एकदिवसीय कर्मकांड से आगे, भाषा और उसके निवासियों की नैतिकता और एथिक्स पर बात कौन करेगा?

हिंदी दिवस पर बोलते गृहमंत्री अमित शाह
Source : PTI
हिंदी की एक लघुपत्रिका के संपादक ने एक दिन अफसोस में लिखा, "कविता विशेषांक के लिए आई अनेक कविताओं में सिर्फ वक्तव्य है, कविता नहीं है. ज्यादातर कवियों का सरोकार न समय से है और न समाज से. लोक
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, Blog और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें