'कर्नाटक में बजरंग दल का मुद्दा उठा कांग्रेस ने की बड़ी गलती', 2020 चुनाव में हार से दिल्ली विकास में रुकावट तक... मनोज तिवारी का हर जवाब
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि हर सांसद को अपने क्षेत्र में जाकर जो केन्द्र सरकार के की उपलब्धियों को बताना है. बीजेपी सांसद और भोजपुरी स्टार मनोज तिवारी भी अपने संसदीय क्षेत्र में काफी सक्रिय हो गए हैं. वे लगातार अपने संसदीय क्षेत्रों का दौरा कर लोगों को संबोधित करते हुए उन्हें मोदी सरकार के कामकाज के बारे में बता रहे हैं. इसके साथ ही, वे दिल्ली में विकास में रुकावट को लेकर अरविंद केजरीवाल की सरकार पर निशाना भी साध रहे हैं. एबीपी डिजिटल टीम के साथ उन्होंने विस्तार से बात करते हुए बताया कि क्यों 2020 में जनता ने केजरीवाल ने नाम पर वोट किया और अब दिल्ली की क्या हालत हो गई हैं. इसके साथ ही, उन्होंने कर्नाटक चुनाव में बजरंग बली का मुद्दा, द केरला स्टोरी विवाद और पंजाब में पत्रकार की गिरफ्तारी के मुद्दे पर बड़ी बेबाकी के साथ अपनी राय रखी. आइये उनसे राजेश कुमार की हुई पूरी बातचीत जानते हैं:
सवाल: आप इस वक्त बुराड़ी विधानसभा क्षेत्र में हैं. अलग-अलग क्षेत्रों में जा रहे हैं. आप किस तरह लोगों को मोदी सरकार के कामकाज के बारे में बता रहे हैं और क्या कुछ बता रहे हैं?
जवाब: हमलोगों को दो तरह से बात करनी पड़ रही है. एक तो जो हमने कार्य किए हैं जैसे हमारे कार्य ग्राम और शहर दोनों स्तर पर हैं. शहर में अगर हम आते हैं और अगर बुराड़ी में है तो वहां बताते हैं कि देखिए कैसे सरकार की दिल्ली सरकार की उदासीनता के बावजूद हमने मेट्रो का चौथा फेज लाया. आप देखेंगे कि बुराड़ी के ठीक बाहर वजीराबाद के इलाकों में भी मेट्रो के स्टेशन बन रहे हैं. हम लोग 2024 के इलेक्शन से पहले ही इसे शुरू भी कर देंगे. हम बता रहे हैं कि दिल्ली सरकार से 49% सहयोग नहीं मिलने के बावजूद भी हमलोगों ने ये काम किया. दूसरी चीज कि उनका जहां ये काम था कि नालों को साफ करे, वो न करके बुराड़ी को अपनी स्थिति पर छोड़ दिया. हम जब बताते हैं लोगों को कि देखो हम गरीब परिवारों को फ्री में अनाज दे रहे हैं. कोरोना काल से शुरू हुआ था और अभी तक चल रहा है और यहां सुनते हैं कि राशन कार्ड ही नहीं है गरीबों के पास. लगभग 9 लाख लोगों के पास दिल्ली में राशन कार्ड ही नहीं है. इस समस्या का निदान कैसे करें, हम ये देख रहे हैं.
