देश के किसी भी राज्य में चुनाव हों और वहां के किसी नेता के बारे में उसकी पुरानी जन्म-कुंडली बाहर न आये,ऐसा कभी हो ही नहीं सकता. अक्सर ये काम विरोधी दल ही किया करते हैं लेकिन किसी नेता का कोई सगा-संबंधी ही चुनाव से ऐन पहले इसे अंज़ाम दे डाले तो वह सिर्फ़ उस नेता के लिए ही नहीं बल्कि समूची पार्टी के लिए शर्मिंदगी की ऐसी वजह बन जाती है कि उसे 'बैक फुट' पर आने के लिए मज़बूर होना पड़ता है.
पंजाब की चुनावी सियासत में कुछ ऐसा ही होता दिखाई दे रहा है. सूबे में कांग्रेस के मुखिया नवजोत सिंह सिद्धू आज अमृतसर ईस्ट विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल करने वाले हैं, लेकिन उससे चौबीस घंटे पहले ही उनकी एक कथित बहन ने ऐसा धमाका कर दिया है, जो उनके चीफ मिनिस्टर बनने की दावेदारी पर पानी फेर सकता है. हम न तो उनकी बहन के दावों के सही होने का कोई सबूत दे सकते हैं और न ही ये जानते हैं कि इसके पीछे विपक्ष है या कांग्रेस में बैठे लोगों की ही ये खुराफ़ाती सियासत है.
दरअसल,नवजोत सिद्धू की एक बहन है, जो हैं तो एनआरआई लेकिन पंजाब के चुनाव से एन पहले वे अचानक प्रकट हुईं हैं.शुक्रवार को उन्होंने चंडीगढ़ में प्रेस कांफ्रेंस करके सिद्धू पर जो आरोप लगाए हैं, उनकी सच्चाई तो कोई नहीं जानता लेकिन उसे सिद्धू के सियासी भविष्य पर खतरे के बादल मंडराने से कम भी नहीं समझ सकते. नवजोत सिद्धू की ये NRI बहन अमेरिका में रहती हैं और इनका नाम हैसुमन तूर. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिद्धू और उनके परिवार के सदस्यों के साथ अपनी तस्वीरें जारी की हैं, ये साबित करने के लिए वे भी सिद्धू परिवार का ही हिस्सा हैं. लेकिन इसकी खास वजह भी थी क्योंकि अगर सुमन तूर की बात पर यकीन करें तो उनके मुताबिक सिद्धू और उनके परिवार के सदस्यों ने उन्हें पहचानने से ही इनकार कर दिया था.शायद यही वजह थी कि उन्हें वे सारी तस्वीरें मीडिया के आगे पेश करने के लिए मजबूर होना पड़ा.
वैसे सिद्धू के नामांकन दाखिल करने से ठीक पहले इसे महज़ फैमिली ड्रामा मानकर दरकिनार इसलिये भी नहीं कर सकते क्योंकि पंजाब ऐसा सूबा है, जहां की महिलाएं जरूरत से ज्यादा संवेदनशील समझी जाती हैं. इसलिये एक महिला द्वारा लगाए गए आरोप को वे इतनी आसानी से नज़रंदाज़ करने वाली भी नहीं हैं. लिहाज़ा इस ताजे घटनाक्रम को सिर्फ सिद्धू नहीं, बल्कि कांग्रेस के लिए भी खतरे का एक बड़ा संकेत समझना चाहिए.
सुमन तुर ने सिद्धू पर अमानवीय बर्ताव और ज्यादतियां करने जैसे संगीन आरोप लगाए हैं. तुर का आरोप है कि "नवजोत सिद्धू ने झूठा बयान दिया कि मेरे माता-पिता न्यायिक यानी कानूनी तौर पर अलग हुए थे. उन्होंने सिद्धू को निर्दयी बताते हुए ये भी कहा कि साल 1986 में उनके पिता भगवंत सिंह सिद्धू की मौत के बाद नवजोत सिद्धू ने उनकी मां निर्मल भगवंत कौर और उनकी बड़ी बहन को घर से बाहर निकाल दिया था. उनकी मां ने अपनी छवि औऱ इज्ज़त बचाने के लिए दिल्ली के चक्कर भी काटे औऱ अंततः दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर उनकी एक लावारिस की तरह मौत हो गई. सुमन तूर ने आरोप तो ये भी लगाया है कि ये सब नवजोत सिद्धू ने पुश्तैनी प्रॉपर्टी को हथियाने के लिए किया था.
सुमन तूर के दावों में कितना सच है, ये तो 32 बरस पहले उनके नजदीकी ही जानते होंगे, क्योंकि उनका कहना है कि वे 1990 में पंजाब से अमेरिका चली गईं थीं. वे तो ये भी दावा कर रही हैं कि नवजोत सिद्धू से मिलने वे उनके अमृतसर स्थित घर पर भी गई थीं लेकिन उन्होंने दरवाजा तक नहीं खोला.
क्रिकेट औऱ टीवी की दुनिया के बाद सियासत में अपना नाम चमकाने वाले नवजोत सिद्धू की पारिवारिक जिंदगी का सच आखिर क्या है, ये शायद लोग अब तक नहीं जानते थे .लेक़िन सुमन तूर के इन आरोपों के बाद सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने इसका खुलासा कर दिया है. उन्होंने अपने पति का बचाव करते हुए इस हक़ीक़त को लोगों के सामने रखा है कि सिद्धू के पिता भगवंत सिंह ने दो शादियां की थीं. लिहाज़ा,सिद्धू की दो बहनें उनके पिता की पहली शादी से हैं,इसलिये वे सगी नहीं हैं और चुनाव के वक़्त किसी भी मकसद से वे ऐसे आरोप लगा सकती हैं.
लेकिन सोचने वाली बात ये है कि नवजोत सिद्धू तो इससे पहले भी कई चुनाव जीतकर सांसद,विधायक और पंजाब सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं.तब उनकी ये बहन आखिर खामोश क्यों थीं. इसलिये सवाल उठता है कि अब ये सारे राज खोलने के पीछे कांग्रेस की ही कोई अंदरुनी सियासत तो नहीं है, ताकि मुख्यमंत्री पद की दावेदारी से सिद्धू का पत्ता ही साफ कर दिया जाए?
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