'मुझे चलते जाना है', BJP का एनिमेटेड Video याद दिलाएगा PM मोदी पर विपक्ष का वार, 5 ट्रिलियन इकॉनोमी का लक्ष्य
भारतीय जनता पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए मिशन मोड में आ चुकी है. उसने अपनी उपलब्धियों को लेकर एक एनिमेशन Video जारी किया है. वीडियो में नरेंद्र मोदी के गुजरात के CM बनने से लेकर 2014 में पीएम बनने तक का सफर और 2019 के लोकसभा चुनाव की जीत प्रमुख कार्यक्रम और उपलब्धियों को इस वीडियो में दिखाया गया है...इसका नाम दिया गया है 'मुझे चलते ही जाना है'. इसके साथ ही देश को 5 ट्रिलियन की इकोनॉमी बनाने का लक्ष्य रखा गया है. सवाल उठ रहा है कि कैसे भारत की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन अरब डॉलर का बनाया जाएगा और BJP कैसे 2024 लोकसभा चुनाव के लिए आगे बढ़ने जा रही है?
दरअसल, समय के साथ लोग ये भूल जाते हैं कि किस परिस्थिति में नरेंद्र मोदी जी प्रधानमंत्री बने. चारों तरफ कितना डिप्रेशन था. आपको याद होगा कि अन्ना हजारे के मूवमेंट के दौरान एक बयान आया था, 2014 में जब भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई चल रही थी. सबने नरेंद्र मोदी जी पर एक विश्वास जताया और नरेंद्र मोदी जी ने एक सार्थकता के साथ जब वे गुजरात में मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने गुड गवर्नेंस के लिए बहुत सारे एक्सपेरिमेंट किए, जिसको हम 'गुजरात मॉडल' के नाम से भी जानते हैं. उसको उन्होंने इंप्लीमेंट किया तो देश के लोगों में बहुत ही ज्यादा अपेक्षा थी कि अगर मोदी जी प्रधानमंत्री बनेंगे तो बहुत ही अच्छा होगा. मैं आपको एक बहुत ही छोटी सी चीज बताता हूं, हम लोगों को अपने ही सर्टिफिकेट पर गजेटेड आफिसर से हस्ताक्षर करवाना होता था कि वो सही है, नहीं तो उसे सही नहीं माना जाता था. बहुत से जो हमारे साथ IAS ऑफिसर रहे हैं या क्लास वन ऑफिसर रहे हैं, वो अपना सील लेकर चलते थे अटेस्टेड करने के लिए.
'PM मोदी के काम बताएगा एनिमेटेड Video'
नरेंद्र मोदी जब आए तो उन्होंने इसे खत्म कर दिया कि अब आपके सर्टिफेकट पर कोई संशय नहीं करेगा. उन्होंने यह प्रावधान कर दिया कि आप अपने सर्टिफिकेट को खुद से अटेस्ट करेंगे. इस पर किसी IAS ऑफिसर या गजेटेड पदाधिकारी के हस्ताक्षर की जरूरत नहीं है. उन्होंने छोटे-छोटे प्रयोग किया जैसे की रेड लाईट के स्टेटस को हटाना. आपको पता है कि रेड लाईट का कल्चर ब्रिटिश राज के जमाने से डिग्निटी और पावर का सिंबल रहा है. इन सब चीजों को लोग भूल जाते हैं. साढ़े चार मिनट के Video में या आधे घंटे के वीडियो में भी इन सब चीजों को समाहित कर पाना मुश्किल है. लोगों को यह जानने की आवश्यकता है कि ये जो विपक्ष है शुरू से ही जब मोदी जी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब भी और अब जब वे देश के PM हैं तब भी, उनकी खिंचाई करना नहीं छोड़ा है.
सबसे बड़ी बात ये है ये लोग फैक्ट्स पर नहीं खिंचाई करते हैं. मोदी जी ने खुद कहा है कि ऐसा विपक्ष हो, ऐसी मीडिया हो कि वो पॉलिसी के बारे में बताएं ताकि हमें पता चले कि हम गलत कर रहे हैं कि सही कर रहे हैं. पॉलिसी पर तो कोई चर्चा नहीं होती है. बस उन्हें व्यक्तिगत तौर पर कैसे नीचा दिखा सकते हो, उन्हें कैसे गाली दे सकते हो, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कैसे इमेज खराब कर सकते हो आप देख ही रहे हैं कि कैसे ये सब हो रहा है और इसके खिलाफ एक वीडियो जो है वो लोगों को याद दिलाएगा कि कैसे बड़ी-बड़ी चिजें जो हुई हैं और इन सबके कारण मोदी जी पॉपुलर हुए हैं और ये विपक्ष को भी याद दिलाएगा कि आपने अपना समय गंवा दिया.
