गुजरात में अभी डांडिया की धूम तो नहीं है लेकिन क्रिकेट के मैदान पर आज डांडिया देखने को मिल सकता है. इस बार नवरात्रों के खत्म होने के कुछ ही घंटे बाद शुरु हो रहे इस मुकाबले में कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान गौतम गंभीर ने पिछले सारे हिसाब बराबर करने के लिए गुजरात लायंस के शेरों को डांडिया करवाने का पूरा प्लान बना लिया है.
कोलकाता की टीम में स्पिनर्स की भरमार देखिए- कुलदीप यादव, सुनील नरेन, अंकित राजपूत, यूसुफ पठान, पीयूष चावला और ब्रैड हॉग . ये वो नाम हैं जो नियमित स्पिनर हैं, जो आईपीएल 10 में कोलकाता के लिए निर्णायक भूमिका निभाएंगे. स्पिन गेंदबाजी में जितनी ‘वेराइटी’ कोलकाता की टीम के पास है उतनी किसी के पास नहीं. गुजरात की बात करें तो शादाब जकाती और शिविल कौशिक ये दो लेफ्ट ऑर्म स्पिनर्स टीम लाइन अप में मौजूद हैं. राजकोट के लोकल ब्वॉय और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हालिया टेस्ट सीरीज के मैन ऑफ द सीरीज लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा को स्पिनिंग फिंगर में कुछ परेशानी है वो दो हफ्ते तक तो मैदान से बाहर हैं.
सवाल ये है कि आखिर क्यों गंभीर ने स्पिन का जाल बिछाने का ये प्लॉन बनाया है. तो जवाब सीधा है गुजरात लायंस में कप्तान सुरेश रैना को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज़ ऐसा नहीं है जिसका रिकॉर्ड स्पिनर्स के खिलाफ अच्छा कहा जा सके. रैना ने स्पिन गेंदबाजों को अच्छी तरह खेला है. यहां तक कि सुनील नरेन के खिलाफ भी उनके रिकॉर्ड्स अच्छे हैं. रैना ने नरेन के खिलाफ अब तक खेली कुल 43 गेंदों पर 65 रन बनाए हैं और स्ट्राइक रेट 151 की रही है लेकिन सच्चाई ये है कि अकेले रैना हर मैच में नहीं चलेंगे. गंभीर ने इसी बात को ध्यान में रखकर स्पिन का जाल बिछाया है. रैना के अलावा गुजरात की टीम में जो बल्लेबाज़ हैं, वो विदेशी हैं. जो स्पिनर्स के खिलाफ थोड़े कमजोर पड़ते हैं. ब्रैंडम मैक्कुलम, ड्वेन स्मिथ, एरॉन फिंच, जेम्स फॉकनर ये सब स्पिनर्स के खिलाफ दबकर खेलते हैं.
बाद में गेंदबाजी से बचेंगे गंभीर
राजकोट में रात के मुकाबलों यानि जो रात 8 बजे शुरु होते हैं उसमें स्पिनर्स के आंकड़े बहुत तेजी से बदलते हैं. पहली पारी में जहां स्पिनर्स का औसत 19.88 का रहता है वहीं दूसरी पारी में ये औसत 48.50 जैसा महंगा हो जाता है. मतलब ‘ड्यू फैक्टर’ दूसरी पारी में स्पिनर्स को परेशान करता है. गंभीर अगर टॉस जीतते हैं तो पहले बॉलिंग ही करेंगे जिससे ‘ड्यू फैक्टर’ से बच सकें. हालांकि अभी गर्मियां हैं लेकिन अप्रैल के इस जलते महीने में भी रात के समय हवा में नरमी का होना लाजमी है.
IPL 2016 में राजकोट पूरे टूर्नामेंट में पावरप्ले के दौरान स्पिनर्स की पिटाई के लिए बड़ा बदनाम रहा. पावरप्ले में स्पिनर्स का राजकोट में औसत 9.19 है और ये IPL के सभी मैदानों में सर्वाधिक है. हालांकि पहले 6 ओवरों के बाद स्पिनर्स ने शानदार प्रदर्शन किया है. पहले 6 ओवरों के बाद स्पिनर्स ने राजकोट में 6.75 के रन रेट से बॉलिंग की और 21 विकेट भी झटके हैं. मतलब गंभीर अपने स्पिन गेंदबाजों को इस्तेमाल करने के लिए पूरी प्लानिंग के साथ उतरेंगे.
चोट का दर्द , इधर भी है उधर भी
इस बार IPL में कई स्टार क्रिकेटर फिट नहीं हैं. इसका असर कोलकाता और गुजरात दोनों पर पड़ा है. दोनों ही टीमें अपने इस शुरुआती मुकाबले के लिए अपना बेस्ट प्लेइंग इलेवन नहीं उतार पाएंगी, ये तो तय हैं. गुजरात लायंस के ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो को जनवरी में हैमस्ट्रिंग इंजरी हुई थी और ऑपरेशन के बाद वो रिकवरी कर रहे हैं और कम से कम शुरुआती दो मैच नहीं खेल सकेंगे. इसी तरह इस पूरे सीज़न में शानदार गेंदबाज़ी करने वाले एक्सप्रेस गेंदबाज़ उमेश यादव को कूल्हे और लोअर बैक की दिक्कत है इसलिए वो भी बाहर हैं. कोलकाता के ऑलराउंडर आन्द्रे रसल पर डोपिंग के नियमों की अनदेखी करने के लिए एक साल का बैन लगा है.
रवींद्र जडेजा का बाहर जाना गुजरात के लिए बड़ा झटका है ही. कोलकाता के मुख्य ऑलराउंडर शाकिब उल हसन भी इस मैच से बाहर रहेंगे हालांकि वो घायल नहीं हैं लेकिन बांग्लादेश – श्रीलंका सीरीज़ खत्म होने के बाद कोलकाता से जुडेंगे.
आज बेस्ट ओपनिंग जोड़ी उतरेगी मैदान पर
गुजरात और कोलकाता दोनों के पास पूरे IPL की बेस्ट ओपनिंग जोड़ी है और ये जोड़ियां आज मैदान पर धूम मचाने के लिए उतरेंगी. गंभीर और उथप्पा की ओपनिंग जोड़ी ने IPL में 39 पारियों में 37.89 के औसत से 1478 रन जोड़े हैं. अब गुजराती शेरों के लिए ओपनिंग करने वाले ब्रैंडन मैक्कुलम और ड्वेन स्मिथ की जोड़ी ने 34 पारियों में 1257 रन जोड़े हैं 36.97 के औसत से. मतलब दोनों ही टीमें अपने टॉप ऑर्डर पर बुरी तरह ‘डिपेंडेंट’ हैं और इस मैच में भी यह ‘डिपेंडेंसी’ बदलेगी नहीं.