BLOG: पहले हफ्ते में ही क्यों पटरी से उतर गई दक्षिण अफ्रीका की टीम ?
भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 6 विकेट से हराकर विश्व कप अभियान की शुरूआत की. दक्षिण अफ्रीका ने मैच की शुरूआत में ही बड़ी गलती कर दी. बता रहे हैं वरिष्ठ खेल पत्रकार शिवेंद्र कुमार सिंह
नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रीका की टीम 2019 विश्व कप में अपना तीसरा मैच हार गई. अभी उसे 6 मैच और खेलने हैं लेकिन इस फ़ॉर्मेट में पहले तीन मैच हारने के बाद किसी भी टीम के लिए टॉप-4 में पहुंचना मुश्किल होगा. टूर्नामेंट की शुरूआत से ही भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के अलावा टॉप-4 की चौथी टीम के तौर पर दक्षिण अफ्रीका की दावेदारी मजबूत मानी जा रही थी. लेकिन अब उसकी टीम बैकफुट पर है. बुधवार को भारत के खिलाफ मिली हार के पीछे टीम का एक बड़ा गलत फैसला रहा. दक्षिण अफ्रीका की टीम ने टॉस जीतकर भी पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. साउथैंपटन का मौसम ऐसा था कि शुरूआती ओवरों में तेज गेंदबाजों को मदद मिली. जिसका फायदा भारतीय गेंदबाजों ने उठाया. क्रिकेट में आम बोलचाल की भाषा में कहें तो भारत के लिए ये ‘गुड टॉस टू लूज़’ रहा. दक्षिण अफ्रीका की टीम भारत के सामने 228 रनों का लक्ष्य ही रख पाई. जिसे भारतीय टीम ने 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया. इसमें उपकप्तान रोहित शर्मा का शानदार शतक भी शामिल रहा. मैच के दौरान कॉमेंट्री कर रहे दिग्गज खिलाड़ियों ने भी दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ ड्यूप्लेसी के इस फैसले पर सवाल उठाए. फाफ ड्यूप्लेसी के इस फैसले के पीछे निश्चित तौर पर पिछले दो मैचों के नतीजे थे.
लक्ष्य का पीछा करके हारी थी पहले दोनों मैच
दक्षिण अफ्रीका की टीम को इस विश्व कप के पहले दोनों मैच में लक्ष्य का पीछा करते हुए हार का सामना करना पड़ा था. इस विश्व कप का पहला मैच दक्षिण अफ्रीका बनाम इंग्लैंड था. इंग्लैड की टीम ने उस मैच में दक्षिण अफ्रीका को 312 रनों का लक्ष्य दिया था. पिच बल्लेबाजी के लिए मुफीद थी लेकिन 300 से ज्यादा रनों के लक्ष्य का पीछा करने में दक्षिण अफ्रीकी टीम की जल्दबाजी उसकी हार में तब्दील हुई. पूरी टीम सिर्फ 207 रन ही बना पाई. दूसरे मैच में तो उसे और अप्रत्याशित हार का सामना करना पड़ा. टूर्नामेंट में अपेक्षाकृत कमजोर मानी जा रही बांग्लादेश की टीम ने उसे 21 रनों से हरा दिया. इस बार दक्षिण अफ्रीका के सामने 331 रनों का लक्ष्य था. जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीकी टीम 309 रन ही बना पाई. ये स्थिति तब हुई जब दक्षिण अफ्रीका की टीम के मिडिल ऑर्डर में हर बल्लेबाज ने रन बनाया. लेकिन रनों की रफ्तार का सही आंकलन ना कर पाना उन्हें भारी पड़ा. बांग्लादेश की टीम पहले भी ऑस्ट्रेलिया, भारत जैसी बड़ी टीमों को हरा चुकी है. इसलिए इस जीत को भले ही उलटफेर ना कहा जाए लेकिन क्रिकेट पंडितों को इस बात की उम्मीद नहीं थी कि बांग्लादेश की टीम दक्षिण अफ्रीका को हरा देगी.
किस्मत भी नहीं दे रही है दक्षिण अफ्रीका का साथ
दक्षिण अफ्रीका की टीम पर ‘चोकर्स’ का टैग काफी समय से लगता रहा है. लगातार शानदार क्रिकेट खेलने वाली ये टीम विश्वकप में अहम मौकों पर दबाव के आगे ढेर होती दिखी है. ये ताज्जुब की ही बात है कि इतनी मजबूत टीम ने आजतक विश्व कप के फाइनल का मुंह तक नहीं देखा है. जबकि चार बार दक्षिण अफ्रीकी टीम सेमीफाइनल में पहुंची है. इस विश्व कप में भी शुरूआत से ही किस्मत दक्षिण अफ्रीका का साथ नहीं दे रही है. उसके दो मुख्य गेंदबाज़ अनफिट हैं. डेल स्टेन का ना खेलना तो पहले से ही तय था अब लुंगी एनगिदी भी चोट की वजह से प्लेइंग 11 से बाहर हो गए हैं. इन दोनों गेंदबाजों की गैरमौजूदगी में दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजी कमजोर हुई है. दक्षिण अफ्रीका का अगला मैच वेस्टइंडीज की टीम से है. वेस्टइंडीज की टीम 20 ओवरों के फॉर्मेट में कमाल की टीम है. इस विश्व कप में पाकिस्तान को हराकर उसने शानदार शुरूआत भी की है. ऐसे में वेस्टइंडीज के खिलाफ भी दक्षिण अफ्रीका को कड़ा संघर्ष करना पड़ेगा. इसके बाद दक्षिण अफ्रीका को आने वाले दिनों में ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड की मजबूत टीमों के खिलाफ भी मैच खेलने हैं. ऐसे में दक्षिण अफ्रीका का अभियान शुरूआती दौर में ही पटरी से उतरता दिख रहा है.