मौजूदा समय में इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर फायदे और नुकसान की तमाम बातें आपको सुनने को मिल जाती हैं. काफी लोग इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने वालों को दूर तक की सोचने वाले व्यक्ति के तौर पर देखते हैं जबकि कुछ लोग इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने वालों को अभी के लिहाज से गलत निर्णय लेने वाला व्यक्ति समझते हैं. ऐसे में जो लोग इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने को फिलहाल गलत निर्णय मानते हैं, आज हम उन्हें इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने के कुछ फायदे बताने वाले हैं और फिर अंत में इलेक्ट्रिक वाहन खरीदारों के लिए क्या चुनौती हो सकती है, उसके बारे में भी बताएंगे.


कम खर्च में यात्रा
इलेक्ट्रिक वाहनों को चलाने में खर्च बहुत ही कम आता है. पेट्रोल और डीजल वाहनों के मुकाबले इलेक्ट्रिक वाहनों को चलाने का खर्च आधे से भी कम होता है. ऐसे में जब आप इलेक्ट्रिक वाहन इस्तेमाल करते हैं तो आपकी जेब पर कम असर पड़ता है. इलेक्ट्रिक वाहनों की मेंटेनेंस कॉस्ट भी कम होती है.


प्रदूषण नहीं
पेट्रोल और डीजल वाहनों के मुकाबले इलेक्ट्रिक वाहन प्रदूषण भी बहुत कम करते हैं. इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रदूषण ना के बराबर होता है. इससे वातावरण को बेहतर बनाया जा सकता है. ऐसे में इलेक्ट्रिक वाहन खरीदना सिर्फ हमारे के लिए ही नहीं बल्कि वातावरण के लिहाज से भी लाभदायक हो सकता है.


खरीदने पर छूट
मौजूदा समय में इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने वाले व्यक्तियों को सरकारें छूट दे रही हैं. केंद्र सरकार की ओर से तो छूट मिल ही रही है, इसके अलावा कई राज्य सरकारें अपने स्तर पर भी इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रमोट करने के लिए छूट ऑफर कर रही हैं.


इलेक्ट्रिक वाहन खरीदारों के लिए चुनौती
इलेक्ट्रिक वाहन खरीदारों के लिए सबसे बड़ी चुनौती इंफ्रास्ट्रक्चर की है. इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए अभी बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार नहीं हो पाया है. सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशंस की संख्या काफी कम है. हालांकि, सरकार इन्हें बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है.


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