खिलाड़ी भी इंसान होते हैं. बावजूद इसके उन्हें ऐसे माहौल में मैदान में उतरना है जब देश में सबसे ज्यादा चर्चा पुलवामा अटैक को लेकर हो रही है. खिलाड़ियों को भी पता है कि ऐसे माहौल में गेंद और बल्ले को थामना आसान नहीं होगा.


ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो टी-20 और पांच वनडे मैचों की सीरीज रविवार से शुरू हो रही है. सीरीज में पहले दो टी-20 मैच खेले जाएंगे और उसके बाद पांच वनडे मैच. 2019 विश्व कप से पहले वनडे मैच की तैयारियों को आंकने का ये आखिरी मौका है.


हाल ही में टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में वनडे सीरीज में हरा कर आई है. ऑस्ट्रेलिया में खेली गई टी-20 सीरीज 1-1 से बराबर रही थी. टीम इंडिया की पूरी कोशिश होगी कि अब इसी दबदबे को कायम रखा जाए. वैसे उन्हें इस बात का भी अंदाजा है कि क्रिकेट मैच की जीत कुछ समय के लिए ही सही लेकिन करोड़ों क्रिकेट फैंस के चेहरे पर खुशी जरूर ला सकती है. साथ ही साथ अब मैदान में जब जब टीम इंडिया जीतेगी सरहद पार पाकिस्तान की हार होगी. भारत की जीत संदेश होगी कि फिलहाल तो ऑस्ट्रेलिया से सामना हो रहा है लेकिन अगर पाकिस्तान की टीम भी सामने आ गई तो उसका बुरा हाल करने को हम तैयार हैं.


पहले भी मुश्किल हालातों में खेले हैं क्रिकेटर


पाकिस्तान के नापाक इरादों को पहले भी भारतीय खिलाड़ियों ने मुंहतोड़ जवाब दिया है. करीब दस साल पहले की बात है. मुंबई पर हमला किया गया था. सैकडों लोग मारे गए थे. वो नवंबर का महीना था. अगले ही महीने भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलने के लिए मैदान में थी. चेन्नई टेस्ट में भारतीय टीम ने इतिहास रचा था. आपको याद होगा कि आखिरी पारी में भारतीय टीम को जीत के लिए 387 रनों की जरूरत थी.


पहले गौतम गंभीर और वीरेंद्र सहवाग और फिर युवराज सिंह और सचिन तेंडुलकर ने मिलकर भारत को जीत दिलाई थी. उस मैच में सचिन तेंडुलकर ने शानदार शतक लगाया था. इस जीत को उन्होंने मुंबई हमले में मारे गए लोगों को समर्पित किया था. इससे पहले एक तरह कारगिल युद्ध चल रहा था दूसरी तरफ भारतीय टीम क्रिकेट विश्व कप खेल रही थी. 1999 में उस विश्व कप में भी भारतीय टीम ने पाकिस्तान को 47 रनों से हराकर कड़ा संदेश दिया था. तमाम तनाव और मुश्किल के बीच पाकिस्तान पर मिली उस जीत ने हिंदुस्तानियों को गर्व का मौका दिया था.


विश्व कप में कभी ना हारने का रिकॉर्ड तो है ही


पुलवामा अटैक के बाद इस बात को लेकर चर्चा हो रही है कि विश्व कप में टीम इंडिया को पाकिस्तान के खिलाफ खेलना चाहिए या नहीं, भारतीय बोर्ड ने पाकिस्तान को टूर्नामेंट से हटाने तक की मांग कर दी थी. इन बातों का फैसला भारत सरकार पर छोड़ दिया गया है. ये अलग बात है कि भारतीय टीम के हालिया प्रदर्शन को देखकर पाकिस्तानी टीम के हाथ पाव पहले से ही फूल रहे होंगे.


वैसे भी विश्व कप के इतिहास में पाकिस्तान की टीम को भारत के खिलाफ हमेशा हार का ही सामना करना पड़ा है. 1992, 1996, 1999, 2003, 2011 और 2015 यानि अब तक 6 बार भारत ने पाकिस्तान को विश्व कप के मैच में करारी हार दी है. लगे हाथ आपको ये भी बता दें कि आईसीसी की वनडे रैंकिंग्स में फिलहाल भारतीय टीम दूसरे नंबर पर है जबकि पाकिस्तान की टीम पांचवे पायदान पर है. ये सारी बातें हम इसलिए याद दिला रहे हैं क्योंकि अब से लेकर हर मैच में भारतीय खिलाड़ियों को ये याद रहेगा कि अब जब जब वो जीतेंगे पाकिस्तान हारेगा.