अभी भी कांग्रेस कुछ जगहों पर है, कुछ जगहों पर अन्य विपक्षी पार्टियां हैं और अगर वो इन योजनाओं को अच्छे से धरातल पर लागू कर दे जो उन्होंने गरीबों के लिए लाया है तो निश्चित तौर पर लोगों का विश्वास उन पर बढ़ेगा और उन्हें समर्थन भी मिल सकता है लेकिन वो ये सब नहीं करते हैं और न ही वो चाहते हैं कि मोदी जी ये सब काम करें. इसी कारण से जरूरी है लोगों को याद दिलाना कि मोदी जी क्यों पॉपुलर हैं और आगे बढ़ते ही जाना है. आप गाली देते रहिए. हमलोगों के यहां कहावत भी है गांवों में कौन भूखे हजार, कौन चले बीच बाजार...तो बस यही है और भारतीय जनता पार्टी को पूरा विश्वास है कि मोदी जी को जो समर्थन प्राप्त हुआ था 2014 में उससे ज्यादा समर्थन 2019 में मिला और 2024 में उससे कहीं ज्यादा समर्थन उन्हें मिलेगा.
'हमेशा मिशन मोड में BJP'
BJP तो हमेशा मिशन मोड में रहती है. इसका कारण एकदम स्पष्ट है वो ये कि सत्ता एक साधन मात्र नहीं है. सत्ता एक जरिया है, जिसके तहत आप एक सामाजिक परिवर्तन कर सकते हैं और विपक्ष इस बात को समझ नहीं पाया. सत्ता में ये लोग थे, सत्ता में रहकर इन्होंने क्या किया. अपने घर-परिवार को भरा, भ्रष्टाचार किया. देश के बारे में अगर बहुत अच्छा सोचते, ऊंचा सोचते तो सत्ता उनके लिए भी एक साधन होता जो सामाजिक परिवर्तन कर सकता थे लेकिन नहीं किया. लेकिन मोदी जी चाहे वो मुख्यमंत्री रहे उस वक्त भी और जब प्रधानमंत्री बने उसके बाद भी वो उस कार्य को करने का प्रयास कर रहे हैं. ये सामाजिक परिवर्तन की ही बात है कि गरीब व्यक्ति चाहे वो गांव में ही बैठा हुआ है, मोदी जी का जब आप नाम लेंगे या उनके बारे में बात करेंगे, तो मैं बताऊं मैं खुद झारखंड के चतरा से आता हूं. जब मैं गांव में जाकर मोदी जी की बात करता हूं तो उनकी आंखों में चमक देखता हूं तो मुझे लगता है कि ये क्या है. मुझे अपने आप पर भरोसा होता है कि मोदी जी बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं. अभी यहां एक मीडिया है जो उस कार्य को लोगों तक नहीं आने देती है. देखिये, मात्र दो प्रतिशत ही लोग होंगे जो मीडिया से प्रभावित होंगे या वो इनसे प्रभावित होंगे और वो इस नारेटिव को नहीं आने देना चाहते हैं.
लोगों को मोदी जी का फायदा मिल रहा है. उन्हें गैस कनेक्शन मिल रहा है. वो लोग जो चूल्हे पर अपना खाना बनाते थे और उनकी आंखों में समस्याएं होती थीं उन्हें इसका लाभ मिल रहा है. उनका जन-धन योजना के तहत बैंक में खाता है और किसान को जो है जब उसको पैसा मिल जाता है जो एक भत्ता की तरह है तो वो कितना खुश होता है. हमें ये हजार दो हजार के बारे में कुछ नहीं लगता होगा लेकिन वो जो गांव में बैठा है सोचिये, वो मोदी जी को किस तरह से आशा भरी निगाहों से देखता होगा. ये जो हमारा थीम है वो लोगों का जानना चाहिए और उसे उन्हें याद दिलाना चाहिए...चूंकि कभी-कभी लोग भूल जाते हैं और जब भूल जाते हैं तो गलती भी हो जाती है. और ये लोग कौन लोग हैं जो मौत का सौदागर बोल रहे हैं. मोदी जी दो बार चुने गए मुख्यमंत्री हैं गुजरात के. इतने पॉपुलर नेता और उनको आप किस टर्म में संबोधित कर रहे हैं. मोदी जी को मारने की बात करते हैं. ये प्रधानमंत्री भारत के हैं न आप खुद सोचिए. वो हिंदू और मुसलमान का प्रधानमंत्री नहीं है. कांग्रेस का प्रधानमंत्री नहीं है. उस व्यक्ति की पीड़ा के बारे में सोचिए. जब पूरा देश मोदी जी के साथ है और उनके साथ ये लोग निम्नस्तर का व्यवहार करेंगे तो क्या ये शोभा देगा. ये हर्ट करता होगा. हमारा क्या है हम लोग लोगों के बीच जाएंगे. लोगों को बताएंगे कि देखो ये कैसे लोग हैं. ये नहीं चाहते हैं कि भारत आगे बढ़े. मोदी जी तो बस कार्य करते रहेंगे और आगे बढ़ते रहेंगे.