हम यहां देख रहे हैं कि दिल्ली में बुजुर्गों का पेंशन बंद कर दिया गया है. ये पेंशन के पैसे कहां डायवर्ट किए जा रहे हैं यह भी बात करना है? इसके साथ में ये भी बताना है कि 5 लाख रुपये बीपीएल परिवारों को आयुष्मान योजना के तहत स्वास्थ्य लाभ के रूप में दे रहे हैं. लेकिन दिल्ली के लोगों को इसका लाभ इसलिए नहीं मिल पा रहा है क्योंकि यह योजना यहां पर लागू नहीं है. इस तरह से हम लोग कई लेवल पर लोगों से बातें करते हैं. एक दिन में 5 से 6 चीजों पर ही बात करते हैं. एक बात ये भी है कि अब भ्रष्टाचार के खिलाफ कौन है? भाजपा भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ काम कर रही है यानी अगर बीजेपी का कोई भी आदमी भ्रष्टाचार में पकड़ा गया तो उसके साथ वही कानूनी कार्रवाई होगी जो दूसरी पार्टियों के साथ होती है. लेकिन इतने बड़े शराब घोटाला में मुख्यमंत्री पर आरोप हैं. डिप्टी सीएम जेल में हैं. पूछताछ हो रही है, जांच हो रही है. नए-नए रोज खुलासे होते हैं. अभी पता चल रही है पांच रुपये का कलम खोंसने वाला व्यक्ति 45 करोड़ का घर बना लिया. हम लोगों की समस्याओं के किस तरह से निदान के लिए हो उस पर काम कर रहे हैं.
सवाल- एमसीडी में भी आप है और दिल्ली की सत्ता में भी आम आदमी पार्टी है. ऐसे में आप क्या देख रहे हैं कि दिल्ली का विकास क्यों रुक रहा है?
जवाब: दिल्ली को अगर बचाना है, तो भाजपा को सिर्फ एक बार 5 साल का समय दिल्ली में सरकार चलाने के लिए दिया जाए. हम केंद्र से चल रही सारी योजनाओं के बाद भी हम बड़ी-बड़ी सड़कें तो बना दे रहे हैं. हम एलिवेटेड रोड बना दे रहे हैं, एनएच- 24 सजा दे रहे हैं. हम प्रगति मैदान का टनल बना रहे हैं, हम यहां से मुंबई को जोड़ने के लिए ईस्टर्न-वेस्टर्न पेरीफेरी बना दे रहे हैं. लेकिन हमें गलियों में भी तो लोगों को खुशियां देनी होगी. वह कैसे होगा, पानी कैसे जाएगा घरों में, यमुना जी को कैसे साफ किया जाएगा, स्कूल कैसे नए-नए खुलेंगे? अभी जब मैं पीछे में खड़ा था तो एक बच्चा लिए हुए व्यक्ति कह रहा था कि 500 मीटर के अंदर एक स्कूल नहीं हैं. अब स्कूल है, हेल्थ है ये सब स्टेट के सब्जेक्ट हैं और अगर इसके बावजूद अगर वह नहीं कर रहे हैं तो हम ज्यादा बहस करने से अच्छा होगा कि हम उसके निदान करने पर जाएंगे. नरेंद्र मोदी जी के प्रधानमंत्री रहते हुए दिल्ली के लोग भाजपा को अपने कार्य के लिए एक बार जिम्मेदारी दे दें. उसके बाद हम लोग यहां पर सारी सुविधाओं को दूर करने का प्रयास करेंगे. क्योंकि आम आदमी पार्टी की नियत लोगों को खुशियां देने की नहीं है. लूट करने की है. भारतीय जनता पार्टी की नीयत और नीति बिना किसी भेदभाव के सबका साथ सबका विकास लोगों की समस्याएं दूर करने की है.
सवाल: दिल्ली सरकार के कई मंत्रियों पर आरोप लगे हैं. जब 2020 में चुनाव के वक्त आपने बिजली-पानी का मुद्दा बनाया, फिर कहां कमी रह गई थी?
जवाब: 2020 में हमने लोगों को सारी बातें समझाई, लेकिन यह युद्ध और हमें लगता है कि हम लोगों ने अपनी बात लोगों के बीच एक प्रकार से नहीं रख पाए. उन्हें समझा नहीं पाया और 2020 से पहले पहले भी इनकी कलाई खुलनी शुरू हुई है. अब दिल्ली की जनता के सामने अरविंद केजरीवाल और उनकी जो क्लोज सर्किट साथी हैं उनका जो नीयत और नीति सामने आया है. आप सोचिए कि कोई ये कह सकता है कि भाजपा जानबूझ कर टारगेट कर रह है. लेकिन कोर्ट क्यों टारगेट कर रहा है. वो क्यों नहीं बेल दे रहा है. इन सारी चीजों पर मेरा मानना है कि हम 2020 तक इनके बारे में लोगों को डाउट तो हो गया था, लेकिन फिर एक भरोसा करना पड़ा. अब एक बार फिर से लोगों को यह समझ में आ गया है कि ये लोग ना तो ईमानदार है और ना ही दिल्ली की जनता को जनता के पैरोकार हैं.
