सुनील गावस्कर और संजय मांजरेकर दोनों दिग्गज खिलाड़ी हैं. दोनों को खेल की बारीक समझ है. दोनों कॉमेंट्री करते हैं इसलिए खेल से लगातार जुड़े भी हुए हैं. लेकिन इन दोनों दिग्गज खिलाड़ियों ने जिस तरह दिनेश कार्तिक की वनडे टीम में वकालत की है वो बात थोड़ा हजम नहीं होती. चयनकर्ताओं ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज के लिए वनडे टीम में दिनेश कार्तिक की जगह ऋषभ पंत को तरजीह दी है. दिनेश कार्तिक टी-20 टीम का हिस्सा हैं. निश्चित तौर पर उनके इस फैसले में बतौर कप्तान विराट कोहली और बतौर कोच रवि शास्त्री की रजामंदी है.


ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज खेलने वाली टीम को ही 2019 विश्व कप की टीम भी माना जा रहा है. ऐसे में ये दिख रहा है कि टीम मैनेजमेंट रिसर्व विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर ऋषभ पंत पर दांव खेलना चाहता है. ये बात भी याद रखनी होगी कि बतौर विकेटकीपर पहली पसंद महेंद्र सिंह धोनी ही हैं. लिहाजा ऋषभ पंत सभी मैचों में मैदान में उतरेंगे इसकी संभावना कम ही है. बावजूद इसके दिनेश कार्तिक के मुकाबले उनपर दांव खेले जाने की वजह जान लेते हैं.

ऋषभ पंत में दिखता है भविष्य
दिनेश कार्तिक करीब 34 साल के होने वाले हैं. ऋषभ पंत अभी करीब 22 साल के हैं. अव्वल तो ये बहुत बड़ा फर्क है जो टीम मैनेजमेंट को दिखता है. ऐसी चर्चा है कि विश्व कप के बाद महेंद्र सिंह धोनी संन्यास ले लेंगे. धोनी के बाद ये जिम्मेदारी ऐसे खिलाड़ी के पास जानी चाहिए जो 8-10 साल तक टीम के साथ लगातार खेल सके. ऋषभ पंत की उम्र इस मामले में ‘परफेक्ट’ है. ऋषभ पंत ‘इम्पैक्ट’ वाले खिलाड़ी हैं. वो आक्रामक बल्लेबाज हैं. इसके अलावा टीम इंडिया में वो शिखर धवन के बाद इकलौते बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं.

उन्हें बल्लेबाजी क्रम में कहीं भी ‘फ्लोटर’  के तौर पर उतारा जा सकता है. किसी भी गेंदबाज की लाइन लेंथ बिगाड़ने का माद्दा उनमें है. ऐसे में उनका पलड़ा दिनेश कार्तिक पर भारी है. दिनेश कार्तिक को लेकर ज्यादा चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि 2018 में उन्होंने निदहास ट्रॉफी में करिश्माई बल्लेबाजी कर टीम को खिताबी जीत दिलाई थी. बावजूद इसके ये नहीं भूलना चाहिए कि इस तरह के मैच किसी भी खिलाड़ी के करियर में इक्के दुक्के ही होते हैं.

स्ट्राइक रेट के मामले में भी हैं बेहतर  
ऋषभ पंत ने अभी तक सिर्फ 3 वनडे मैच खेले हैं. उनकी स्ट्राइक रेट 132.25 की है. अब दिनेश कार्तिक की बात कर लेते हैं. 91 वनडे मैच खेल चुके दिनेश कार्तिक का 73.70 है. 14 साल से ज्यादा के वनडे करियर में उनके खाते में एक भी शतक नहीं है. दिलचस्प बात ये है कि इन 14 सालों में वो अलग अलग बैटिंग ऑर्डर पर बल्लेबाजी कर चुके हैं. उनसे बाद में वनडे करियर शुरू करने वाले धोनी ने 10 वनडे शतक लगाए हैं. दिनेश कार्तिक जरूरत पड़ने पर एक मैच में एक ओवर में 15-20 रन बटोर सकते हैं जैसा उन्होंने निदहास ट्रॉफी के फाइनल में किया भी था लेकिन अगर 10 ओवर में प्रति ओवर 10 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करनी हो तो वो शायद ही कर पाएं. ऐसा इसलिए क्योंकि उनके शॉट्स में वो वेरिएशन नहीं है.

दूसरी तरफ ऋषभ पंत वो वेरिएशन दिखाते हैं. संजय मांजरेकर या सुनील गावस्कर अगर दिनेश कार्तिक को रिसर्व ओपनर के तौर पर टीम में देखना चाहते हैं तो हम आपको बताते हैं कि ऋषभ पंत भी घरेलू क्रिकेट में सलामी बल्लेबाजी की भूमिका निभा चुके हैं. अंडर-19 विश्व कप में भी वो बल्लेबाजी की शुरूआत कर चुके हैं. हाल के दिनों में ऋषभ पंत की विकेटकीपिंग में भी सुधार दिखा है. जाहिर है मैच दर मैच उनमें वो परिपक्वता आ रही है जो अनुभव के साथ आनी चाहिए.