वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टी-20 मैच में अब हफ्ते भर का समय रह गया है. दोनों टीमों का एलान हो चुका है. भारतीय टीम में कुछ नए चेहरों को मौका दिया गया है. जबकि वेस्टइंडीज ने सुनील नारायण और कीरॉन पोलार्ड जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को वापस बुलाया है. करीब सवा साल बाद ऑस्ट्रेलिया में टी-20 विश्व कप खेला जाना है. लिहाजा जल्दी ही टीमें उसकी तैयारियों में लग जाएंगी. भारतीय टीम के लिए राहत की बात ये है कि उसके नियमित सलामी बल्लेबाज शिखर धवन की टीम में वापसी हो गई है. शिखर धवन को विश्व कप में अंगूठे की चोट की वजह से टीम से बाहर होना पड़ा था.

शिखर की वापसी का बड़ा फायदा विराट कोहली को होगा. जो विश्व कप के मैचों में दबाव में साफ दिखाई दिए थे. ये दबाव ही था कि विराट कोहली ने विश्वकप में पांच अर्धशतक लगाए लेकिन एक भी अर्धशतक को शतक में तब्दील नहीं कर पाए. शिखर की वापसी से मिली राहत से अलग विराट की परेशानी अब भी टीम का मिडिल ऑर्डर ही है. इस परेशानी का इलाज विराट कोहली लंबे समय से ढूंढ रहे हैं लेकिन उन्हें कोई समाधान नहीं मिला है.

केएल राहुल, ऋषभ और मनीष में किस पर करें भरोसा
के एल राहुल को विश्व कप में अलग अलग रोल में खिलाया गया था. पहले वो नंबर चार पर खेल रहे थे. लेकिन शिखर धवन को लगी चोट के बाद उन्हें ओपनर की भूमिका दी गई. ओपनिंग में उन्होंने ठीक ठाक प्रदर्शन किया लेकिन नंबर चार पर वो नहीं चले. शिखर की वापसी के बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्हें नंबर चार पर ही खेलना पड़ेगा. राहत की बात ये है कि टी-20 में नंबर चार पर केएल राहुल के आंकड़े ठीक हैं. अब तक खेले गए 27 टी-20 मैचों में वो 4 बार नंबर चार पर खेले हैं, जिसमें उन्होंने 174 रन बनाए हैं. इसमें एक शतक शामिल है, उनकी औसत 87 की है. ऋषभ पंत को लेकर स्थिति चिंताजनक ही है. आप लाख बार एक ही बात कहें कि वो बहुत प्रतिभाशाली हैं लेकिन बड़ा सच ये है कि पंत अब तक परिपक्व नहीं हैं. वो अपनी बल्लेबाजी पर कंट्रोल नहीं रख पाते. वो हालात के मुताबिक बल्लेबाजी नहीं कर पाते. विश्व कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में जिस समय उन्हें क्रीज पर टिकना था, वो अपना विकेट गैरजिम्मेदार शॉट खेलकर गंवा बैठे. जिसकी टीस अब तक करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों को है.

अब तक टी-20 में ऋषभ पंत ने 15 मैच खेले हैं. इसमें 19.41 की औसत से 233 रन बनाए हैं. इन 15 मैचों में 6 बार वो नंबर चार पर बल्लेबाजी करने आए हैं. इसमें 15.83 की औसत से उन्होंने 95 रन बनाए हैं. मनीष पांडे भी टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर में हैं. उन्होंने 2015 में अपना अंतरराष्ट्रीय वन डे करियर शुरू किया था. तब से लेकर अब तक वो टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए. मनीष पांडे ने अब तक 28 टी-20 मैच खेले हैं. इसमें 41.38 की औसत से 2 अर्धशतक के साथ उन्होंने 538 रन बनाए हैं.  28 टी-20 मैचों में उन्होंने 9 बार नंबर चार पर बल्लेबाजी की है. जिसमें उन्होंने 25.75 की औसत से 206 रन बनाए हैं. इसमें 1 अर्धशतक शामिल है

नए चेहरों में श्रेयस कर सकते हैं कमाल
वेस्टइंडीज दौरे में श्रेयस अय्यर को टी-20 और वन डे टीम में शामिल किया गया है. 24 साल के श्रेयस अभी वेस्टइंडीज दौरे में ए टीम के बीच चल रही सीरीज में खेल भी रहे हैं. श्रेयस को पहले भी टीम इंडिया में मौका दिया जा चुका है. उन्हें दिसंबर 2017 में वन डे टीम में मौका दिया गया था. श्रेयस ने आईपीएल में अपने प्रदर्शन से सबका ध्यान अपनी ओर खींचा था. 2015 से लेकर अब तक श्रेयस ने 62  मैचों में 126.96 की स्ट्राइक रेट से 1681रन बनाए हैं. इसमें 13 अर्धशतक शामिल है . श्रेयस अय्यर को आईपीएल में दिल्ली की कप्तानी सौंपी गई थी. उनकी कप्तानी में दिल्ली की टीम ने 6 साल बाद तीसरी पायदान तक का सफर तय किया. श्रेयस अय्यर अगर वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 और वनडे सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो विराट कोहली का लंबे समय से चला आ रहा सरदर्द दूर हो सकता है.