अचानक ऐसी स्थितियां बन गई हैं कि दिल्ली डेयरडेविल्स को छोड़कर तकनीकी तौर पर चार टीमें नंबर प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए पसीना बहा रही हैं.
इस वक्त मुंबई इंडियंस, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, राजस्थान रॉयल्स और किंग्स इलेवन पंजाब यूं तो चौथे, पांचवे, छठे और सातवें नंबर की टीम हैं. लेकिन इन सभी टीमों ने 13-13 मैच खेलकर 6 जीत के साथ 12-12 प्वाइंट हासिल किए हैं. सभी टीमों को अभी एक एक मैच और खेलना है. सभी टीमों के पास 14 प्वाइंट हासिल करने का मौका है. दिलचस्प बात ये है कि आखिर में फैसला रनरेट के आधार पर होना है. इसलिए सभी टीमों की नजर इस बात पर है कि वो बड़े से बड़ा स्कोर खड़ा करें. इस पूरी उलटपुलट में सबसे ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है कोलकाता नाइट राइडर्स को.
ऐसा इसलिए क्योंकि फिलहाल उसने 13 मैचों में से 7 में जीत दर्ज करके तीसरी पायदान पर कब्जा जमाया हुआ है. लेकिन कहीं अगर गलती से वो आखिरी मैच हार गई तो फिर उसके खाते में भी 14 प्वाइंट ही रह जाएंगे और वो भी नीचे की चार टीमों की तरह रनरेट के जाल में फंस जाएगी. कोलकाता को और ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत इसलिए भी है क्योंकि उसका आखिरी लीग मैच प्वाइंट टेबल में पहले पायदान पर चल रही सनराइजर्स हैदराबाद की टीम से है.
अभी तक बिल्कुल ‘सेफ’ है कोलकाता नाइट राइडर्स
फिलहाल प्वाइंट टेबल में पहले पायदान पर सनराइजर्स हैदराबाद है. दूसरे पायदान पर चेन्नई सुपरकिंग्स है. ये दोनों ही टीमें प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं. तीसरे पायदान पर कोलकाता की टीम है. अगर वो अपना आखिरी मैच जीत लेती है तो प्लेऑफ के लिए उसका रास्ता बिना किसी किंतु परंतु के खुल जाएगा. कोलकाता की कोशिश भी यही होगी कि वो बिना किसी तनाव के प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करे.
बैंगलोर की टीम ने सनराइजर्स हैदराबाद को हराकर रास्ता दिखा ही दिया है कि अगर उनके खिलाफ जीत हासिल करनी है तो विरोधी टीम को बल्लेबाजी में धमाल करना होगा. जैसा गुरूवार को बैंगलोर की टीम ने 218 रन बनाकर किया. कोलकाता की टीम को और ज्यादा सावधान इसलिए भी रहना होगा क्योंकि लीग मैचों में पिछली बार सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ कोलकाता को 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था. सनराइजर्स हैदराबाद की सधी हुई गेंदबाजी के सामने कोलकाता की टीम 138 रन ही बना पाई थी. इस बार लड़ाई करो या मरो की है. इस बार कोलकाता के बल्लेबाजों को आक्रमकता दिखानी ही होगी.
बचे हुए मैचों का लेखा जोखा
आईपीएल के इस सीजन में लीग स्टेज के अभी 5 मैच बाकि हैं. इन पांच मैचों के नतीजे से ही प्लेऑफ की आखिरी टीम का फैसला होगा. इसमें से एक मैच का, जो आज खेला जाना है कोई मायने इसलिए नहीं है क्योंकि वो मुकाबला दिल्ली और चेन्नई की टीम में है. चेन्नई की टीम प्लेऑफ में पहले ही पहुंच चुकी है और दिल्ली की टीम प्लेऑफ की रेस से बाहर है. चेन्नई की टीम के लिए फायदे की बात ये जरूर हो सकती है कि वो जीत हासिल कर प्वाइंट टेबल में पहले पायदान की टीम बन सके.
असली लड़ाई शनिवार से शुरू होगी. जिसमें राजस्थान रॉयल्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का मैच होगा. इसमें से जो टीम हारी वो प्लेऑफ की रेस से बाहर हो जाएगी. इसके बाद शनिवार को ही कोलकाता का मैच हैदराबाद से होना है. सोमवार दिल्ली और मुंबई की टीम आमने सांमने होंगी. मुंबई की टीम अगर हार जाती है तो वो भी प्लेऑफ की रेस से बाहर हो जाएगी. जीतने की सूरत में उसे रनरेट की आस पर रहना होगा.
आखिरी लीग मैच में चेन्नई और पंजाब की टक्कर होगी. पंजाब को भी प्लेऑफ की रेस में बने रहने के लिए हर हाल में जीत हासिल करनी होगी. चेन्नई की निगाहें भी प्वाइंट टेबल में पहले पायदान पर कब्जा करने की रहेगी. यानी आईपीएल में अभी काफी ऐक्शन होना बाकी है.