ADAS Feature in Car: क्या हैं कारों में मिलने वाला ADAS फीचर, ये कैसे करता है आपकी सुरक्षा! यहां समझें
ADAS Safety Feature: अलग-अलग ADAS लेवल के साथ आने वाली कारों में, शुरुआती लेवल पर किसी खतरे को भांप कर ड्राइवर को सिग्नल देकर अलर्ट करने का काम करती है. जैसे-जैसे इस टेक्नोलॉजी का लेवल बढ़ता जाता है.
ADAS Technology in Cars: देश में गाड़ियों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ, सड़क हादसों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हो रही है. इसमें कमी लाने के लिए सरकार लगातार कार निर्माता कंपनियों से अपने वाहनों में सुरक्षा फीचर्स बढ़ाने के लिए अपील करती रहती है. वहीं, कंपनियां भी अपनी कारों में एयरबैग की संख्या बढ़ाने के साथ ही ADAS टेक्नोलॉजी से भी लैस कर रही है. आगे आपको इसी टेक्नोलॉजी के बारे में बताने जा रहे हैं.
क्या है ADAS फीचर?
एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) सुरक्षा की नजर से काफी कारगर तकनीक है. यानि ये ड्राइवर की मदद करने वाला सिस्टम है. वाहन चलाते समय कभी-कभी ड्राइवर की लापरवाही से दुर्घटना हो जाती है, लेकिन इस फीचर के होने से कार खुद-ब-खुद, मौजूद ADAS लेवल के अनुसार खतरा भांपने में सक्षम होती है. जिससे दुर्घटना होने की संभावना कम रहती है.
ऐसे काम करता है ये फीचर
ADAS सिस्टम कई टेक्नोलॉजी का मिश्रण है. इसमें कई तरह के उपकरण एक साथ इस्तेमाल किये जाते है. जिसमें कैमरे, सेंसर्स और रडार का कभी प्रयोग होता है. अगर गाड़ी चलाते समय ड्राइवर से कोई गलती हो जाती है, तो ये सिस्टम इसकी जानकारी दे देता है ताकि ड्राइवर को संभलने का मौका मिल जाये. ड्राइवर इसके बावजूद भी अगर अलर्ट नहीं होता है, तो दुर्घटना होने के चांस बढ़ जाते हैं. एडवांस ड्राइविंग असिस्टेंस सिस्टम टेक्नोलॉजी 5 लेवल के साथ आती है.
ADAS फीचर से लैस कारों में मुख्य रूप से ट्रैफिक साइन रिकॉग्निशन, लेन डिपार्चर वॉर्निंग/करेक्शन, ऑटोमैटिक इमरजेंसी ब्रेकिंग, ब्लाइंड स्पॉट डिटेक्शन और पेडेस्ट्रियन डिटेक्शन/अवॉयडेंस के साथ-साथ ऑटोमैटिक पार्किंग, ऑटोनोमस वैलेट पार्किंग, नैविगेशन सिस्टम, अडेप्टिव क्रूज कंट्रोल, अडेप्टिव लाइट कंट्रोल, नाइट विजन, अनसीन एरिया मॉनिटरिंग और ड्राइवर मॉनिटरिंग सिस्टम जैसे सेफ्टी फीचर मौजूद होते हैं
भारत में ADAS टेक्नोलॉजी से लैस कारें
अलग-अलग ADAS लेवल के साथ आने वाली कारों में, इसके शुरुआती लेवल पर किसी खतरे को भांप कर ये ड्राइवर को सिग्नल देकर अलर्ट करने का काम करती है. जैसे-जैसे इस टेक्नोलॉजी का लेवल बढ़ता जाता है. कार ऑटोमेटिक मोड की तरफ बढ़ती चली जाती है. लेवल पांच की कारें ऑटोमेटिक मोड पर चलने में सक्षम होती हैं. भारत में मौजूद महिंद्रा की महिंद्रा एक्सयूवी700, एमजी ऐस्टर, एमजी ग्लॉस्टर और हुंडई टक्सन जैसी कारों में ये फीचर देखने को मिलता हैं.
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