ब्लॉग: अब ‘वो’ दिन लद गए जब पाकिस्तान का पलड़ा भारी होता था
चैम्पियंस ट्रॉफी का इससे जबरदस्त फाइनल हो ही नहीं सकता था. जब मियामी जैसे देश में भारतीय टीम को देखने के लिए टिकटों की ‘फुल बिक्री’ हो जाती है तो इस मैच के लिए तो स्टेडियम का हर कोना ‘हाउसफुल’ होना लाजमी है. 18 तारीख को जब ओवल में भारत-पाकिस्तान आमने-सामने होंगे तो ये दुनिया में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले ‘स्पोर्टिंग इवेंट’ में से एक होगा.
इसकी वजह बड़ी साफ है. दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों को भारत-पाकिस्तान का मैच हमेशा से पैसा वसूल मुकाबला लगता है. सब कॉन्टिनेंट की इन दो टीमों के बीच जब भी मुकाबला होता है ज्यादातर मौकों पर मामला रोमांच से भरा रहता है. इन दोंनो टीमों के बीच क्रिकेट रिश्तों की एक लंबी कहानी है. मोहम्मद हनीफ, फजल महमूद से लेकर शोएब अख्तर, सचिन तेंडुलकर तक.
इस दिलचस्प मुकाबले से पहले आइए इन दोनों टीमों के रिकॉर्ड बुक को खंगालते हैं. हार जीत का ब्यौरा भी देख लेते हैं. भारतीय क्रिकेट फैंस की एक ऐसी पीढ़ी भी हैं, जिसने जब से होश संभाला है उन्हें भारतीय टीम ही जीतती दिखाई दे रही है लेकिन सच ऐसा नहीं है. आपको शायद जानकर ताज्जुब होगा कि वनडे क्रिकेट की रिकॉर्ड बुक में अब भी पाकिस्तान का ही पलड़ा भारी है. भारत पाकिस्तान के बीच आज तक जितने वनडे मैच अब तक खेले गए हैं, उसमें पाकिस्तान ने ज्यादा मैच जीते हैं.
रिकॉर्ड बुक में पाकिस्तान बनाम भारत- इतिहास पाकिस्तान के साथ
भारत और पाकिस्तान के बीच अब तक कुल 128 वनडे मैच खेले गए हैं. इनमें से 72 मैच पाकिस्तान ने जीते हैं. भारत के पक्ष में 52 मैचों का नतीजा रहा है. 4 मैचों का नतीजा नहीं निकला है. इसमें से 30 मैच भारतीय मैदानों में खेले गए. यहां भी जीत हार के मामले में पाकिस्तान का पलड़ा भारी है. भारत ने 11 मैच जीते हैं जबकि पाकिस्तान ने 19.
पाकिस्तानी पिचों पर खेले गए 27 मैचों में से भारत को 11 मैचों में जीत मिली है. पाकिस्तान ने अपने मैदानों पर खेले गए मैचों में से 14 मैचों में जीत हासिल की है. दो मैचों का नतीजा नहीं निकला है. दोनों देशों के बीच राजनीतिक रिश्ते कुछ ऐसे रहे कि इन्होंने एक दूसरे के देशों के मुकाबले ज्यादा मैच किसी तीसरे देश में खेले हैं. वहां के रिकॉर्ड्स भी देख लीजिए.
भारत पाकिस्तान ने 71 मैच न्यूट्रल मैदानों पर खेले हैं. इसमें से 30 मैचों में भारतीय टीम को जीत मिली है जबकि 39 मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा है. 2 मैचों का नतीजा नहीं निकला. न्यूट्रल वेन्यू पर खेले गए मैचों में ज्यादातर मैच शारजाह और टोरंटो वाले दौर के हैं.
रिकॉर्ड बुक में पाकिस्तान बनाम भारत- मौजूदा दौर में भारत आगे
भारतीय टीम ने तमाम स्तर की बातचीत के बाद 2004 में पाकिस्तान का दौरा किया था. ऐसा 14 साल के लंबे अंतराल के बाद हुआ था जब भारतीय टीम पाकिस्तान के दौरे पर गई थी. सौरव गांगुली भारतीय टीम के कप्तान हुआ करते थे. पाकिस्तान की कप्तानी इंजमाम-उल-हक के पास थी.
भारतीय टीम उससे ठीक पहले विश्व कप और ऑस्ट्रेलिया में शानदार प्रदर्शन करके लौटी थी. जिसकी वजह से उनका आत्मविश्वास अलग ही ‘लेवल’ का था. नतीजा ये हुआ कि उस सीरीज में भारत ने टेस्ट और वनडे सीरीज दोनों पर कब्जा किया.
2004 से पहले के आंकड़े बताते हैं कि भारत पाकिस्तान के बीच खेले गए 95 मैच में से 58 मैच पाकिस्तान ने जीते थे जबकि 33 मैच भारत ने जीते थे. 2004 की उस ऐतिहासिक सीरीज के बाद से ये आंकड़े बहुत तेजी से बदल गए. जो दबाव कभी भारतीय टीम पर हुआ करता था वो ‘शिफ्ट’ होकर पाकिस्तान की टीम पर चला गया.
आंकड़े बताते हैं कि 2005 से लेकर अब तक खेले गए मैचों में भारत का पलड़ा भारी रहा है. दोनों टीमों ने 33 मैच खेले. इसमें से 19 मैच भारत ने और 14 मैच पाकिस्तान के खाते में आए. 2010 के दशक ने तो इस अंतर को और बड़ा कर दिया. इसकी वजह ये रही कि भारतीय क्रिकेट और ज्यादा ‘प्रोफेशनल’ होता चला गया.
पाकिस्तान इससे उलट विवादों में ही उलझा दिखाई दिया. जिसका नतीजा हुआ कि 2010 के बाद से अब तक खेले गए 10 मैचों में से पाकिस्तान को सिर्फ 3 मैचों में जीत मिली जबकि भारतीय टीम ने 7 मैच जीते हैं. रविवार को जब दोनों टीमें चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल के लिए मैदान में उतरेंगी तो ये तमाम आंकड़े उनके दिमाग में भी तेजी से घूम रहे होंगे.