ईशांत शर्मा भारतीय टीम के सबसे अनुभवी गेंदबाज हैं. वो टीम इंडिया के लिए 82 टेस्ट मैच खेल चुके हैं. उन्हें टेस्ट क्रिकेट में दस साल से ज्यादा का तजुर्बा है. लिहाजा इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले उनके बयान अहम हैं. उन्होंने कहा है कि मौजूदा तेज गेंदबाजी आक्रमण इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में टेस्ट सीरीज जीतने में सक्षम है. उन्होंने ये भी कहा कि अब पहले की तरह भारत के पास कुछ ही तेज गेंदबाजों का ‘पूल’ नहीं है. अब भारतीय टीम के पास 8-9 तेज गेंदबाज हैं.

इंग्लैंड की पिचों पर गेंदबाजी करने को भारतीय पिचों से बिल्कुल अलग बताते हुए ईशांत ने ये भी कहा कि वो इन पिचों पर लंबे स्पैल कर सकते हैं. उनकी ये सभी बातें बिल्कुल सच हैं. बस इसमें पेंच इतना है कि इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के शुरूआती मैचों में जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार प्लेइंग 11 का हिस्सा नहीं होगे.

ये दोनों ही गेंदबाज अनफिट हैं. ऐसे में ईशांत शर्मा जो कुछ कह रहे हैं उसे साबित करने की चुनौती उन्हीं पर होगी. उन्हें ही टीम इंडिया के तेज गेंदबाजी की टोली को ‘लीड’ करना होगा. उन्हें ये समझना होगा कि उनसे टीम इंडिया को सिर्फ लंबे स्पेल की नहीं बल्कि विकेटों की जरूरत है. 8-9 तेज गेंदबाजों के जिस ‘पूल’ की उन्होंने बात की है उन्हें इस ‘पूल’ में अपनी उपयोगिता साबित करनी होगी. कुल मिलाकर बात साफ है कि इंग्लैंड का दौरा उनके करियर का अहम दौरा होने जा रहा है. ईशांत 30 साल के होने वाले हैं. जाहिर है उम्र के इस पड़ाव पर आने के बाद हर एक मैच में उनके प्रदर्शन का आंकलन विस्तार से होगा.

ईशांत पर क्यों बढ़ा है जिम्मेदारी का भार 
ईशांत शर्मा पर जिम्मेदारियों का बोझ यूं ही नहीं बढ़ा. वो टीम में सबसे अनुभवी हैं. भुवी और बुमराह अनफिट हैं. साथ ही साथ ईशांत शर्मा ने हाल ही में इंग्लैंड में ही काउंटी क्रिकेट खेली है. उन्हें वहां की पिचों का अंदाजा दूसरे गेंदबाजों से बेहतर है. आपको बता दें कि ईशांत शर्मा इस सीजन में काउंटी ससेक्स के लिए खेल रहे थे. उन्होंने वहां करीब डेढ़ दर्जन विकेट लिए. केंट के खिलाफ मैच में उन्होंने पहली पारी में 3 और दूसरी पारी में 4 विकेट लिए.

सॉमरसेट के खिलाफ 50 ओवर के मैच में उन्होंने 3 विकेट लिए. लीस्टरशैर के खिलाफ मैच में भी उन्होंने 3 विकेट लिए. इसके अलावा उन्होंने 66 रनों का अहम योगदान भी दिया.

जाहिर है उनके इस प्रदर्शन के बाद उनसे उम्मीदें बढ़ी हैं. भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान ने भी कहा है कि इंग्लैंड दौरे पर ईशांत शर्मा से काफी उम्मीदें रहेंगी. आपको बता दें कि ईशांत शर्मा के अलावा इस दौरे के लिए चुने गए तेज गेंदबाजों में उमेश यादव, मोहम्मद शमी और शार्दुल ठाकुर हैं. हार्दिक पांड्या भी बतौर तेज गेंदबाज ऑलराउंडर के तौर पर शामिल हैं. लेकिन जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार अभी फिट नहीं हैं. उनका शुरूआती मैचों में ना खेलना तय है.

हालिया मैचों में कितने असरदार रहे हैं ईशांत शर्मा  
पिछले बारह महीने में ईशांत शर्मा ने 5 टेस्ट मैच खेले हैं. इसमें दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के खिलाफ 2-2 टेस्ट मैच शामिल हैं. इसके अलावा उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ एक टेस्ट मैच खेला था. इन पांच टेस्ट मैचों में उन्हें 20 विकेट मिले हैं. बावजूद इसके सच्चाई ये है कि टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों के हालिया रिकॉर्ड्स के मुताबिक ईशांत शर्मा बाकियों से पीछे हैं.

दक्षिण अफ्रीका के जिस दौरे पर भारतीय तेज गेंदबाजों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया था उसमें ईशांत सबसे पीछे थे. आपको बता दें कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में मोहम्मद शमी ने 3 टेस्ट मैच में 15 विकेट लिए थे. जसप्रीत बुमराह के खाते में 3 टेस्ट मैच में 14 विकेट थे. जबकि भुवनेश्वर कुमार ने 2 टेस्ट मैचों में 10 विकेट लिए थे. ईशांत शर्मा के खाते में 2 टेस्ट मैचों में 8 विकेट आए थे.

इस बार सीरीज के शुरूआती मैचों में उन्हें सिर्फ मोहम्मद शमी का साथ मिलेगा. ऐसे में उनका रोल बहुत अहम रहने वाला है. ईशांत शर्मा को जमकर पसीना बहाना होगा.