लोकसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है. कुल सात चरणों में चुनाव आयोजित होने है. एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों की ओर से जोरों से तैयारी चल रही रही है. एनडीए की ओर से लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलग-अलग राज्यों, अलग-अलग क्षेत्रों में दौरा कर रहे हैं. उधर इंडिया गठबंधन भी अपने दलों के नेताओं के साथ चुनाव की तैयारियों में जुटा है. लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस के लिए एक तरह की ये अग्नि परीक्षा भी है. कांग्रेस अपने उम्मीदवारों की घोषणा लगातार कर रही है. तो क्या है कांग्रेस की रणनीति और एजेंडा, इस पर हमने बात की, ऑल इंडिया कांग्रेस महिला की अध्यक्ष और सीडब्ल्यूसी की सदस्य अलका लांबा से. उन्होंने क्या कुछ कहा........आइए जानते हैं.



प्रश्न - बीजेपी जिस तरह से चुनाव मैदान में जोरशोर से उतरी है, पूरी तैयारी में है. कांग्रेस की इस बार क्या कुछ स्ट्रेटजी है?


उत्तर - कांग्रेस चुनाव को ध्यान में रखकर पूरी तरह से तैयार है. उदयपुर में हुए नवसंकल्प शिविर में ये निर्णय लिया गया कि 50 से कम आयुवर्ग के लोगों को, महिलाओं और पुरुषों को संगठन से लेकर उम्मीदवारी तक के लिए ध्यान में रखना है. उम्मीदवारों की जो सूची आई है उसमें 50 प्रतिशत जाति वर्ग का ध्यान रखा गया है. उसमें एससी, एसटी, ओबीसी और महिलाओं को टिकट दी गई है.



प्रश्न- संसद में मोदी सरकार की ओर से महिला आरक्षण को लेकर मौका दिया गया है. तो इसको ध्यान में रखकर कांग्रेस की क्या कुछ रणनीति है ?


उतर-  ऑल इंडिया महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बनने के बाद 60 दिनों में 20 राज्यों के 30 शहरों में नारी न्याय सम्मेलन किया. इसमें जानने की कोशिश की गई कि आखिरकार महिलाओं के मुद्दे क्या हैं? महिलाओं को गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई आदि ने परेशान कर रखा है. इससे वो घरेलू हिंसा का भी शिकार हो रही है.  उनके लिए ये समस्या बहुत ही गंभीर है. महिलाओं को भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा से उम्मीद जगी है. राहुल गांधी नारी सशक्तीकरण, नारी का समाजीकरण और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की बात करते है. महिलाओं को काम और कमाई देने की जरूरत है. जो अर्थव्यवस्था रुक सी गयी है उसे भी रफ्तार दी जा सके. नारी न्याय गारंटी के अंतर्गत लक्ष्मी योजना, आधी आबादी का पूरा हक, खाली सीटों पर 50 प्रतिशत महिलाओं को नौकरी, आंगनबाड़ी आशा कार्यकर्ता आदि के वेतन को बढ़ाने की गारंटी, अधिकार मैत्री की बहाली करने, देश के हर जिले में सावित्रीबाई फुले छात्रावास बनाने की घोषणा की गई है. इससे आधी आबादी को एक हक देने का काम होगा. दस साल में मोदी सरकार ने क्या किया है? आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सिर्फ 100 रुपये सिलेंडर का दाम कम किए.


प्रश्न- कांग्रेस का बैंक एकाउंट अभी फ्रीज है. मल्लिकार्जुन खरगे ने बताया कि उनके पास चुनाव लड़ने तक के पैसे नहीं है. तो ये कितना बड़ा चैलेंज है?


उत्तर- एकाउंट का फ्रीज होना कांग्रेस के लिए बड़ा चैलेंज है. भाजपा जो सत्ता में है वो पहले कहती थी कि स्विस बैंक में जमा पैसे वापस आएंगे. भाजपा ने नोटबंदी की. सच्चाई ये है कि स्विस बैंक में कितने किसके पैसे है ये तो आज तक पता नहीं चला. सबके खाते में जो 15 लाख आने वाले थे वो भी नहीं आए. लेकिन आज भाजपा इलेक्टोरल बांड की जानकारी देने से सुप्रीम कोर्ट में एसबीआई को रोकती है. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के अडिग निर्णय  के बाद एसबीआई ने जानकारी दी. इससे पता चला कि पहले छोटे व्यवसायियों पर एजेंसिया छापा मारती हैं बाद में वो लोग पार्टी को चंदा देते हैं और केस खत्म कर दिया जाता है. इस आवाज को उठाने के बाद पुराने मामले को निकाला गया कि इनकम टैक्स नहीं दिया तो खाता को फ्रीज कर दिया और 200 करोड़ का जुर्माना लगा दिया गया.


प्रश्न - सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बांड के मामले में जो फैसला दिया है उससे क्या लगता है कि चुनाव के लिए सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस को एक मुद्दा दे दिया है?


उत्तर - सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा कोई मुद्दा नहीं दिया. ये मुद्दे देश के हैं और ये मामले देश के सामने आने ही चाहिए थे. सुप्रीम कोर्ट ने ना केवल इलेक्टोरल बांड बल्कि उसके आदेश पर साक्षी मलिक के आरोप पर बृजभूषण सिंह पर केस हुआ, मणिपुर के महिलाओं के साथ हुए गलत व्यवहार के मामले में मुदकमा लिखा गया. बिल्किस बानो के मामले में भी सुप्रीम कोर्ट ने एक्शन लिया, तो इस समय सुप्रीम कोर्ट सख्त है. किसान आंदोलन के मामले में भी कोर्ट ने टिप्पणी की है. हरियाणा हाइकोर्ट ने अभी हाल में ही कहा है कि जो आंदोलन कर रहे हैं वो किसान है उन पर गोली नहीं चलनी चाहिए. उनकी बात सुनी जानी चाहिए. भाजपा जिन मुद्दों पर चुप है उन मुद्दों को सुप्रीम कोर्ट देश के सामने लाकर फैसला दे रही है. चाहे वो चंडीगढ़ के मेयर के चुनाव का ही मामला हो. सबको सुप्रीम कोर्ट ने बेनकाब किया है.


प्रश्न - आप राहुल गांधी की न्याय यात्रा में भी थीं. यात्रा के दौरान राहुल गांधी के प्रति क्या जनता का क्या रिस्पांस दिखा है?


उत्तर - राहुल गांधी को जनता का अच्छा रिस्पांस मिला है. कन्याकुमारी से कश्मीर तक राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा करीब चार हजार किलोमीटर तक की निकाली. उसमें उनको लग गया कि देश के बेरोजगार युवाओं में गुस्सा है. अग्निवीर योजना के लिए युवा खिलाफ है. महिलाओं के साथ भाजपा के मंत्री, सांसद अत्याचार करते हैं. आदिवासी से लेकर सभी जाति वर्ग के लोग जुड़े है. युवा न्याय, नारी न्याय, किसान न्याय, श्रमिक न्याय और भागीदारी न्याय के मुद्दे पर 2024 का चुनाव लड़ा जाएगा . कांग्रेस सरकार में आते ही जातीय जनगणना कराएगी.  जिसकी जितनी संख्या है उसको उतनी सरकारी नौकरी और अन्य जगहों पर भागीदारी मिले. जातीय जनगणना ना करा के भाजपा ने उनको वंचित रखा है.