इस विश्वकप में जसप्रीत बुमराह की इनकमिंग गेंद सीधी निकल रही हैं. इस वजह से वो और ज्यादा खतरनाक हो गए हैं. लेंथ की बात करें तो उन्होंने थ्री क्वार्टर लेंथ से थोड़ा ऊपर गेंद डाली है. स्लॉग ओवरों में वो स्लो बाउंसर फेंक रहे हैं. यॉर्कर फेंकते वक्त भी जसप्रीत बुमराह इस बात का ध्यान रख रहे हैं कि कहीं बल्ले का किनारा लगकर गेंद बाउंड्री पार ना चली जाए इसलिए उन्होंने ऑफ स्टंप को शानदार तरीके से साध रखा है.


कुल मिलाकर जसप्रीत बुमराह के पास मॉर्डन क्रिकेट में गेंदबाजी का हर हथियार दिखाई दे रहा है. विश्व कप में अब तक खेले गए सभी मैचों में उन्होंने इस बात को साबित किया है. श्रीलंका के खिलाफ आखिरी लीग मैच में भी उन्होंने शानदार गेंदबाजी की. बुमराह ने 4 ओवर के अपने पहले स्पेल में ही सिर्फ 14 रन दिए और 2 विकेट अपने नाम किए. ये दोनों बल्लेबाज थे दिमुथ करूणारत्ने और कुसल परेरा. इन दोनों सलामी बल्लेबाजों के आउट होने के बाद श्रीलंका की बल्लेबाजी पूरे मैच में बैकफुट पर रही.


बुमराह की गेंदबाजी में स्विंग, सीम, यॉर्कर और स्लो बॉल के साथ साथ वो रणनीति दिखाई देती है जिसका जवाब विरोधी टीम के बल्लेबाजों के पास नहीं है. इन्हीं खूबियों के दम पर जसप्रीत बुमराह ने इस विश्व कप में अब तक खेले गए 8 मैचों में 17 विकेट लिए हैं. वो भारत की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. उनकी इकॉनमी 4.48 की है. जो लाजवाब है. इसके अलावा इस विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की फेहरिस्त में भी वो चौथे नंबर पर हैं.


गेंदबाजी का कमाल, स्पष्ट सोच का धमाल


जसप्रीत बुमराह की एक और बड़ी खासियत है. जो गेंदबाजी में उनकी मेहनत में चार चांद लगाती है. उनके हाथ में जब गेंद आती है तो उनके दिमाग में किसी किस्म का भ्रम नहीं रहता. वो अपनी गेंदबाजी को लेकर बहुत स्पष्ट सोच रखते हैं. वो अपने बॉलिंग मार्क पर जाते हैं तो उन्हें पता होता है कि वो क्या करने जा रहे हैं. पहले जसप्रीत बुमराह को डेथ-ओवर्स का अच्छा गेंदबाज माना जाता था. लेकिन पिछले कुछ समय में उन्होंने नई गेंद से भी शानदार प्रदर्शन किया है. इस विश्व कप में भी अफगानिस्तान, वेस्टइंडीज और बांग्लादेश जैसी टीमों के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजी उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई. इन सभी मैचों मे भारतीय टीम ने स्कोरबोर्ड पर 20-30 रन कम जोड़े. बावजूद इसके विरोधी टीमें उलटफेर नहीं कर पाईं क्योंकि भारतीय टीम की गेंदबाजी शानदार रही. वेस्टइंडीज के खिलाफ तो जसप्रीत बुमराह ने 6 ओवरों में सिर्फ 9 रन देकर 2 विकेट चटकाए. जसप्रीत बुमराह के साथ साथ इसका श्रेय मोहम्मद शमी को भी जाता है.


100 विकेट लेने वाले गेंदबाजी क्लब में हुए शामिल


दिमुथ करुणारत्ने को आउट कर तो बुमराह 100 विकेट क्लब में शामिल हो गए. सबसे तेज़ 100 वनडे विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाजों की लिस्ट में बुमराह अब दूसरे नंबर पर आ गए हैं. मोहम्मद शमी ने 56 मैच में अरने सौ विकेट पूरे किए थे. इसके बाद 57 मैचों में बुमराह ने मुकाम हासिल किया. इससे बाद अजीत अगरकर का नंबर आता है. जिन्होंने 67 मैचों में 100 विकेट पूरे किए थे. 2016 के बाद से डेथ ओवरों में तो जसप्रीत बुमराह का इकॉनमी रेट कमाल का रहा है. दुनिया की बड़ी बड़ी टीमों के बल्लेबाज उनके खिलाफ रन बटोरने में नाकाम रहे हैं. 41 से 50 ओवर के बीच बुमराह का इकॉनमी रेट 5.70 का है. जबकि इंग्लैंड के मार्क वुड ने 6.00, ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क ने 6.16, बांग्लादेश के मुस्तफिजुर रहमान ने 6.53 और ऑस्ट्रेलिया के ही पैट कमिंग्स ने 6.63 की इकॉनमी से रन दिए हैं. अब विश्व कप में जसप्रीत बुमराह की अगली चुनौती है न्यूज़ीलैंड. अपना पहला विश्वकप खेल रहे जसप्रीत बुमराह हर एक मैच के लिए नई रणनीति के साथ मैदान में उतर रहे हैं. टीम इंडिया के लिए इससे बेहतर स्थिति कुछ नहीं हो सकती है.