अगर आप ये सोच रहे हैं कि अगली विदेश यात्रा एयर इंडिया के विमान से करनी है जहां बेहिसाब शराब मिलने पर कोई पाबंदी नहीं होती तो इस गलतफहमी को अपने दिमाग से निकाल दीजिये. एक जमाने में देश का "महाराजा" कहलाने वाली एयर इंडिया को अब टाटा समूह ने खरीद लिया है. लेकिन नियम कुछ ऐसे सख्त बना दिये गए हैं जो विमान में सुरा के शौकीनों के लिए तो बुरी ही खबर कही जाएगी. सब जानते हैं कि एयर इंडिया देश की सबसे पुरानी विमान-सेवा है और इससे उड़ान भरने वाले लोगो की संख्या आज भी देश में सबसे अधिक है.


दरअसल, एयर इंडिया को दो ऐसी शर्मनाक घटना के बाद अपनी इस पालिसी को बदलने पर मजबूर कर दिया है कि विमान में सवार यात्रियों को कितनी मात्रा में शराब परोसी जाये और उसका दायरा कितना लंबा होना चाहिये. याद दिला दें कि पिछले दिनों दो ऐसी शर्मनाक घटनाएं हुई हैं. जब नशे में धुत्त शख्स ने महिला यात्री के कंबल पर ही अपना पेशाब कर दिया था. इनमें से एक घटना न्यूयॉर्क से दिल्ली जबकि दूसरी हरकत पेरिस से दिल्ली आ रही फ्लाइट में हुई थी. दोनों घटनाओं की शिकायत मिलने और इनके सुर्खियों में आ जाने के बाद टाटा समूह ने अब जो नियम तय किए हैं वे बेहद सख्त हैं.


हालांकि देश को आजादी मिलने से पहले भी एयर इंडिया टाटा के पास ही हुआ करती थी लेकिन आजादी मिलने की 75 वीं सालगिरह पर जब उसने फिर से अपने हाथ में लिया है तो जाहिर है कि वो अनुशासन और अपनी विश्वसनीयता को बरकरार रखने के मामले में देश के बाकी कॉर्पोरेट घरानों से बहुत आगे है. इसीलिए, टाटा ने एयर इंडिया की अपनी नई गाइडलाइंस में साफ कर दिया है कि नशे की हालत में आने वाला यात्री सिर्फ अपने लिए ही नहीं बल्कि बाकी यात्रियों के अलावा पूरे विमान के लिए भी खतरनाक बन सकता है. लिहाजा ऐसे किशी भी शख्स को बोर्ड ही न किया जाए. 


एयर इंडिया ने ये भी तय किया है कि अगर कोई उड़ान 12-14 घंटे लंबी है तब भी वह अपने यात्रियों को असीमित शराब नहीं परोसेगा. इसके अलावा विमान में बोर्डिंग करने वाला कोई भी यात्री अपनी लाई शराब का सेवन भी नहीं कर पायेगा. उसे अपनी सीट पर ही शराब परोसी जायेगी और उसका पैमाना भी तैयार हो चुका है. इसके मुताबिक एक बार में सिर्फ एक ही बार आपको अल्कोहल मिलेगी. मसलन,12 औंस की मात्रा वाली बियर या एक ग्लास वाइन अथवा शैम्पैन मिलेगी. अगर व्हिस्की की बात करें, तो उसका एक मिनिएचर यानी एक पैग ही मिलेगा. 18 साल से कम उम्र वालों को शराब न परोसने की पाबंदी तो बरकरार ही रहेगी लेकिन बड़ी बात ये है कि किसी उड़ान की अवधि अगर चार घंटे से कम है तो फिर आपको दो ड्रिंक से ज्यादा बिल्कुल ही नहीं मिलेगी.


अगर उड़ान लंबी अवधि की है तब भी ये खास ख्याल रखा जाएगा कि यात्रियों को अगर तीन ड्रिंक परोसी भी जानी है तो हर ड्रिंक में कम से कम तीन घंटे का फासला अवश्य हो. लेकिन हैरानी की बात ये है कि बिजनेस क्लास में यात्रा करने वालों पर ये पाबंदियां लागू नहीं होंगी. हालांकि विमान के केबिन क्रू को साफ हिदायत दी गई है कि वे ऐसे किसी भी यात्री को शराब न परोसें जो नशे की हालत में दिखाई दे. 


दरअसल, पिछ्ले दिनों हुई इन दो घटनाओं के बाद एयर इंडिया ने सार्वजनिक रूप से माफी तो मांगी ही थी लेकिन कंपनी के सीईओ विल्सन कैम्पबेल ने ये भी साफ कर दिया था कि हम विमान में शराब परोसने की पुरानी नीति की समीक्षा कर रहे हैं और इसे सख्ती से लागू करेंगे. भारत के लिहाज से टाटा के इस फैसले की तारीफ कुछ लोग इसलिए भी कर रहे हैं कि वो आसमान में भी देश की सभ्यता-संस्कृति की रक्षा के लिए अपना फर्ज निभाने से पीछे नहीं हट रहा है. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि इन पाबंदियों के बावजूद विदेशों का सफर करने के लिए लोग क्या उसी पुराने "महाराजा" के नये अवतार को ही अपनायेंगे?


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