बचपन में एक कहानी हम सभी ने सुनी है. एक सोते शेर को एक चूहे ने छेड़ा. शेर ने जब चूहे को पकड़ लिया तो चूहे ने माफी मांगी और भविष्य में कभी मदद की बात कहकर जान बचाकर वहां से भागा. उस वक्त तो शेर को चूहे की मदद वाली बात उसका बड़बोलापन लगी लेकिन बाद में कहानी में ट्विस्ट आ गया. हुआ यूं कि एक रोज एक शिकारी ने जाल बिछाया था, जिसमें शेर फंस गया. शेर ने मदद की गुहार लगाई. चूहा पास से गुजर रहा था. उसने शेर की आवाज को पहचान लिया. उसने जाल को काट दिया और शेर आजाद हो गया.


जाने क्यों इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज में भारतीय बल्लेबाजों का जो हाल हो रहा है उसे देखकर ये कहानी बार-बार याद आ रही है. एशियाई पिचों पर अपने बल्लेबाज किसी शेर से कम नहीं हैं. बड़े बड़े स्कोर, बड़े बड़े रिकॉर्ड्स उनके खाते में दर्ज हैं. मुश्किल ये है कि टेस्ट सीरीज में वो इंग्लिश गेंदबाजों के बिछाए जाल में बुरी तरह फंसे हुए हैं. सभी बल्लेबाज एक जैसी गलती बार बार करके आउट हो रहे हैं. कहानी में तो चूहा आ गया था लेकिन ये असलियत है इसलिए चूहा कहां से आएगा? यहां तो जाल से खुद ही निकलना होगा जो फिलहाल बहुत मुश्किल ‘टास्क’ लग रहा है.


अंदर-बाहर जाती गेंद का जाल
इंग्लिश गेंदबाजों ने अंदर-बाहर जाती गेंद का जाल बिछाया है. इस जाल में भारतीय बल्लेबाजों का दिमाग पूरी तरह फंस चुका है. वो गेंद की लाइन ही नहीं समझ पा रहे हैं. विराट कोहली के लिए मुसीबत ये है कि ये गलती किसी एक बल्लेबाज ने नहीं बल्कि पूरी की पूरी बैटिंग यूनिट से हो रही है.


शुरूआत मुरली विजय से करते हैं. जो टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज हैं. लॉर्ड्स में वो दोनों पारी में बगैर खाता खोले पवेलियन लौटे, ऐसा क्यों हुआ? ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि एंडरसन ने उन्हें एक बाहर अंदर जाती गेंद पर चकमा दिया दूसरी बार बाहर जाती गेंद पर. केएल राहुल के साथ भी यही ‘खेल’ हुआ. एक पारी में अंदर आती गेंद और दूसरी पारी में बाहर जाती गेंद ने उन्हें पवेलियन लौटने पर मजबूर किया. अजिंक्य रहाणे तो दोनों ही पारियों में लगभग एक जैसी गेंद पर गलती करके आउट हुए. पुजारा पहली पारी में रन आउट हुए थे लेकिन उनके जैसे ‘सॉलिड डिफेंस’ वाला बल्लेबाज दूसरी पारी में अंदर आती गेंद पर आउट हो गया.


विराट कोहली को छोड़ देते हैं क्योंकि उन्होंने पहले टेस्ट मैच में शानदार शतक लगाया था और दूसरे टेस्ट मैच की गलती के बाद तीसरे टेस्ट मैच में वो निश्चित तौर पर अपनी गलती पर मेहनत करके मैदान में उतरेंगे.


अब आगे का रास्ता क्या है
भारतीय टीम पहले दोनों टेस्ट मैच हार चुकी है. अगला टेस्ट मैच 18 तारीख से नॉटिंघम में शुरू होगा. यूं तो अभी 3 टेस्ट मैच बाकि हैं लेकिन जिस तरह की दुर्गति भारतीय टीम की हुई है उससे सीरीज में वापसी की चुनौती बहुत कठिन हो गई है. ये विराट कोहली और टीम इंडिया के लिए शान की लड़ाई है. इस सीरीज से पहले विराट कोहली लगातार ये बयान दे रहे थे कि वो टीम इंडिया को इस तरह तैयार कर रहे हैं कि उन्हें कोई ‘प्रेडिक्ट’ ना कर सके यानी ये ना जान सके कि टीम इंडिया की रणनीति क्या है. उनका ये बयान 360 डिग्री उलटा साबित हुआ है.


इंग्लिश टीम भारतीय बल्लेबाजों की कमजोरी की नस नस को जान चुकी है. भारतीय बल्लेबाज दूसरी पारी में बाहर जाती गेंद से बचने के इरादे और तैयारी से मैदान में उतरे थे, इंग्लिश टीम के गेंदबाजों ने रणनीति ही बदल दी. उन्होंने इस बार लगातार अंदर आती गेंद से भारतीय बल्लेबाजों की कलई खोली. उन्होंने दिखाया कि पिच और इंग्लिश गेंदबाजों का भूत भारतीय बल्लेबाजों के सर पर चढ़ गया है. एशियाई देशों के बाहर ऐसा भारतीय टीम के साथ पहले भी कई बार होता रहा है. अब अगर अगले कुछ घंटों में भारतीय बल्लेबाजों ने दिमाग से इंग्लिश गेंदबाजों का खौफ नहीं निकाला तो नॉटिंघम में भी कहानी बदलने वाली नहीं है.