ऐसा कम ही होता है जब एक टीम प्वाइंट्स टेबल में पहले पायदान पर बनी हुई हो लेकिन उसका कप्तान बुरी तरह फ्लॉप हो रहा हो. मुंबई इंडियंस की कहानी बिल्कुल ऐसी ही है. सात में से 6 मैच जीतकर मुंबई इंडियंस की टीम प्वाइंट्स टेबल में पहले पायदान पर है लेकिन टीम के कप्तान रोहित शर्मा का फॉर्म वापस आने का नाम ही नहीं ले रहा है.
अब तक खेले गए 7 मैच में वो सिर्फ 54 रन बना पाए हैं. उनकी औसत 10.8 की है. कम से कम दर्जन भर खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने एक पारी में उतने रन बना दिए हैं जितने रोहित शर्मा ने 7 मैच में बनाए हैं. रोहित शर्मा की मुसीबत इसलिए भी बढ़ रही है क्योंकि आईपीएल के जरिए वो टीम इंडिया में वापसी का सपना देख रहे थे.
आपको याद ही होगा कि रोहित शर्मा अनफिट होने की वजह से टीम इंडिया से बाहर चल रहे थे. दूसरी परेशानी ये है कि अब तक खेली गई 6 में से पांच पारियों में रोहित शर्मा स्पिन गेंदबाज का शिकार हुए हैं. पुणे के खिलाफ आज जब रोहित शर्मा वानखेड़े स्टेडियम में उतरेंगे तो उनसे यही उम्मीद होगी कि वो खुलकर खेलेंगे और अपनी खोई लय और आत्मविश्वास को हासिल करेंगे.
स्पिन गेंदबाज को समझने में कहां हो रही है भूल
दरअसल रोहित शर्मा स्पिन गेंदबाजों की गेंद को ‘पिक’ नहीं कर पा रहे हैं. उन्हें गेंदबाज के हाथ से गेंद के निकलने और उसके टप्पा खाने के बीच की कहानी समझ नहीं आ रही है. यही वजह है कि वो स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ लगातार फेल हो रहे हैं. उन्हें गुगली समझने में जबरदस्त तकलीफ हो रही है. इस सीजन में अभी तक खेली गई पारियों में ज्यादातर मौकों पर रोहित शर्मा ‘गुगली’ का ही शिकार हुए हैं.
अब रोहित शर्मा के पास एक ही विकल्प बचता है कि वो गेंद की लेंथ को परखकर बल्लेबाजी करें. रोहित शर्मा की टीम लगातार जीत रही है इसलिए उनके सामने किसी तरह का दबाव नहीं है. दबाव है तो सिर्फ अपनी फॉर्म का.
किस तरह स्पिन गेंदबाजों का शिकार हुए हैं रोहित
मुंबई की टीम ने अब तक 7 मैच खेले हैं. इन 7 मैचों में से गुजरात के खिलाफ मैच में रोहित शर्मा ने नॉट आउट 40 रनों की पारी खेली थी. जो आईपीएल के इस सीजन का उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी है. इसके बाद किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ मैच में उन्हें बल्लेबाजी करने के लिए उतरने की जरूरत ही नहीं पड़ी. इन दो मैचों को छोड़ दिया जाए तो सभी पांच मैचों में रोहित शर्मा को स्पिन गेंदबाजों ने अपना शिकार बनाया है.
दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ पिछले मैच में वो अमित मिश्रा की गेंद पर आउट हुए थे. इससे पहले सीजन के पहले मैच में इमरान ताहिर ने उन्हें शानदार गेंद पर बोल्ड किया था. दूसरे मैच में रोहित शर्मा एक बार फिर दहाई के आंकड़े तक पहुंचने से पहले ही पवेलियन लौट गए. इस बार उनका विकेट झटका था सुनील नरैन ने. हालांकि इस फैसले पर विवाद भी हुआ क्योंकि रीप्ले में दिखा कि गेंद ने बल्ले को छुआ था.
सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ तीसरे मैच में रोहित शर्मा को राशिद खान ने किया आउट किया था. इसके बाद मुंबई का मुकाबला बैंगलोर के खिलाफ था. मुंबई फिर जीती क्योंकि एक बार फिर उसके सामने बड़ा लक्ष्य नहीं था. लेकिन इस मैच में भी रोहित शर्मा की किस्मत नहीं बदली. रोहित शर्मा एक बार फिर सभी को निराश करते हुए बगैर खाता खोले पवेलियन लौट गए. परेशानी इस बात की थी कि एक बार फिर उनका विकेट स्पिनर ने ही लिया. वो भी लेग स्पिनर ने और वो गेंद भी गुगली ही थी जिस पर रोहित शर्मा आउट हुए थे.
ये सच है कि जब तक मुंबई इंडियंस लगातार जीत रही है रोहित शर्मा के फॉर्म पर सवाल कम ही उठेंगे. लेकिन इससे बड़ा सच ये है कि आईपीएल के बाद भारतीय टीम को चैंपियंस ट्रॉफी खेलने के लिए इंग्लैंड जाना है. चैंपियंस ट्रॉफी की टीम भी चुनी जाने वाली है. चयनकर्ताओं और कप्तान विराट कोहली की नजर हर एक खिलाड़ी के प्रदर्शन पर है. रोहित शर्मा को इस बात का ‘डाउट’ मिल सकता था कि वो चोट की वजह से कुछ महीने के ‘ब्रेक’ के बाद मैदान में वापस उतरे हैं लिहाजा ‘टच’ में नहीं हैं. लेकिन जिस तरह स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ उनकी कमजोरी सामने आ रही है उसके बाद उन्हें दिक्कत हो सकती है.