आज हम करेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले 100 दिन के कामकाज की समीक्षा...पीएम मोदी ने 30 मई 2019 को अपनी दूसरी पारी की शुरुआत की थी..उनके दूसरे दौर के कामकाज की सेंचुरी के मौके पर हम अपने खास मेहमानों के साथ चर्चा कर ये जानेंगे और समझेंगे कि प्रधानमंत्री मोदी के 100 दिन में सरकार ने जो काम किए उनसे हमारी-आपकी जिंदगी में क्या-क्या बदलाव आए....ये बदलाव कैसे हैं..साथ ही जानेंगे 100 दिन के पार, सरकार के सामने अब क्या-क्या चुनौतियां हैं..और उनसे मोदी कैसे निपटेंगे..क्योंकि उनकी 100 दिन की पारी तो तेज़-तर्रार और नॉट आउट नजर आती है।


मोदी है तो मुमकिन है...इस नारे को पीएम मोदी और उनकी सरकार ने पहले 100 दिन में कई मुद्दों पर बिल्कुल सटीक साबित किया है...खुद पीएम मोदी का दावा है कि कि उन्होंने कई चुनौतियों को पार किया है...आपको बताते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी किन चुनौतियों के हवाले से ये बात कह रहे हैं....देश और समाज के सामने सबसे पहली चुनौती थी मुस्लिम महिलाओं के हक में ट्रिपल तलाक की जरूरत...जिसे मोदी की पहली सरकार में कानूनीजामा पहनाया जाना था...लेकिन मुमकिन हो न सका। लिहाजा दूसरी पारी में सबसे पहले मोदी ने इसी काम को अंजाम दिया और तीन तलाक पर एक सख्त कानून बनाया। भाजपा सरकारों का सबसे बड़ा वादा जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को लेकर भी रहा...जिसे ना वाजपेयी सरकार पूरा कर पाई...ना ही पीएम मोदी अपनी पहली पारी में ये कदम उठा पाए..लेकिन दूसरे दौर में अमित शाह और पीएम मोदी की जोड़ी ने कश्मीर को 370 के बंधनों से मुक्त कर ना केवल इतिहास रचा...बल्कि जम्मू-कश्मीर को लेकर दुनिया की सियासत का अंदाज भी बदल दिया....इसके अलावा मोदी सरकार ने जिस फैसले से इतिहास रचा वो छोटे कारोबारियों और किसानों को पेंशन देने का एलान है...


मामूली खर्च पर भविष्य को सुरक्षित करने वाले इस फैसले से करोड़ों किसानों को फायदा मिलने की उम्मीद है...कुछ इसी तरह दुनिया में भारत की साख बढ़ाने वाली मोदी सरकार और इसरो की कामयाबी चंद्रयान 2 का सफल परीक्षण है...तो वहीं भारत में सड़क हादसों में होने वाली मौत को रोकने के लिए मोटर व्हीकल एक्ट में बदलाव के तहत भारी जुर्माने का प्रावधान है...जिसने सड़क पर मगरूर लोगों को भी रेंगने पर मजबूर कर दिया है।


अब हम आपको पीएम मोदी की कामयाबी के इन मुद्दों के उस पहलू को भी समझाते हैं, जो हमारे-आपके जीवन पर सीधा असर डालते हैं...सरकार के कायदे-कानून से ही समझा जा सकता है कि इन नियम-कायदों से हमारी-आपकी जिंदगी पहले से बेहतर होने की उम्मीद बढ़ी है।


तीन तलाक का दंश भारतीय मुस्लिम महिलाएं बरसों से झेल रही थीं...उनकी शादीशुदा जिंदगी हर पल एक अंदेशे में रहती थी कि ना जाने कब उनका शौहर एक सांस में महज़ तीन लफ्ज़...तलाक...तलाक....तलाक बोलकर उन्हें मंझधार में अकेला छोड़ दे...अब तीन तलाक कानून बनने से मुस्लिम महिलाओं की जिंदगी में बड़े सुधार की आस जगी है। कानून में सजा का प्रावधन होने से अब ऐसे तीन तलाक पर अंकुश लगने की उम्मीद है...तो गुजारा भत्ता का प्रावधान होने से ऐसी सूरत में महिला को कम से कम जीवन यापन के लिए एक बड़ी आर्थिक मदद मिल सकेगी, जो अभी तक नहीं मिलती थी।


जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को लेकर हमेशा से विवाद रहा है...अनुच्छेद 370 के प्रावधानों ने पिछले 70 साल से कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के बीच एक अनदेखी दीवार सी खड़ी कर रखी थी...उन्हीं प्रावधानों की आड़ लेकर अलगाववादियों और पाकिस्तान के प्रायोजित आतंकवाद को समर्थन देने वालों की एक बड़ी फौज वहां खड़ी होती जा रही थी...


