(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
'डीजल कारें बनाना बंद करें कंपनियां नहीं तो बेचना हो जाएगा मुश्किल', नितिन गडकरी का बड़ा बयान
नितिन गडकरी का कहना है कि हमें जल्द ही पेट्रोल-डीजल को छोड़कर प्रदूषण मुक्त होने की नई राह पर चलना होगा. गडकरी ईंधन से होने वाले प्रदूषण और इसके आयात को कम करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं.
Nitin Gadkari on Diesel Vehicles: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सीआईआई के एक कार्यक्रम के दौरान डीजल को लेकर बड़ी बात कही है. गडकरी ने लोगों को सलाह देते हुए कहा कि जल्द ही डीजल को अलविदा कह दीजिए. इतना ही नहीं मंत्री ने कार निर्माता कंपनियों से डीजल वाहनों का निर्माण बंद करने की भी अपील की है.
नितिन गडकरी का कहना है कि अगर जल्द ही डीजल गाड़ियों का निर्माण बंद नहीं किया गया तो वे इन गाड़ियों पर इतना टैक्स लगा देंगे कि इन्हें बेचना मुश्किल हो जाएगा. नितिन गडकरी के मुताबिक, हमें जल्द ही पेट्रोल-डीजल को छोड़कर प्रदूषण मुक्त होने की नई राह पर चलना होगा.
गडकरी ईंधन से होने वाले प्रदूषण और इसके आयात को कम करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं. गडकरी ने ये भी कहा कि मैं वित्त मंत्री से डीजल वाहनों पर 10 फीसदी अतिरिक्त जीएसटी की मांग करूंगा.
इससे पहले कही थी ये बात
इससे पहले नितिन गड़करी ने अपनी कार का जिक्र करते हुए कहा था कि मेरी कार इथेनॉल से चलती है. अगर आप पेट्रोल से इस कार की तुलना करेंगे तो 25 रुपये प्रति किलोमीटर का खर्च पड़ता है, जबकि इथेनॉल से इससे भी कम पड़ता है. एक लीटर इथेनॉल पर 60 रुपये का खर्च आता है, जबकि पेट्रोल का रेट 120 से ऊपर है.
नितिन गडकरी ने ये भी कहा था कि मैं चाहता हूं कि अगले 10 सालों में पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहनों को पूरी तरह से हटा दिया जाए. गडकरी ने इन पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहनों की जगह इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को मार्केट में उतारने की बात कही.
नितिन गडकरी ने बताया कि आज के समय में इलेक्ट्रिक स्कूटर, कार और बस एक बेहतरीन ऑप्शन के रूप में सामने आए हैं. अगर आप डीजल पर 100 रुपये खर्च करेंगे, तो इलेक्ट्रिसिटी केवल 4 रुपये लेगी.
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