By: शिवेन्द्र कुमार सिंह | Updated at : 24 Oct 2018 07:35 PM (IST)
क्रिकेट के खेल में महानतम खिलाड़ियों में शुमार डॉन ब्रैडमैन अगर जिंदा होते और उनसे ये सवाल पूछा जाता तो वो भी शायद यही कहते कि बिल्कुल विराट कोहली को आधुनिक ब्रैडमैन कहा जाना चाहिए. बात आगे बढ़ाने से पहले आपको याद दिला दें कि ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज सर डॉन ब्रैडमैन ने 52 टेस्ट मैचों में 99.9 की औसत से रन बनाए थे. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भी उनकी औसत 95.14 की थी.
आधुनिक क्रिकेट में कुछ ऐसे ही आंकड़ों के साथ विराट कोहली लगातार कमाल कर रहे हैं. पिछले काफी समय से विराट कोहली जिस तरह की बल्लेबाजी कर रहे हैं उस पर भरोसा कर पाना मुश्किल है. हालात ऐसे हैं कि आप विराट कोहली को बल्लेबाजी करते देख भी रहे हों तो कई बार लगता है कि सपना तो नहीं देख रहे. कोई भी बल्लेबाज लगातार इतना ‘कंसिसटेंट’ कैसे हो सकता है? कोई बल्लेबाज लगभग हर मैच में हैरान कर देने वाले रिकॉर्ड्स कैसे बना लेता है? कोई भी बल्लेबाज अच्छे बुरे किसी भी तरह के विकेट पर एक जैसा प्रदर्शन कैसे कर सकता है?
निश्चित तौर पर विराट कोहली इन दिनों असामान्य क्रिकेट खेल रहे हैं. बुद्धवार को उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे वनडे में कई कमाल किए. उन्होंने सीरीज में दूसरी बार शतक लगाया. इसके साथ साथ उन्होंने वनडे क्रिकेट में अपने दस हजार रन पूरे किए. विश्व क्रिकेट में अब तक 13 खिलाड़ियों ने ये उपलब्धि हासिल की है. जिसमें पांच खिलाड़ी भारत के हैं. साथ ही इस साल खेले गए वनडे मैचों में उन्होंने अपने एक हजार रन भी पूरे कर लिए. वनडे क्रिकेट में दस हजार रन पूरे करने के रिकॉर्ड में भी कई उपलब्धियां हैं. सिर्फ 205 पारियों में पूरे किए दस हजार सबसे बड़ी बात है विराट कोहली का ‘कन्वर्जन रेट’ जो कमाल का है. वो एक बार अर्धशतक पूरा करते हैं तो उसे शतक में तब्दील करना उन्हें आता है. उनकी औसत 60 रनों के करीब है. सचिन तेंडुलकर के वनडे करियर की औसत करीब 45 थी. विराट करीब 15 रन आगे हैं. टीम की जीत में कमाल का योगदान अंबाती रायडू अनलकी रहे और 73 रन पर आउट होकर पवेलियन चले गए. लेकिन विराट कोहली क्रीज पर बने रहे. उन्होंने विकेट का एक छोर संभाले रखा. दस हजार रन या एक और शतक तो व्यक्तिगत रिकॉर्ड की बात हो गई लेकिन टीम इंडिया की हालिया कामयाबी में विराट कोहली के बल्ले का जो योगदान हैं उस पर चर्चा जरूर होनी चाहिए. टीम इंडिया चाहे पहले बल्लेबाजी कर रही हो या बाद में विराट कोहली का बल्ला एक जैसा बोल रहा है. मैच के दौरान अक्सर कॉमेंट्री करने वाले पूर्व दिग्गज खिलाड़ी ये बात कहने लगे हैं कि विश्व का सबसे बेहतरीन बल्लेबाज खेल रहा है. कुछ साल पहले एक कार्यक्रम में सचिन तेंडुलकर से पूछा गया था कि क्या उन्हें लगता है कि उनका रिकॉर्ड कभी टूटेगा, इस सवाल के जवाब में उन्होंने विराट कोहली और रोहित शर्मा का नाम लिया था. आज विराट कोहली उस रास्ते पर तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं.
विराट कोहली के दस हजार रन इसलिए अहम हैं क्योंकि उन्होंने ये आंकड़ा सिर्फ 205 वनडे मैच खेलकर हासिल किया है. दस हजारी क्लब में शामिल और बल्लेबाजों में सचिन तेंडुलकर ने 259, सौरव गांगुली ने 263, रिकी पॉन्टिंग ने 266, जैक कालिस ने 272 और महेंद्र सिंह धोनी ने 273 मैचों में दस हजार रन पूरे किए थे. सबसे ज्यादा वनडे रन के मामले में सचिन तेंडुलकर सबसे आगे हैं. उन्होंने 18426 रन बनाए हैं. बावजूद इसके सचिन तेंडुलकर के मुकाबले 54 मैच पहले दस हजार रन पूरे करना बड़ी उपलब्धि है.
विराट कोहली का टीम की जीत में कमाल का योगदान रहा है. पिछले मैच में वो क्रीज पर आए तब शिखर धवन का विकेट गिरा ही था. विराट कोहली ने रोहित शर्मा के साथ शतकीय साझेदारी की. शानदार बल्लेबाजी की. कुछ वैसा ही दूसरे मैच में भी हुआ. शिखर धवन और रोहित शर्मा जल्दी आउट हो गए थे. विराट कोहली ने इस बार अंबाती रायडू के साथ पारी संभालने का काम किया. उन्होंने अंबाती रायडू के साथ 139 रनों की शानदार साझेदारी की.
MVA के घटक दलों में 10 दिनों में हो जाएगी सीट शेयरिंग पर सहमति? शरद पवार ने किया बड़ा खुलासा
‘ये किसी को सुहागरात नहीं मनाने देता’, जब रणवीर सिंह को लेकर अक्षय कुमार ने किया था चौंकाने वाला खुलासा
IND vs BAN: ईशान किशन से श्रेयस अय्यर तक, इन खिलाड़ियों के हाथ लगी निराशा; दूसरे टेस्ट में भी नहीं मिला मौका
Investment in India: चीन से भाग रहीं अमेरिकी कंपनियां, लाखों करोड़ रुपये के साथ भारत को बनाएंगी अपना नया घर