मौजूदा चैंपियन मुंबई इंडियंस एक के बाद एक मैच हारे जा रही है. एक मैच को छोड़ दिया जाए तो सभी मैच में उसे आखिरी ओवर में हार का सामना करना पड़ा है. मुंबई की टीम आईपीएल के शुरूआती सीजन से ही सबसे मजबूत टीमों में गिनी जाती है. टीम के पास हर ‘स्लॉट’ के लिए ‘स्पेशलिस्ट’ खिलाड़ी हैं. परेशानी ये है कि खिलाड़ी अपने रोल को सही तरीके से निभा नहीं रहे हैं.

ऐसा ही एक बड़ा नाम है कीरॉन पोलार्ड का. कीरॉन पोलार्ड टी-20 का बड़ा नाम हैं. दुनिया के सबसे आक्रामक बल्लेबाजों में गिने जाते हैं. उनकी गिनती एक ऑलराउंडर के तौर पर की जाती है लेकिन परेशानी ये है कि इस सीजन में वो अभी तक बुरी तरह नाकाम रहे हैं. पोलार्ड मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करते हैं. ज्यादातर मैचों में वो ऐसे वक्त में बल्लेबाजी करने आते हैं जब उनसे तेज गति से रन बनाने की दरकार होती है. पोलार्ड की कद काठी भी ऐसी है कि वो बड़े शॉट्स खेल सकते हैं. ये बात दीगर है कि अभी तक वो ऐसा कोई कारनामा कर नहीं पाए हैं.

पोलार्ड हैं मुंबई इंडियंस की कमजोर कड़ी
कीरॉन पोलार्ड अपने रोल में सबसे पहले तो यहीं फेल हो जाते हैं कि इस सीजन में उन्होंने एक भी ओवर गेंदबाजी नहीं की है. मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा ने उन्हें गेंदबाजी का कोई मौका नहीं दिया है. बल्लेबाजी में पोलार्ड के खाते में 5 मैचों में सिर्फ 54 रन है. उनका इस सीजन का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 28 रनों का है. सिर्फ 106 रनों का स्ट्राइक रेट भी मैदान में उनकी ‘इमेज’ के हिसाब से औसत ही है.



रविवार को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैच में वो नंबर चार पर बल्लेबाजी करने के लिए आए. उस वक्त टीम का स्कोर था 130 रन पर दो विकेट. उन्हें ईशान किशन के आउट होने के बाद क्रीज पर भेजा गया था. उस वक्त मैच में 5 से ज्यादा ओवर का खेल बाकी था. कप्तान रोहित शर्मा ने उन्हें खुद से पहले बल्लेबाजी करने के लिए इसी इरादे से भेजा कि पोलार्ड कुछ बड़े शॉट्स लगाएंगे. मुंबई की टीम 200 रनों के आस पास का लक्ष्य रखने की सोच रही थी. लेकिन पोलार्ड अपनी पूरी पारी में सिर्फ 1 चौका और 1 छक्का ही लगा पाए. उन्होंने 20 गेंद पर सिर्फ 21 रन बनाए. टी-20 के फॉर्मेट में पोलार्ड जैसे बल्लेबाज के लिए ये औसत से भी खराब बल्लेबाजी कही जाएगी.

वेस्टइंडीज के दूसरे खिलाड़ी मचा रहे हैं धूम
ये भी एक संयोग ही है कि इसी लीग में वेस्टइंडीज के दूसरे खिलाड़ी लगातार धूम मचा रहे हैं. आप क्रिस गेल की बात करें, सुनील नारायण, आंद्रे रसेल की या फिर ड्वेन ब्रावो की. इन तीनों खिलाड़ियों ने अपने अपने फ्रेंचाईजी के लिए शानदार प्रदर्शन किया है. क्रिस गेल इस सीजन में एक शतक जड़ चुके हैं. उनकी दमदार बल्लेबाजी की बदौलत किंग्स इलेवन पंजाब की टीम प्वाइंट टेबल में दूसरे पायदान पर है. वो सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजी की फेहरिस्त में भी टॉप 5 बल्लेबाजों में हैं.

ब्रावो गेंद के साथ साथ बल्ले से भी कमाल कर रहे हैं. उन्होंने अकेले दम पर चेन्नई को मैच जीताया है. अब तक पांच मैचों में 104 रन बनाए हैं, इसमें गौर करने वाली बात 200 का उनका स्ट्राइक रेट है. सबसे तेज बल्लेबाजी करने वाले बल्लेबाजों की फेहरिस्त में वो टॉप 10 बल्लेबाजों में शामिल हैं. उन्होंने इस सीजन में 4 विकेट भी लिए हैं.



वेस्टइंडीज की टीम के ही सुनील नारायण भी 6 मैच में 108 रन बना चुके हैं. कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए उन्होंने ओपनिंग भी की है. उनका स्ट्राइक रेट 164 के करीब है. बल्ले से अलग उन्होंने सीजन में अब तक 6 मैचों में 8 विकेट लिए हैं. इस सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की फेहरिस्त में वो मयंक मारकंडे की बराबरी पर है.

आंद्रे रसेल भी तूफानी बल्लेबाजी कर रहे हैं. कोलकाता की तरफ से उन्होंने अब तक 6 मैचों में 163 रन बनाए हैं. उनकी स्ट्राइक रेट 230 के करीब है. अगर वेस्टइंडीज के बाकी खिलाड़ियों के मुकाबले पोलार्ड को देखें तो वो बड़े फिसड्डी नजर आ रहे हैं.