गुरूवार को सवा नौ बजे के बाद फिरोजशाह कोटला मैदान में तूफान आया. मौसम विभाग की तूफान की चेतावनी तो पहले से ही थी. बस तारीख थोड़ा आगे खिसक गई. ये तूफान धूल की आंधी वाला नहीं था. ये तूफान रनों की आंधी का था. जो ऋषभ पंत के बल्ले से निकला.


इस सीजन में जिस टीम के गेंदबाजों की वजह से बड़े बड़े तुर्रम खां बल्लेबाजों की नींद उड़ी हुई थी. उसी टीम के गेंदबाजों की नींद गुरूवार को ऋषभ पंत ने उड़ा दी.

सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ उन्होंने 63 गेंद पर 128 रनों की पारी खेली. इसमें 15 चौके और 7 छक्के शामिल हैं. उनकी स्ट्राइक रेट 200 से ज्यादा की रही. भुवनेश्वर कुमार के आखिरी ओवर में उन्होंने 26 रन बटोरे. ऐसा नहीं है कि भुवनेश्वर कुमार गेंदबाजी खराब कर रहे थे. फर्क ये था कि गुरूवार को बल्लेबाजी में ऋषभ पंत का दिन था. वो जहां चाह रहे थे वहां शॉट खेल रहे थे. उन्होंने भुवनेश्वर कुमार की 11 गेंदों का सामना किया. इन 11 गेंदों में उन्होंने 43 रन बनाए. 4 चौके और 4 छक्के.

मिस्ट्री स्पिनर राशिद खान को भी उन्होंने धोया. उनकी 13 गेंदों पर 27 रन बनाए. इस सीजन में शतक लगाने वाले वो पहले भारतीय बल्लेबाज बन गए. उनके पहले शेन वॉटसन और क्रिस गेल ने शतक लगाया था. ऋषभ पंत इस शतक के साथ उन दोनों को पीछे छोड़कर एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की फेहरिस्त में सबसे ऊपर आ गए. वो सीजन के पहले बल्लेबाज बन गए जिन्होंने 500 से ज्यादा रन बना लिए हैं. सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की फेहरिस्त में वो 521 रन के साथ पहली पायदान पर हैं.

बावजूद इसके ऋषभ पंत अपनी टीम को जीत नहीं दिला पाए. उनकी ये शानदार पारी भी दिल्ली की किस्मत नहीं बदल पाई. ऋषभ पंत के बड़े शतक के बाद भी उनकी टीम को 9 विकेट की बड़ी हार का सामना करना पड़ा.

इसे संयोग कहें या ऋषभ की गलती
दिल्ली के लिए विकेट के एक छोर से ऋषभ पंत धुआंधार बल्लेबाजी तो कर रहे थे लेकिन कॉमेंट्री में लगातार इस बात पर भी चर्चा हो रही थी कि उनकी वजह से दो बल्लेबाज रन आउट हुए. क्रिकेट में ये कहावत कही जाती है कि अगर आपकी वजह से कोई बल्लेबाज आउट हुआ तो आपको उसके हिस्से के भी रन बनाने होते हैं. ऋषभ ने ये काम किया, लेकिन शायद जो दो बल्लेबाज रनआउट हुए उनके रहने पर दिल्ली का स्कोर और ज्यादा होता.

ऋषभ पंत के साथ गलतफहमी का शिकार पहले इनफॉर्म बल्लेबाज और दिल्ली के कप्तान श्रेयस अय्यर हुए. फिर हर्शल पटेल. श्रेयस अय्यर 3 रन बनाकर और पटेल 24 रन बनाकर आउट हुए. पटेल जब आउट हुए तो वो अपना हाथ खोल चुके थे. 17 गेंद पर 24 रन ठोंक चुके थे. उनके रन आउट होने के बाद ज्यादातर गेंद ऋषभ ने खेली और जमकर रन भी बनाए लेकिन क्रीज के दूसरे छोर पर मैक्सवेल का बल्ला शांत ही रहा. उन्होंने 8 गेंद पर 9 रन जोड़े. वही 8 गेंद अगर पटेल ने खेली होती तो दिल्ली का स्कोर 200 के पार होता.

200 रनों के लक्ष्य का पीछा करने में जो मानसिक दबाव होता है वो किसी से नहीं छुपा. शिखर धवन ने सलामी जोड़ीदार एलेक्स हेल्स के जल्दी आउट होने के बाद भी कप्तान केन विलियम्सन के साथ मिलकर बड़ी आसानी से इस लक्ष्य को हासिल कर लिया. शिखर ने 92 और विलियम्सन ने 83 रन बनाए. शिखर धवन को मैन ऑफ द मैच मिला.

आज सोशल मीडिया में छाए हुए हैं ऋषभ पंत
दिल्ली का फिरोजशाह कोटला मैदान ऋषभ पंत का घरेलू मैदान है. उन्होंने यहां जमकर घरेलू क्रिकेट खेली है. गुरूवार की पारी के बाद सोशल मीडिया में उनकी तारीफों के पुल बंधे हुए हैं. कभी दिल्ली की टीम के कप्तान रहे वीरेंद्र सहवाग से लेकर चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाड़ी सुरेश रैना तक सभी ने उनकी बल्लेबाजी को सलाम किया है. पिछले सीजन में भी उन्होंने गुजरात लाएंस के खिलाफ 97 रनों की एक धुआंधार पारी खेली थी. उस पारी को भी आज सोशल मीडिया में याद किया जा रहा है. अफसोस, 20 साल के एक खिलाड़ी को उसकी ये पारी तो याद रहेगी लेकिन हार के साथ.