बागेश्वर धाम विवाद: धीरेन्द्र शास्त्री के दावे पर संशय, हो सकता है इसके पीछे ये बड़ा खेल
बागेश्वर धाम के महाराज इन दिनों लगातार मीडिया की सुर्खियों में बने हुए हैं. उनके ऊपर अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगा है. उनसे इसके बारे में प्रमाण मांगे जा रहे हैं. इस बीच एबीपी लाइव डॉट कॉम ने आचार्य धीरेन्द्र शस्त्री के दावे और विवाद को लेकर अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि से बात की. उन्होंने कहा कि इसमें हो सकता है कि कोई जादूई ट्रिक हो, इस बात से इनकार तो नहीं किया जा सकता है, लेकिन इस आड़ में सनातन धर्म को बदनाम करने की अंतरराष्ट्रीय साजिश रची जा रही है. उन्होंने सवाल उठाया कि जब दूसरे धर्मों में धर्मांतरण किया जाता तो कोई सवाल नहीं उठता लेकिन सनातन पर लगातार आरोप लगाकर उसे बदनाम करने की कोशिश होती है. आइये जानते हैं बागेश्वर विवाद और आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री विवाद पर उन्होंने क्या-क्या कहा:
बागेश्वर धाम आचार्य धीरेंद्र शास्त्री को लेकर ये विवाद बेवजह बनाया गया है. आप सोचिए ईसाई मिशनरियां “हलो लालिया हलो वालिया” करके धर्मांतरण करवाती हैं, उन पर कोई सवाल नहीं उठाता और मुल्ले मौलाना जो हैं धर्मांतरण करते हैं और पाखंड करते हैं उन पर कोई प्रश्न नहीं उठाता, लेकिन पंडित धीरेंद्र शास्त्री जी अगर लोगों को नशा छुड़वा रहे हैं, लोगों को भगवान राम का जाप करवा रहे हैं, सीता राम करवा रहे हैं, हर हर महादेव करवा रहे हैं तो उस पर लोगों को आपत्ति हो गई. क्योंकि वो तिलक लगाए हैं, हिंदू हैं सनातनी हैं. कहीं न कहीं इसमें भेदभाव है जो लोग आरोप लगाने वाले हैं वो कहीं न कहीं मानते हैं कि हिंदू कुछ भी करें वो गलत है.
सनातनी कुछ भी करें, तिलक लगाएं तो गलत है. ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और इस तरह नहीं होना चाहिए, क्योंकि उनके द्वारा धार्मिक और सामाजिक कार्य किए जा रहे हैं. ये ठीक बात नहीं है बेवजह आरोप लगा देना. उनके पास लाखों लोग जाते हैं. किसी एक ने न कोई शिकायत दर्ज कराई, न एफआईआर दर्ज नहीं कराई किसी ने नहीं कहा कि मेरे से पैसा लिया है. पंडित धीरेंद्र शास्त्री के लिए किसी ने नहीं कहा मेरे साथ छेड़खानी की, किसी ने नहीं कहा कि जमीन कब्जा ली. धर्म के नाम पर गोरखधंधा किया. बेवजह आरोप लगाने हैं क्योंकि सनातन धर्म का उत्थान हो रहा है.
सनातन धर्म के काम करने वाले का उछाला जाता है नाम
धीरेंद्र शास्त्री का नाम उछाले जाने के पीछे की वजह कुछ भी हो सकती है. हमेशा से ऐसा रहा है कि जो सनातन धर्म के लिए काम करता है उसका नाम उछाला जाता है आरोप लगाए जाते हैं. अनेक यातनाएं दी जाती हैं. ऐसा रहा ही है ऐसी शक्तियां हैं जो पश्चिमी कल्चर से प्रभावित हैं, जो चाहती हैं कि इन लोगों को हमेशा प्रतिबंधित करते रहे, सलाखों के अंदर डाले, प्रताड़ित करें. ये बिल्कुल एक अंतरराष्ट्रीय साजिश के तहत किया जा रहा है. भारत में जितने संत हैं, जितने धर्म प्रचारक हैं. जितने भी सनातनधर्मी है, उनके खिलाफ ये एक साजिश है.
