कोरोना संकट: शादी के सीजन में बैंक्वेट हाल में शादी नहीं, तैयार हो रहा है अस्थाई कोविड केयर सेंटर
नई दिल्ली: देश की राजधानी में कोरोना के मामलों ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. दिल्ली में एक दिन में दर्ज होने वाले कोरोना के मामलों का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा सामने आया है जो कि 10 हज़ार के पार हो गया है. कोरोना के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अस्पतालों में बेड्स की उपलब्धता को लेकर चिंता भी जताई है. ऐसे में अब दिल्ली में एक बार फिर अस्थाई अस्पताल बनाने की तैयारी शुरू हो चुकी है.
कोरोना मामलों में बढ़ोत्तरी के साथ ही कई प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में बेड्स की किल्लत सामने आ रही है. ऐसे में बेड्स की कमी को दूर करने के लिए दिल्ली सरकार एक बार फिर अस्थाई कोविड केयर सेंटर तैयार करा रही है ताकि किसी को बेड की किल्लत न हो. दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल के ठीक सामने मौजूद शहनाई बैंक्वेट हॉल को 120 बेड वाला कोरोना अस्पताल बनाया जा रहा है. इससे पहले भी पिछले साल जून के महीने में इस बैंक्वेट हॉल में अस्थाई कोविड केयर सेंटर बनाया गया था, उस दौरान यहां 200 से ज़्यादा कोरोना मरीज़ों का इलाज किया गया था.
दिल्ली सरकार ने शहनाई बैंक्वेट हॉल को फिर से कोविड सेंटर बनाने के लिए आदेश जारी किये हैं. ABP न्यूज़ ने बैंक्वेट हाल में चल रही तैयारियों का जायज़ा लिया. यहां चलने वाले कोविड सेंटर में मेडिकल सुविधाओं की जिम्मेदारी 'डॉक्टर्स फ़ॉर यू' संस्था को सौंपी गई है.
'डॉक्टर्स फ़ॉर यू' के अध्यक्ष डॉ रजत जैन ने बताया कि यर महज़ आइसोलेशन सेंटर नहीं है बल्कि इस कोविड सेंटर में एक कोरोना मरीज़ को ऑक्सीजन से लेकर हर ज़रूरी ट्रीटमेंट मुहैया कराया जाएगा. अभी यहां पर 100 बेड्स की व्यवस्था की गई है. हर बेड के साथ ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर या ऑक्सीजन सिलेंडर का इंतज़ाम किया गया है. ऐसे मरीज़ जो होम आइसोलेशन के लिए फिट नही हैं या अकेले रहते हैं या उनके घर पर देखरेख के लिए कोई नही रहता है, तो कोविड सेंटर पर उनकी केयर की जाती है. इसके अलावा अगर कोविड सेंटर में किसी कोरोना मरीज़ की तबीयत बिगड़ती है तो उसे नज़दीकी अस्पताल में तुरंत भर्ती किया जाता है.
बेड्स की उपलब्धता पर मुख्यमंत्री की बात का समर्थन करते हुए रजत जैन ने कहा कि बहुत से लोग गंभीर रूप से बीमार नही होते हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की ज़रूरत भी नहीं होती. लेकिन कई बार लोग डर की वजह से अस्पताल में भर्ती हो जाते हैं. ऐसे में गंभीर रूप से बीमार कोरोना मरीज़ जिन्हें वाकई बेड्स की ज़रूरत है उनको बेड नही मिल पाता है. इसलिए हम सभी से अपील करते हैं कि अगर ज़रूरत हो तभी अस्पताल में भर्ती हों.
क्या रहेगी बैंक्वेट हॉल मे बने कोविड केयर सेंटर में मरीज़ों के इलाज की व्यवस्था
- कोरोना मरीज़ के लिए सभी 120 बेड्स के साथ ऑक्सीजन की व्यवस्था भी होगी
- 24 घन्टे होगी कोरोना मरीज़ों की देखरेख, सुबह, शाम और रात की शिफ्ट में भर्ती हुए मरीज़ो के आधार पर होगी डॉक्टर्स, नर्सेज और पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती
- 30 से ज़्यादा सीसीटीवी कैमरों से रखी जाएगी मरीज़ों पर नज़र, हॉल में ही होगी बाथरूम की व्यवस्था
- सेंटर में साफ सफाई के लिए करीब 12 हाउस कीपिंग स्टाफ तैनात किए जाएंगे
- मरीज़ों के लिए सुबह चाय, नाश्ता, लंच, शाम को भी नाश्ता, और डिनर की व्यवस्था होगी
पिछले साल कोरोना को लहर के दौरान शहनाई बैंक्वेट हॉल के अलावा पूर्वी दिल्ली के कॉमनवेल्थ विलेज में भी कोविड सेंटर बनाया गया था जहां 2000 से ज़्यादा कोरोना मरीज़ों का इलाज़ किया गया था. साउथ दिल्ली में देश का सबसे बड़ा सरदार पटेल कोविड सेंटर बनाया गया था, यहां 16 हजार से ज़्यादा कोरोना मरीज़ो का इलाज़ किया गया था.