उसकी नियमित जांच करवाते रहना बहुत आवश्यक है. आज हम आपको टायर प्रेशर से जुड़े कुछ अहम बातों को बताने वाले हैं.
कम हवा वाले टायर
कम हवा वाले टायरों के साथ गाड़ी चलाना काफी खतरनाक हो सकता है, इससे सड़क और टायरों के बीच घर्षण बढ़ता है, जिससे ड्राइव करना मुश्किल हो जाता है. कम हवा वाले टायर कार के स्टीयरिंग और सस्पेंशन सिस्टम को भी हानि पहुंचाते हैं.
ज्यादा हवा वाले टायर
जिन टायरों में जरूरत से ज्यादा हवा भरी हुई होती है, उनके माइलेज पर तो कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता है, लेकिन सड़क पर ये काफी खतरनाक हो सकते हैं, क्योंकि इससे सड़क और टायर के बीच घर्षण कम हो जाता है, जिससे ड्राइवर के लिए गाड़ी को कंट्रोल करना काफी मुश्किल का काम होता है.
कितना होना चाहिए टायर प्रेशर?
आम तौर पर, कारों के लिए सबसे अधिक मानक टायर प्रेशर 32-35 पीएसआई होता है. यदि ऐसा है, तो यूजर के लिए 36-38 पीएसआई भी अच्छा हो सकता है, लेकिन 30 पीएसआई से कम की स्थिति खतरनाक हो सकती है. पीछे के टायरों में 10-15 पीएसआई रेंज में टायर का दबाव होना चाहिए, जबकि सामने के टायर में 30-35 पीएसआई का प्रेशर होना चाहिए.
टायर प्रेशर की जांच कैसे करें?
- सबसे पहले ठंडे टायरों के टायर प्रेशर की जांच करनी चाहिए, इसके लिए कार को रात भर खड़ी रहने दे और फिर प्रेशर चेक करें.
- प्रेशर नापने वाले मशीन का प्रयोग करें, उसके रीडिंग को नोट करें और मानक पीएसआई के साथ उनकी तुलना करें।
- यदि टायर में हवा कम है, तो टायर में मानक प्रेशर तक हवा भरें, यदि टायर में अधिक हवा है, तो प्रेशर को कुछ कम करें.
- टायर में हवा भरने के बाद फिर से प्रेशर को चेक करें और फिर से उसे नोट करें.
यह भी पढ़ें :- लोगों पर छाया महिंद्रा एक्सयूवी 400 का क्रेज, 13 हजार के पार हुई बुकिंग
Car loan Information:
Calculate Car Loan EMI