2019 आईपीएल सीजन के पहले हफ्ते के बाद प्वाइंट टेबल देखिए. चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम 3 मैच में 3 जीत दर्ज करके नंबर एक की पायदान पर है. पहली दो जीत के बाद धोनी की कप्तानी की तारीफ हो रही थी. अब राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ रविवार को धोनी ने जो धुंआधार पारी खेली है उसके बाद उनकी बल्लेबाजी की तारीफ हो रही है. रविवार को राजस्थान के खिलाफ चेन्नई का टॉप ऑर्डर बिल्कुल नहीं चला.
अंबाती रायडू, शेन वॉटसन और केदार जाधव पहले पावरप्ले के खत्म होने से पहले ही पवेलियन लौट चुके थे. स्कोरबोर्ड पर सिर्फ 27 रन थे. ऐसे वक्त में धोनी ने मोर्चा संभाला. सुरेश रैना ने उनका साथ दिया. हमेशा की तरह धोनी ने पहले क्रीज पर निगाहें जमाई और उसके बाद रनों की बरसात कर दी. धोनी ने 46 गेंद पर 163 से ज्यादा की स्ट्राइक रेट से नॉट आउट 75 रन बनाए. इसमें चार चौके और चार छक्के शामिल हैं.
दिलचस्प बात ये है कि इन चार में से तीन छक्के धोनी ने आखिरी ओवर की आखिरी तीन गेंदों पर लगाए. रवींद्र जडेजा और धोनी ने मिलकर जयदेव उनादकट के उस ओवर में 25 रन बटोरे. यही 25 रन बाद में राजस्थान रॉयल्स को भारी पड़े. चेन्नई ने जीत के लिए 176 रनों का लक्ष्य राजस्थान रॉयल्स को दिया था. राजस्थान की टीम 20 ओवर में 167 रन ही बना पाई. इस तरह चेन्नई सुपरकिंग्स ने 8 रन से जीत हासिल की. राजस्थान रॉयल्स के लिए ये हार इसलिए बड़ी है क्योंकि इस सीजन में ये उनकी तीसरी हार है.
माही की बिंदास बल्लेबाजी
माही यानि महेंद्र सिंह धोनी के बारे में हर कोई जानता है कि वो मैच को हमेशा आखिरी ओवर तक ले जाने की कोशिश करते हैं. उनकी टीम चाहे पहले बल्लेबाजी कर रही हो या बाद में उनकी कोशिश होती है कि बार-बार ‘रिस्क’ लेने की बजाए मैच के अंत में एक बड़ा जोखिम लिया जाए. इसमें सफल या नाकाम होने का मतलब सीधा जीत या हार से होता है. राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैच में ही 19वें ओवर तक उन्होंने 42 गेंद पर 56 रन बनाए थे. ज्यादातर ‘ग्राउंडेड’ शॉट्स खेले थे. जोखिम से दूर थे.
फिर आखिरी ओवर में उन्होंने पूरा दम लगाया और 19 रन बटोरे. इसके साथ ही धोनी पारी के बीसवें ओवर में अपने आईपीएल करियर में 500 से ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज भी बन गए. धोनी ऐसा कारनामा पहले भी कर चुके हैं. अब तक पारी के 20वें ओवर में धोनी 503 रन बना चुके हैं. इसमें 41 छक्के उन्होंने लगाए हैं. आखिरी ओवर में उनका स्ट्राइक रेट 240 के करीब का है. अपने करियर के कुल रनों में करीब 12 फीसदी रन उन्होंने पारी के बीसवें ओवर में ही बनाए हैं.
धोनी की बल्लेबाजी पर क्यों हो रही है इतनी चर्चा
धोनी हमेशा सुर्खियों में रहते हैं. हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वन सीरीज में टीम इंडिया की हार में धोनी की कमी हर किसी ने महसूस की. विकेट के पीछे अब भी उनकी चुस्ती फुर्ती कमाल की है. वो स्पिन गेंदबाजों को विकेट के पीछे से जो ‘इनपुट’ देते हैं उसकी चर्चा पूरे ‘क्रिकेटिंग वर्ल्ड’ में है. बहुत सारे क्रिकेट फैंस ऐसे हैं जो विराट कोहली को कप्तान और धोनी को सुपर कप्तान बोलते हैं.
ऐसा इसलिए क्योंकि मैच में जब भी कोई मुश्किल घड़ी आती है विराट कोहली धोनी से सलाह लेते हैं. इन सारी बातों के बाद भी धोनी को लेकर अक्सर इस बात पर आलोचना की जाती है कि अब बल्लेबाजी में वो पहले जैसे आक्रामक नहीं रहे. उनके आलोचक लिमिटेड ओवर मैचों में उनके स्ट्राइक रेट को लेकर अक्सर माथापच्ची करते हैं. इस बात को लेकर खूब सवाल उठाए जाते हैं कि धोनी अब पहले जैसे खुलकर क्यों नहीं खेलते.
धोनी कभी इन बातों को जवाब नहीं देते. वो हमेशा बस इतना कहते हैं कि वो मैच और टीम की जरूरत के हिसाब से बल्लेबाजी करते हैं. रविवार को 46 गेंद पर नॉट आउट 75 रनों की उनकी पारी भी ऐसी ही श्रेणी में आती है. ऐसे माहौल में जब 2019 विश्व कप धोनी का आखिरी विश्व कप माना जा रहा है ऐसी धुआंधार पारियां धोनी के लिए महफिल जीतने के काम आएंगी.