लेकिन 370 के ऐसे प्रावधानों को खत्म कर प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाया...ताकि लद्दाख का वहां की भौगोलिक परिस्थितियों के मुताबिक अलग विकास हो सके और जम्मू-कश्मीर का विकास भी देश के दूसरे राज्यों की तरह बे-रोकटोक किया जा सके...विशेषाधिकार खत्म होने से अब बाहर के लोग भी कश्मीर में निवेश कर सकेंगे..इससे वहां विकास को नई ऊंचाई मिलेगी, कश्मीरी नौजवानों के लिए रोजगार के नए मौके आएंगे। और सबसे बड़ी बात कि एक देश में दो निशान...यानी जम्मू-कश्मीर का अलग झंडा और अलग नागरिकता खत्म हो गई...ये वो काम है, अब हर कश्मीरी को अब सीधे भारतीय पहचान देती है।


राजनीतिक और सामरिक नजरिये से अहम फैसलों के साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने देश के सबसे निचले और असंगठित तबके के लिए भी सुरक्षित भविष्य का इंतज़ाम किया...किसान और कारोबारियों को पेंशन योजना से जोड़कर पीएम मोदी ने इस करोड़ों परिवारों को एक बड़ी राहत दी है।


मोदी सरकार ने लघु यानी छोटे और सीमांत किसानों के लिए बड़ा एलान करते हुए उन्हें पेंशन लाभ देने का फैसला अपना दूसरी सरकार में किया है...जिसके तहत महज 100 रुपए महीने के खर्च पर उन्हें 60 साल की उम्र के बाद तीन हजार रुपए बतौर पेंशन मिलेगी। इसी तरह छोटे कारोबारियों को भी उनके असुरक्षित भविष्य के मद्देनजर पेंशन स्कीम से जोड़ा गया।


मोदी सरकार ने देश की ताकत ज़मीन से आसमान तक...और आसमान से अंतरिक्ष तक बढ़ाई है..अंतरिक्ष विज्ञान में भारत का परचम लहरा रहा है...ये कामयाबी है मिशन चंद्रयान-2 ....भारत की छवि के लिए एक लंबी छलांग है... क्योंकि अभी तक दुनिया के पांच देश ही चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करा पाए हैं...अमेरिका, रूस, यूरोप, चीन और जापान के बाद भारत ऐसा करने वाला छठा देश होगा...हालांकि, रोवर उतारने के मामले में चौथा देश है।


22 जुलाई को चंद्रयान-2 का सफल प्रक्षेपण किया गया....और अब से चंद घंटे बाद ही भारत पहली बार में ही स्वदेशी लैंडर को चांद की सतह पर उतराने वाला पहला देश भी बनने वाला है...क्योंकि 6 और 7 सितंबर की आधी रात करीब डेढ़ बजे चंद्रयान 2 चंद्रमा की सतह पर लैंड करेगा। चंद्रयान-2 भारतीय मून मिशन है जो पूरी हिम्मत से चांद के उस क्षेत्र में उतरेगा जहां अभी तक कोई देश नहीं पहुंचा है यानी कि चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र । चंद्रयान-2 चंद्रमा पर पानी की मौजूदगी और जीवन की संभावना तलाशेगा।


एक और अंतरिक्ष में तिरंगा फहराने वाला है तो प्रधानमंत्री मोदी ने सड़क पर सुरक्षा के लिए भी सख्त इंतज़ाम किए। सड़क हादसों में हर साल होने वाली मौत के आंकड़ों को लेकर फिक्रमंद मोदी सरकार ने नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू कर दिया...जिसके चलते सड़क पर सख्ती के साथ नियमों को पालन किया जा रहा है।