सवाल: कांग्रेस ने घोषणा पत्र में ये कहा कि हम अगर सत्ता में आते हैं तो बजरंग दल को बैन करेंगे. इसकी तुलना पीएफआई से की. आप क्या देखते हैं कि इससे कांग्रेस को बड़ा नुकसान होगा?
कांग्रेस का पर्दाफाश हो गया है. PFI लगतार इस देश में आतंकवाद को बढ़ावा दे रही है. निर्दोषों की हत्या करवा रही है और उसके पाकिस्तान के साथ भी तार जुड़े हैं. ये सब कुछ प्रूफ हो गया है. वैसी संस्था पर जब गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री एक्शन लेने की बात करते हैं, तो बजरंग दल को बैन करने को लेकर कांग्रेस का जो छुपा हुआ क्षद्म रूप है वो सामने आया है. यही रूप है जिसने कभी भगवा को आतंकवाद कहा था. यही रूप है कांग्रेस को जो कर्नाटक में उनको नंगा कर दिया है. आज उनको यही कहना पड़ रहा है कि हम कर्नाटक में बहुत सारे बजरंग बली का मंदिर बनवाएंगे. बजरंग दल हमेशा ही समाज में हो रहे अत्याचार का विरोध करता है. धर्मांतरण का विरोध करता है. किसी के साथ अगर धर्मांतरण के नाम पर ज्यादती होती है तो वह पीड़ित के साथ खड़ा होता है. कोरोना जैसे संकट में लोगों की सेवा करने आगे रहता है. ऐसी संस्था को पीएफआई से जोड़ना और ये दिखाना ये कांग्रेस के पलीते में अंतिम कील होगा.
सवाल: द केरल स्टोरी पर काफी विवाद है. इस बारे में आपका क्या कुछ कहना है?
जवाब: ऐसा है कि मैंने अभी तक केरला स्टोरी देखी नहीं है. इसलिए ज्यादा तो नहीं बोल सकता हूं. लेकिन इतना जरूर कह सकते हैं कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता ये भेदभाव के साथ नहीं होनी चाहिए. उन्होंने अपनी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की है और मुझे लगता है कि उनका सम्मान करना चाहिए. बाकी जो फिल्म बनाने वाले लोग होते हैं और वो अगर बिना आधार के कोई बात कहेंगे तो, उन्हें सजा मिलने का भी प्रावधान है. केरल की जो कहानियां हैं अगर वो गलत होगी तो कोई भी कोर्ट जाएगा.
सवाल: दिल्ली की जनता के लिए कोई मैसेज?
जवाब: दिल्ली की जनता से मैं हाथ जोड़ कर प्रार्थना करना चाहतूं कि दिल्ली उस भारत की राजधानी है. जो भारत आज पूरी दुनिया में अपने गौरव के लिए जाना जा रहा है. दुनिया में आतंकवाद का सामना करने के लिए, कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए और सबसे तेजी से बढ़ रही आर्थिक व्यवस्था के लिए जाना जा रहा है. ऐसे में मैं दिल्ली के लोगों को भी बोलूंगा कि दिल्ली को भ्रष्टाचारी और झूठे लोगों से निजात दिलाएं. दिल्ली को पूर्णतया 5 साल के लिए भारतीय जनता पार्टी को दीजिए. 22 वर्षों से यहां पर भाजपा को बाहर किया गया है और आज भी मदन लाल खुराना जी का कार्य ही दिल्ली को काम दे रहा है. आज भी साहेब सिंह वर्मा जी का कार्य ही दिल्ली के काम आ रहा है. तो मेरी प्रार्थना है कि एक बार भाजपा को लाएं, हम आपकी सेवा के लिए
मोदी जी के नेतृत्व में तैयार हैं.