(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
विराट का एक गलत फैसला और हार से हुई सीरीज की शुरूआत
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज की शुरूआत हार से हुई. इस हार के साथ ही कप्तान विराट कोहली का एक फैसला कटघरे में खड़ा कर दिया गया है.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज की शुरूआत हार से हुई. इस हार के साथ ही कप्तान विराट कोहली का एक फैसला कटघरे में खड़ा कर दिया गया है. इस बात पर पहले भी चर्चा होती रही है कि विराट कोहली कई बार ‘क्रूशियल’ मौके पर गलत फैसले ले लेते हैं. बुद्धवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ.
भारतीय टीम पहले टी-20 मैच में 17 ओवर में 174 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी. आपको बता दें कि बारिश की वजह से मैच को 17 ओवर का कर दिया गया था. हमेशा की तरह शिखर धवन और रोहित शर्मा ने पारी की शुरूआत की. शुरूआत अच्छी भी रही. 4.1 ओवर में भारत को पहला झटका लगा जब रोहित शर्मा आउट हो गए. बेहरेनडॉर्फ ने उनका विकेट लिया. इस वक्त भारतीय टीम के स्कोरबोर्ड पर 35 रन जमा हुए थे.
भारत को अभी जीत के लिए करीब 140 रनों की जरूरत थी. विकेट के दूसरे छोर पर शिखर धवन निर्भीक होकर बल्लेबाजी कर रहे थे. रोहित के आउट होने के बाद भी उम्मीद थी कि विराट कोहली के आने पर मामला संभल जाएगा. ये मामला बिगड़ा तब नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने के लिए विराट कोहली ने अपनी जगह आउट ऑफ फॉर्म चल रहे केएल राहुल को भेज दिया. केएल राहुल पर कप्तान ने जो भरोसा किया था वो टूट गया. केएल राहुल 12 गेंद पर 13 रन बनाकर आउट हो गए. उनके आउट होने के साथ ही ये बहस फिर शुरू हो गई कि विराट कोहली इस तरह के प्रयोग क्यों करते हैं.
सुनील गावस्कर ने खड़े किए सवाल केएल राहुल के आउट होने के बाद सुनील गावस्कर कॉमेंट्री कर रहे थे. उन्होंने भी कहाकि जब प्रति ओवर करीब 11 रन के हिसाब से रन बनाने हों तो ‘इनफॉर्म’ विराट कोहली को ये जिम्मेदारी निभानी चाहिए थी. विराट हमेशा टीम के लिए नंबर तीन पर बल्लेबाजी करते हैं. टीम पर दबाव था. गावस्कर ने कहाकि अभी तो ये सीरीज की शुरूआत है. सीरीज जीतने के बाद इस तरह के प्रयोग फिर भी किए जा सकते हैं लेकिन सीरीज के शुरू में ये प्रयोग किसी मतलब का नहीं है. उन्होंने तो ये भी कहाकि उनकी इस गलती के बाद भारत अगर मैच जीत भी जाए तो उनका ये प्रयोग सही नहीं ठहराया जा सकता है.
हालांकि ऐसी नौबत नहीं आई क्योंकि भारत 4 रन से मैच हार गया. गावस्कर से पहले हरभजन सिंह ने भी कप्तान के फैसले पर आश्चर्य जताया था. इस बात में कोई संदेह नहीं है कि विराट कोहली इस समय दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं. वो रनों की रफ्तार को मैच की जरूरत के हिसाब से बढ़ा घटा सकते हैं. लेकिन उन्होंने केएल राहुल को नंबर तीन पर भेज दिया. इसका एक बड़ा नुकसान ये भी हुआ कि केएल राहुल के आउट होने के बाद विराट कोहली जब नंबर चार पर आए तब तक दबाव और बढ़ चुका था. विराट 8 गेंद पर 4 रन बनाकर आउट हो गए. ऐसे में उनके प्रयोग को दोतरफा नाकामी मिली.
लंबे समय से आउट ऑफ फॉर्म हैं केएल राहुल
केएल राहुल टीम इंडिया के लिए तीनों फॉर्मेट में खेलते हैं. उन्हें कप्तान का भरोसा मिला हुआ है. वो ‘टैलेंटेड’ खिलाड़ी हैं. बावजूद इसके वो लंबे समय से आउट ऑफ फॉर्म चल रहे हैं. विदेशी पिचों के साथ साथ घरेलू पिचों पर भी उन्हें रन बनाने में कामयाबी नहीं मिली है. टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय तक आउट ऑफ फॉर्म रहने के बाद उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट मैच में शतक जरूर लगाया था. लेकिन उस शतक की टीम के लिए कोई उपयोगिता नहीं थी. अगर उन्होंने परिपक्वता दिखाते हुए वो टेस्ट मैच ड्रॉ कराया होता तो बेहतर रहता.
वनडे मैच में भी हालात कुछ ऐसे ही हैं. अफगानिस्तान के खिलाफ मैच को छोड़ दिया जाए तो हाल के मैचों में वो 20 के स्कोर को भी पार नहीं कर पाए हैं. टी-20 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज की शुरूआत शानदार शतक से की थी. लेकिन उसके बाद उनकी गाड़ी पटरी से उतर गई. पिछले 6 टी-20 मैचों में केएल राहुल का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 26 रनों का है. इस मुश्किल वक्त में उन्हें नंबर तीन पर बल्लेबाजी की जिम्मेदारी देकर विराट कोहली उन्हें और दबाव में डाल रहे हैं.