ये कहानी पापा और बिटिया के बीच की मौजमस्ती की है. अभी 7 जुलाई को ही धोनी 37 साल के हुए हैं. जन्मदिन की पार्टी थी तो दोस्तों यार ने दिल खोलकर बधाई दी. सबसे ज्यादा मजेदार बात कही धोनी की बिटिया ज़ीवा ने, ज़ीवा ने पापा को भेजे मैसेज में कहा- हैप्पी बर्थडे पापा, यू आर गेटिंग ओल्डर यानी पापा, जन्मदिन की शुभकामनाएं आप बूढ़े हो रहे हैं. ज़ीवा की मासूमियत भरी ये बात पर सभी के चेहरे खिल गए. धोनी ने कुछ घंटों के भीतर ही मैदान में गजब का प्रदर्शन किया. स्कोरबोर्ड पर इतनी बार उनका नाम लिखा हुआ था कि समझ नहीं आ रहा था कि सबकुछ वो खुद से ही कर रहे हैं क्या...ऐसा लगा कि पापा धोनी बिटिया ज़ीवा को मैदान में अपने दमखम के साथ साबित कर रहे हैं कि वो अभी बिल्कुल बूढ़े नहीं हुए हैं. बाल थोड़े पक भी गए हैं तो क्या हुआ, अभी उनकी आंखे, उनके रिफलेक्शन, उनकी चुस्ती फुर्ती सब टॉप पर है.
आपको बता दें कि धोनी ने इंग्लैंड के खिलाफ मैच 5 कैच लिए. 1 रन आउट भी किया. इसके साथ ही रिकॉर्ड बुक में धोनी का नाम दर्ज हो गया. एक ही टी-20 मैच में पांच कैच लेने वाले धोनी दुनिया के पहले विकेटकीपर हैं. इसके अलावा टी-20 फॉर्मेट में पचास से ज्यादा कैच लेने का रिकॉर्ड भी उन्होंने अपने नाम कर लिया. अब समझ आया कि धोनी क्यों ज़ीवा को समझा रहे हैं कि अभी तो वो जवान हैं.
नए नए खिलाड़ियों ने खूब छोड़े कैच
धोनी की उम्र की तुलना में नौजवान खिलाड़ियों की चुस्ती फुर्ती नदारद दिखी. तीसरे टी-20 मैच में इंग्लैंड के बल्लेबाजों को जीवनदान देने में भारत के कम उम्र के खिलाड़ियों का बड़ा योगदान रहा. मैच के छठे ओवर में जेसन रॉय का कैच चाहर ने छोड़ा. गेंद बाउंड्री लाइन के ऊपर से जा रही थी लेकिन आईपीएल में खेलने वाले खिलाड़ी ऐसे कैचों को बारीकी से जज करते हैं. चाहर के जजमेंट में वो बात नहीं दिखी. अगले ही ओवर में बटलर को जीवनदान मिला. इस बार चहल की गेंद पर सिदार्थ कौल ने कैच छोड़ा. गेंद उनसे दूर थी. उन्होंने ठीक ठाक दूरी दौड़ कर तय की लेकिन गेंद तक पहुंच जाने के बाद कैच का छोड़ना उनकी तैयारी में कमी को दिखाता है. चौदहवें ओवर में चहल ने एक कैच छोड़ दिया. इस बार इयन मॉर्गन के बल्ले से टॉप एज निकला था जिसे लपकने में यजुवेंद्र चहल गलती कर गए. लगे हाथ कैच छोड़ने वाले खिलाड़ियों की उम्र भी जान लीजिए जिससे खिलाड़ी की चुस्ती फुर्ती का उम्र कनेक्शन भी समझ आ जाए. दीपक चाहर करीब 26 साल के हैं. सिदार्थ कौल और यजुवेंद्र चहल करीब 28 साल के हैं. यानी तीनों के तीनों खिलाड़ी धोनी से करीब दस साल छोटे हैं.
धोनी ने नहीं की कोई भी गलती
इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी टी-20 मैच के स्कोरकार्ड को ध्यान से देखिए. गेंदबाजों का नाम बदलता दिखेगा लेकिन ज्यादातर गेंदबाजों के साथ नाम जुड़ा है धोनी का. धोनी ने विकेट के पीछे पहला कैच लपका जेसन रॉय का. स्लोवर बॉल पर एज लगा और गेंद सुरक्षित धोनी के दस्ताने में थी. धोनी ने इसके बाद मॉर्गन का शानदार कैच लपका.
हेल्स को पवेलियन भेजने में भी धोनी का ही रोल रहा. हार्दिक पांड्या की गेंद पर हेल्स चूके और धोनी ने उन्हें कोई मौका नहीं दिया. बेयरस्टो के आउट होने की कहानी भी बिल्कुल रॉय या हेल्स की तरह ऐक्शन रीप्ले रही. फर्क सिर्फ गेंदबाज का था. बेयरस्टो ने हार्दिक पांड्या की गेंद को खेलने में गलती की और धोनी तो रविवार को कोई भी गलती ना करने की सोच कर आए थे. अब तक धोनी के चार कैच हो चुके थे. लिएम प्लंकेट को धोनी के हाथों कैच कराकर सिद्धार्थ कौल ने पवेलियन भेजा. धोनी इतने पर भी नहीं रूके तो उन्होंने एक बल्लेबाज को रन आउट भी करा दिया. इस बार उन्होंने डायरेक्ट थ्रो पर क्रिस जॉर्डन को पवेलियन भेजा. आखिरी गेंद पर एक रन भी बचाया. अब आप ही बताइए धोनी बूढ़े हुए हैं क्या?