धीरेंद्र शास्त्री के दावे की कुछ भी हो सकती है सच्चाई
कल चैनलों पर दिखाया कि एक मैजिशियन वो भी इसी तरह से रीड कर लेती हैं, पढ़ लेती हैं, लेकिन वो बता रही थी ये ट्रिक होती है. उसमें क्या सच्चाई है मैं उस पर नहीं जा रहा हूं कि वो क्या करती हैं. धीरेंद्र शास्त्री अगर ये कहते हैं कि मेरे सामने जो कोई आता है मैं देख के समझ जाता हूं कि उसे क्या दुख है, जहां तक इस पर बात की जाए तो, संभव तो बहुत कुछ है.
इस पर सफाई तो शास्त्री जी ही देंगे, वो ही बताएंगे कि वो ये कैसे करते हैं क्योंकि वो ट्रिक भी हो सकती है, नहीं भी हो सकती है और कोई साधना भी हो सकती है, लेकिन मूल विषय ये है कि वो कुछ गलत नहीं कर रहे हैं. अगर वो ट्रिक भी है तो उसके माध्यम से उन्होंने किसी के साथ छल, धोखाधड़ी तो नहीं की है. ऐसी कोई शिकायत तो नहीं है. उसको बेवजह क्यों तूल दिया जाए.
कोई अपराध नहीं किया है
अगर ये ट्रिक भी है तो उन्होंने अपराध तो नहीं किया न. किसी के साथ छल धोखा बेईमानी नहीं की न वो तो नशा छुड़वा रहे हैं. भगवान के नाम का जप करवा रहे हैं. कल्याण के लिए ही बात कर रहे हैं. अच्छी बातें कर रहे हैं. हमें लगता है कि उसमें किसी तरह की कोई परेशानी किसी को नहीं होनी चाहिए.
सनातनी होने के नाते समर्थन
पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर सवाल गैरवाजिब हैं. हमें लगता है कि आप पादरी और मौलाना पर भी सवाल उठाएं. परीक्षा लेनी है तो सबकी परीक्षा एक साथ लो. ये क्या मतलब है कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री की तो आप परीक्षा लेंगे और उन्हें छुट्टा, खुला छोड़ देंगे. सही बात नहीं है न! सबको लाओ तब देखते हैं कि कौन सच है. सत्यता किसमें हैं.
तब देखोगे कि हमारा सनातन धर्म जीतेगा वो मजबूत होगा. धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में खुलकर आने की मेरी वजह कुछ नहीं हैं. वजह ये है कि मैंने देखा है कि वो अपने धर्म के लिए खड़े हैं.उन्होंने आह्वान भी किया कि हम हिंदू हैं. सनातनी हैं, इसलिए लोगों के पेट में दर्द हो रहा है. ये स्वाभाविक है कि हम उनका साथ और समर्थन तो देंगे न.
सनातन धर्म को टारगेट
सनातन धर्म का जो प्रचार कर रहा है उसके खिलाफ ही बार-बार षड़यंत्र होता है तो इसलिए लगता है प्रत्यक्षं किम् प्रमाणं. पॉल दिनाकरन कितना धर्म प्रचार कर गया है. ‘हलो लालिया हलो लालिया’ कह कर धर्म परिवर्तन करा गया. यहां एक बार ‘हर हर महादेव’ हो गया तो लोगों के पेट में दर्द हो गया. पॉल दिनाकरन का तो कभी कुछ नहीं कहा कि आओ इनका परीक्षण करेंगे जांच करेंगे. हर हर महादेव हुआ तो मैजेशियिन बुला लिया उनके लिए क्यों ऐसा नहीं किया गया.
क्या बुरा कर रहे हैं?
सनातन धर्म को कैसे खत्म किया जाए. सनातन धर्मियों की आस्था कैसे प्रभावित की जाए. आचार्य धीरेंद्र शास्त्री जो कर रहे हैं, उसमें ट्रिक भी हो सकती है ये मेरा मानना नहीं हैं. चैनल पर जैसे दिखा रहे हैं वो कह रहे हैं ये ट्रिक है. चैनल पर दिखा रहे हैं कि एक लड़की पढ़ रही है वो कह रही है ये ट्रिक है. गर ट्रिक भी है तो किसी का बुरा क्या कर रहे हैं. हम तो अध्यात्म के नजरिए से देखते हैं. हमारे यहां अनेक साधनाएं हैं. उन साधनाओं का भी असर हो. अगर ट्रिक भी होगी तो पंडित धीरेंद्र किसी का बुरा क्या कर रहे हैं, किसी का बिगाड़ क्या रहे हैं.
[नोट- उपरोक्त दिए गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं. ये जरूरी नहीं कि एबीपी न्यूज़ ग्रुप इससे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.]