(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
क्यों तीन के फेर में फंसी है कई दिग्गजों की साख ?
भारतीय टीम जब 18 तारीख को इंग्लैंड के खिलाफ नॉटिंघम में उतरेगी तो उसके सामने परेशानियों का पहाड़ खड़ा होगा. सबसे बड़ी परेशानी होगी सीरीज को गंवाने का खतरा. 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में भारतीय टीम पहले ही दो टेस्ट मैच गंवा चुकी है.
भारतीय टीम जब 18 तारीख को इंग्लैंड के खिलाफ नॉटिंघम में उतरेगी तो उसके सामने परेशानियों का पहाड़ खड़ा होगा. सबसे बड़ी परेशानी होगी सीरीज को गंवाने का खतरा. 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में भारतीय टीम पहले ही दो टेस्ट मैच गंवा चुकी है. ऐसे में एक और टेस्ट मैच की हार का मतलब है सीरीज का हाथ से जाना. जरा सोचिए, आज से दो महीने पहले तमाम दिग्गज भारतीय खिलाड़ियों ने बयान दिए थे कि भारतीय टीम के पास इंग्लैंड को उसी के घर में हराने का शानदार मौका है.
विराट कोहली ने कहा था कि उनके खिलाड़ियों के लिए इस बार इंग्लैंड में खेलना अपने घर में खेलने के जैसा होगा. कोच रवि शास्त्री ने कहा था कि उनके खिलाड़ियों पर कंडीशंस का कोई असर नहीं पड़ता है. आज सभी की बोलती बंद है. अब साख पर खतरा मंडरा रहा है. कप्तान की साख पर, कोच की साख पर और टीम इंडिया के कई दिग्गज खिलाड़ियों की साख पर. पुजारा, मुरली विजय, रहाणे और केएल राहुल को अपनी साख कायम रखने के लिए बड़ी मेहनत करनी होगी. इन खिलाड़ियों को टेस्ट मैच में इंग्लैंड को जीतने से रोकना होगा. मौजूदा समय में टेस्ट मैच ना के बराबर ही ड्रॉ होते हैं. यानी अगर टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड को जीत से रोकना है तो नॉटिंघर में टीम इंडिया को हर हाल में जीत हासिल करनी होगी. इस मुश्किल लक्ष्य के लिए क्या टीम इंडिया तैयार है? इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है.
दोनों टीमों के प्रदर्शन में दिखा है बड़ा फर्क
पहले दोनों टेस्ट मैच में भारतीय टीम की दुर्गति हुई. पहले टेस्ट मैच में बल्लेबाजों ने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन पर पानी फेर दिया. सिर्फ 194 रनों के लक्ष्य का पीछा करने में बल्लेबाज चूक गए. कप्तान कोहली के मजबूत इरादों पर पानी फिरना वहीं से शुरू हो गया. दूसरे टेस्ट में बल्लेबाजों के साथ-साथ गेंदबाजों ने भी हथियार डाल दिए. लाइन लेंथ की समझ बिना की गई गेंदबाजी की सजा गेंदबाजों को ये मिली कि जिस पिच पर भारतीय टीम दो-दो बार आउट हो गई, जिस पिच पर भारतीय टीम दोनों पारियों में मिलाकर 82 ओवर के करीब ही बल्लेबाजी कर पाई उसी पिच पर भारतीय गेंदबाज इंग्लैंड की टीम को एक बार भी ऑलआउट नहीं कर पाए. आपको याद दिला दें कि लॉर्ड्स में इंग्लैंड ने पहली पारी में 7 विकेट पर 396 रन बनाकर पारी समाप्ति का ऐलान किया था. इंग्लैंड की टीम को दुबारा बल्लेबाजी के लिए नहीं उतरना पड़ा. उनके गेंदबाजों की धारदार गेंदबाजी की बदौलत उन्होंने ये टेस्ट मैच एक पारी और 159 रनों के बड़े अंतर से जीता.
बदलाव के मूड में दिख रहे हैं विराट कोहली
इस बात की पूरी उम्मीद है कि तीसरे टेस्ट मैच में भारतीय टीम में दो बदलाव दिखाई देंगे. तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को प्लेइंग 11 में शामिल किया जाएगा. पहले दो टेस्ट मैच में वो फिट नहीं थे. बुमराह के आने से तेज गेंदबाजी के डिपार्टमेंट की ताकत बढ़ेगी. विराट कोहली इस बात का भी मन बना चुके हैं कि अब ऋषभ पंत को टेस्ट कैप दी जाए. 21 साल के ऋषभ पंत विकेटकीपर बल्लेबाज हैं. वो टीम इंडिया में शामिल होने के दावेदार हैं. हाल फिलहाल के मैचों में इंडिया ए के लिए उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है.
आईपीएल में वो अच्छा खेलते रहे हैं. घरेलू टूर्नामेंट्स में भी उनके प्रदर्शन पर चर्चा रही है. इंग्लैंड से आ रही खबरों के मुताबिक नॉटिंघम में नेट्स में उन्होंने खुलकर शॉट्स खेले हैं. कप्तान विराट कोहली ऋषभ पंत में एक ऐसा बल्लेबाज देख रहे हैं जो इंग्लैंड के गेंदबाजों के खिलाफ थोड़ा आक्रामक बल्लेबाजी करे. जो इंग्लैंड के गेंदबाजों को ‘बैकफुट’ पर ले जाने की हिम्मत रखता हो. यूं भी टीम के नियमित विकेटकीपर दिनेश कार्तिक अपनी उपयोगिता साबित करने में नाकाम रहे हैं. पहले दोनों टेस्ट मैच में वो बुरी तरह फ्लॉप रहे. 2 टेस्ट मैच की चार पारियों में कुल मिलाकर 21 रन जोड़ पाए हैं. ऐसे में किसी नए खिलाड़ी पर दांव लगाने में कोई हर्ज भी नहीं है.