लोगों को याद आता है. लोगों को याद आता है कि बात तो सही है और जो विपक्ष कर रहा है वो गलत है. पिछली बार तो क्या-क्या आरोप लगाए गये थे वो आपको याद है. चौकीदार चोर है. उसके बाद हम लोगों ने लिखा कि हम भी चौकीदार हैं. आपको याद होगा कि सुप्रीम कोर्ट के क्लीन चिट देने के बाद भी राहुल गांधी उसी बात को दोहराते रहते हैं. ये कौन सी साजिश है. क्या हमलोगो सच्चाई के साथ बात नहीं कर सकते हैं. क्या हम लोग भारत की सिक्योरिटी इंटरेस्ट को एक बार छोड़ नहीं सकते हैं. जरूरी है इस पर बात करना चाहे चीन की बात आए, पाकिस्तान की बात आए किस तरह की बाते करते हैं ये लोग. तो जो भारत के नागरिक हैं वो भारत के बारे में सोचते हैं तो उन्हें पता है कि भाई जब भारत मजबूत होगा तभी वे भी मजबूत होंगे...तो निश्चित ही उन्हें बताने की आवश्यकता है और हमेशा बताने की आवश्यकता है. और बहुत से ऐसे समर्थक हैं जो भाजपा के सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं और वे खुद भी अपना-अपना वीडियो बनाकर अपनी-अपनी बातों को रखते हैं...तो हमें लगाता है कि इसमें कोई गलत बात तो है नहीं.
कैसा पूरा होगा 5 ट्रिलियन इकोनॉमी का लक्ष्य?
पांच ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने का जो लक्ष्य था वो हासिल तो हो जाना चाहिए था लेकिन आपको पता है कि पूरे विश्व में जो आर्थिक संकट उत्पन्न हुआ है उससे प्रत्येक देश प्रभावित हुए हैं. इसमें सिर्फ भारत ही नहीं शामिल है. लेकिन खुशी की बात ये है कि भारत को एक आइलैंड ऑफ ग्रोथ माना जा रहा है. नेगेटिव एटमॉस्फेयर में भी चाहे हम आईएमएफ की बात करें या विश्व बैंक की बात करें तो जो प्रॉस्पेरिटी ऑफ ग्रोथ देखने को मिलेगा आपको यहां जिसे हम अभी प्रेजेंट कर रहे हैं. देखिये, किसी ने सोचा था क्या कि हम ब्रिटेन से बड़ी अर्थव्यवस्था हो जाएंगे. ठीक है ब्रिटेन की आबादी जो है वो कम है, क्षेत्रफल भी कम है भारत से लेकिन उसके बाद भी ब्रिटेन एक बहुत बड़ा इकॉनोमी था. लेकिन आज हम उसे पीछे छोड़ चुके हैं और ये किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि ऐसा होगा और बहुत जल्द हम तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था हो जाएंगे. निश्चित ही अगर आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाए. जो हमारे युवा हैं उनको यह आत्मविश्वास दिलाया जाए की आपके साथ सरकार खड़ी है और आप काम कीजिए.
सिर्फ सरकारी नौकरी नहीं आप नौकरी दीजिए और इसके लिए सरकार बहुत प्रयास भी कर रही है. वो आत्मविश्वास जब आएगा तो निश्चित तौर पर हम पांच ट्रिलियन अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सकते हैं. उत्तर प्रदेश ने वादा किया है कि एक ट्रिलियन इकॉनोमी तो वह खुद अकेला ही देगा और महाराष्ट्र जो है वो पहले से ही एक बहुत बड़ा आर्थिक हब है. बैंगलोर बहुत बड़ा इकोनॉमिक हब है. हैदराबाद तेजी से उभर रहा है. देखिये, सबसे बड़ी बात ये है कि पूरा विश्व भारत की तरफ देख रहा है. चीन से लोगों का मोह भंग हो गया है और लोग खोज रहे हैं कि कैसे हम भारत की तरफ जाएं और ज्यादा से ज्यादा से निवेश करें और कैसे उसका फायदा उठा पाएं...तो मोदी जी के रहते हुए निश्चित तौर पर बहुत अच्छा समय आने वाला है.
[नोट- उपरोक्त दिए गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं. ये जरूरी नहीं कि एबीपी न्यूज़ ग्रुप इससे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है. ये आर्टिकल BJP नेता सुदेश वर्मा से बातचीत पर आधारित है.]