तीन की तिकड़म में क्यों फंसना चाहते हैं विराट कोहली?
ये चर्चा कई वजहों से शुरू हुई. अव्वल तो विराट कोहली अपनी टीम को ‘अनप्रेडिक्टेबल’ बनाना चाहते हैं. वो चाहते हैं कि उनकी टीम को लेकर विरोधी टीम के मन में ये विचार नहीं आनी चाहिए कि टीम इंडिया में सब कुछ एक ही सेट ढर्रे पर चल रहा है.
ये चर्चा कई वजहों से शुरू हुई. अव्वल तो विराट कोहली अपनी टीम को ‘अनप्रेडिक्टेबल’ बनाना चाहते हैं. वो चाहते हैं कि उनकी टीम को लेकर विरोधी टीम के मन में ये विचार नहीं आनी चाहिए कि टीम इंडिया में सब कुछ एक ही सेट ढर्रे पर चल रहा है. इसके अलावा विराट कोहली के सामने अगली बड़ी चुनौती 2019 विश्व कप है. विराट इसलिए भी अपनी टीम के बैटिंग ऑर्डर को लेकर प्रयोग करते रहना चाहते हैं.
तीसरी वजह हैं बल्लेबाज केएल राहुल. केएल राहुल इस समय भारतीय टीम के ऐसे बल्लेबाज हैं जो टेस्ट, वनडे और टी-20 फॉर्मेट में भरोसेमंद नाम बनकर उभरे हैं. विराट कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में केएल राहुल को नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने के लिए भेज दिया. केएल राहुल ने इस जिम्मेदारी को अच्छी तरह निभाया भी. उन्होंने सीरीज के तीन मैचों में 175 की स्ट्राइक रेट से 126 रन बनाए. जिसमें उनका शानदार शतक भी शामिल है.
केएल राहुल के नंबर तीन पर खिलाने के फैसले को लेकर कई लोगों ने विराट कोहली की तारीफ भी की. ये तारीफ विराट कोहली को इसलिए मिली क्योंकि नंबर तीन पर वो कामयाब बल्लेबाज रहे हैं. बावजूद इसके उन्होंने अपनी जगह दूसरे बल्लेबाज को दी थी. यही वजह है कि वनडे सीरीज में भी इस बात पर जमकर चर्चा हो रही है कि वनडे में विराट कोहली को किस नंबर पर बल्लेबाजी करनी चाहिए. पहले वऩडे में उन्होंने नंबर तीन पर उतरकर इस चर्चा को थोड़ा विराम जरूर दिया लेकिन अभी उन्होंने इस पोजीशन को लेकर अपनी रणनीति का खुलासा नहीं किया है. जिससे अब भी क्रिकेट फैंस की दिलचस्पी इस बात को लेकर है कि विराट कोहली किस नंबर पर बल्लेबाजी करेंगे.
नंबर तीन पर परफेक्ट हैं विराट कोहली
विराट कोहली वनडे क्रिकेट में नंबर तीन पर परफेक्ट खिलाड़ी हैं. वो मैच की रफ्तार को अपने हिसाब से आगे बढ़ा सकते हैं. चूंकि भारतीय टीम इस समय ज्यादातर मैचों में लक्ष्य का पीछा करने में भरोसा रखती है इसलिए विराट का इस क्रम पर बल्लेबाजी करना टीम की रणनीति को ज्यादा ‘सूट’ करता है. वो मैच की जरूरत के हिसाब से बल्लेबाजों के क्रम में परिवर्तन भी कर सकते हैं.
इसके अलावा आंकड़े भी इसी बात के पक्ष में हैं कि विराट कोहली नंबर तीन पर बल्लेबाजी करें. विराट कोहली ने अपने वनडे करियर में ओपनिंग करने से लेकर नंबर सात तक बल्लेबाजी की है. नंबर पांच से लेकर नंबर सात तक के बल्लेबाजी क्रम पर चर्चा करने की जरूरत नहीं है क्योंकि इन नंबरों पर वो अपने करियर में पांच बार भी बल्लेबाजी करने नहीं उतरे.
ओपनिंग की जिम्मेदारी उठाने की भी उन्हें अब जरूरत नहीं है क्योंकि टीम इंडिया का ओपनिंग स्लॉट पूरी तरह सेट है. बहस नंबर तीन और चार को लेकर ही हो सकती है. नंबर तीन पर विराट कोहली ने अपने करियर में 150 पारियां खेली हैं. इन 150 पारियों में उन्होंने 7570 रन बनाए हैं. इसमें उनके 28 शतक शामिल हैं. उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ 183 रनों का स्कोर भी इसी बैटिंग पोजीशन पर है. नंबर तीन पर विराट कोहली की बल्लेबाजी का औसत 61.54 है. इससे अलग नंबर 4 पर भी उन्होंने 37 मैचों में बल्लेबाजी की है. इसमें उन्होंने 1744 रन बनाए हैं. इस बल्लेबाजी क्रम पर उन्होंने करीब 58 की औसत से रन जोड़े हैं. आंकड़े साफ करते हैं कि विराट कोहली के लिए नंबर तीन पर बल्लेबाजी करना अपने रिकॉर्ड्स के साथ साथ टीम के बेहतर रिकॉर्ड्स के लिए अच्छा है.
आज के मैच के बाद लग सकता है इस चर्चा पर विरामआज का मैच टीम इंडिया के लिए अहम है. पिछले मैच में हार के बाद इंग्लैंड के कप्तान ने लॉर्ड्स में अलग तरह की पिच के संकेत दिए थे. जाहिर है तेज पिच पर भारतीय बल्लेबाजों का इम्तिहान होगा. टॉस का रोल भी अहम होगा. ऐसे में बदली परिस्थितियों में भी अगर विराट कोहली अपनी परंपरागत नंबर तीन की बैटिंग पोजीशन पर ही उतरते हैं तो ये चर्चा खत्म हो जाएगी कि आखिर अपनी जमी जमाई बैटिंग पोजीशन को लेकर विराट कोहली खुद ‘एक्सपेरीमेंट’ क्यों करना चाहते हैं.