कड़े जुर्माने के प्रावधान ने लोगों को पहले से ज्यादा जागरूक कर दिया है..अब तक हुए चालान में जहां सरकार का खजाना भी भर रहा है...वहीं लोगों की जिंदगी ज्यादा महफूज़ भी हो रही है। क्योंकि अब लोग ज्यादा सावधानी और तैयारी के साथ ड्राइविंग कर रहे हैं। नाबालिगों की ड्राइविंग पर भी सख्त प्रावधान किए गए हैं और उन के माता-पिता को भी जिम्मेदार बनाया गया है।


ये तो हैं वो बातें, जो मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल के 100 दिन में पूरी कीं..और देश के साथ ही हमारी -आपकी जिंदगी को भी पहले से ज्यादा बेहतर बनाने की राह रौशन की...लेकिन 100 दिन के पार अभी मोदी सरकार के सामने चुनौतियां भी हैं अपार...कई ऐसे मुद्दे हैं...कई ऐसे क्षेत्र हैं जिनपर अभी सरकार को बहुत ध्यान देना है, बहुत काम करना है...कई अहम और कठोर फैसले लेने हैं, जिनके लिए प्रधानमंत्री मोदी जाने-जाते हैं।


इनमें सबसे बड़ा फैसला 5 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी को लेकर है..प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की अर्थव्यवस्था 2024-25 तक 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाना चाहते हैं...ये उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती है क्योंकि मौजूदा सुस्त अर्थव्यवस्था खेल बिगाड़ने पर आमादा है...जीडीपी में दशमलव 8 फीसदी की गिरावट ने एक झटका दे भी दिया है...ऑटो मोबाइल सेक्टर में गिरता उत्पादन, घटती मांग, बैंकों की खस्ता हालत,निजी क्षेत्र में बढ़ती बेरोजगारी इस रास्ते का रोड़ा बनती दिख रही है...सरहद पार से आतंकवाद, देश के भीतर नक्सलवाद जैसी समस्याएं भी सरकार के लिए बड़ी चुनौतियां हैं...और अपने आप में नए किस्म के संगठित अपराध मॉब लिंचिंग ने भी सरकार को सख्त फैसले की तरफ ढकेलना शुरू कर दिया है...हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इस पर कड़े कानून के निर्देश दिए हैं...लेकिन सरकार को अभी कदम बढ़ाना है...इसके साथ ही एक देश एक कानून की दिशा में भी सरकार की राह कितनी आसान रहने वाली है...इस पर भी समूचे देश की निगाहे हैं...और मोदी सरकार की सबसे बड़ी चाहत वन नेशन, वन इलेक्शन उन तमाम चुनौतियों से अभी जूझ रहा है...जिस पर सबकी एक राय बन सके।


मोदी सरकार की चुनौतियों में सबसे अहम और फौरन दूर की जाने वाली चुनौती है देश की अर्थव्यवस्था...जिसे लेकर विपक्ष कई दिनों से पीएम मोदी पर तगड़ा हमला कर रहा है..कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक बार फिर ट्वीट के जरिये मोदी सरकार पर निशाना साधा है.. उन्होंने लिखा है कि हर दिन मंदी की खबर और हर दिन भाजपा सरकार की इसपर खामोशी.. दोनों बहुत खतरनाक हैं.. इस सरकार के पास ना हल है.. ना देशवासियों को भरोसा दिलाने का बल है.. सिर्फ बहानेबाजी.. बयानबाजी और अफवाहें फैलाने से काम नहीं चलेगा।


मोदी के 100 दिन के कामकाज को सौ फीसदी नंबर ना भी मिलें तो उसे फर्स्ट क्लास से पास तो सभी करते हैं। पीएम मोदी की बढ़ती लोकप्रियता भी इसका सबूत है। मोदी के 100 दिनों के फैसलों पर विपक्ष के तर्क ज्यादा व्यवहारिक नजर नहीं आते, शायद इसीलिए लोगों के गले भी नहीं उतर रहे। लेकिन जो चुनौतियां पीएम मोदी के सामने हैं और विपक्ष उन चुनौतियों को लेकर जो शंकाएं उठा रहा है उन्हें खारिज नहीं किया जा सकता। यानी कामयाबी से ज्यादा बड़ी चुनौतियां अभी मोदी सरकार के सामने हैं, जिनसे निपटने के बाद ही सही मायने में पीएम मोदी को सौ फीसदी नंबरों से पास माना जाएगा।