शनिवार से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज शुरू हो रही है. सीरीज का पहला मैच सिडनी में खेला जाना है. इसके बाद एडिलेड और मेलबर्न में भी एक एक टेस्ट मैच खेले जाएंगे. भारतीय टीम ने हाल ही में टेस्ट सीरीज पर कब्जा किया है.


ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में हराने का कारनामा भारतीय टीम ने पहली बार किया है. जाहिर है कि उसके इरादे सातवें आसमान पर हैं. वनडे के स्पेशलिस्ट खिलाड़ियों ने सिडनी में प्रैक्टिस भी शुरू कर दी है. तैयारी इसी बात की है कि इस बार ऑस्ट्रेलिया को वनडे में भी धूल चटाई जाए. जिन दो खिलाड़ियों ने इसके लिए खास तैयार की है वो हैं यजुवेंद्र चहल और कुलदीप यादव. यजुवेंद्र चहल टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं थे जबकि कुलदीप यादव को सिर्फ आखिरी टेस्ट मैच में प्लेइंग 11 में मौका मिला.


कुलदीप यादव ने उस मौके का फायदा उठाते हुए पांच विकेट झटके थे. अब इन गेंदबाजों की जोड़ी कंगारुओं के खिलाफ कामयाबी की भूख मिटाना चाहती है. बीते सालों में भारतीय वनडे टीम की कामयाबी में इन दोनों स्पिनर्स का रोल अहम रहा है. सिडनी वनडे से पहले प्रैक्टिस में जिस तरह इन दोनों गेंदबाजों ने मेहनत की उससे भी ये साफ है कि इनके इरादे क्या हैं.


क्या खास रहा कुलदीप और चहल की प्रैक्टिस में


कुलदीप यादव और यजुवेंद्र चहल की कामयाबी का सबसे बड़ा राज है उनका वेरिएशन. गेंदों की रफ्तार और लेंथ में किए गए वेरिएशन से वो लगातार बल्लेबाजों को परेशान करते हैं. टेस्ट सीरीज के दौरान ये देखने को भी मिला कि इस मौसम में वहां पिच से भी स्पिन गेंदबाजों को मदद मिल रही थी. टेस्ट सीरीज में नैथन लाएन जैसे गेंदबाज ने वहां भारतीय बल्लेबाजों को खासा परेशान किया.


आस्ट्रेलिया के बड़े मैदान भी एक फ़ैक्टर है कि टीम मैनेजमेंट दोनों कलाई स्पिनर खिलाने का फैसला कर सकती है. इन गेंदबाज़ों के पास मिडिल ओवर्स में विकेट निकालने की क्षमता है और इनका इकानामी रेट 6 से नीचे का है. इन दोनों गेंदबाज़ों की फ़्लाइट और गेंदों को मिलने वाला ‘डिप’ भी आस्ट्रेलिया के लिए परेशानी का सबब बन सकता है. सिडनी वनडे से पहले प्रैक्टिस से जो खबरें आईं वो ये भी बताती हैं कि चहल और कुलदीप यादव ने धोनी के साथ अच्छा खास वक्त बिताया.


इन दोनों गेंदबाजों ने अपनी हालिया कामयाबी का श्रेय कई बार धोनी को दिया है. धोनी कीपिंग करते समय इन दोनों ही गेंदबाजों को अपना ‘इनपुट’ देते रहते हैं. यहां तक की टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा ने भी ये बात कही कि धोनी के साथ तालमेल की वजह से इन स्पिनर्स को बहुत फायदा होता है. धोनी के साथ बातचीत करके इन दोनों स्पिनर्स ने अपनी अपनी समझ को साझा किया.


शानदार हैं कुलदीप यादव और चहल के रिकॉर्ड्स


हंटिंग पेयर के तौर पर इन दोनों गेंदबाजों के आकड़े शानदार हैं. यजुवेंद्र चहल ने साल 2018 में 17 वनडे मैच खेले. इसमें उन्होंने 29 विकेट हासिल किए. कुलदीप यादव ने भी पिछले साल शानदार प्रदर्शन किया है. उन्होंने 19 वनडे मैच खेले हैं. इसमें उन्होंने 39 विकेट हासिल किए हैं. यानी इन दोनों गेंदबाजों ने मिलकर 68 विकेट चटकाए हैं. कुछ ही महीने बाद टीम इंडिया को विश्व कप खेलना है. विश्व कप इंग्लैंड में होना है. जहां की पिचों पर स्पिनर्स का रोल बेहद अहम होगा.


विश्व कप से पहले टीम इंडिया को कुल 13 वन डे मैच खेलने हैं. इन 13 वनडे मैचों में यजुवेंद्र चहल और कुलदीप यादव के प्रदर्शन पर बहुत कुछ निर्भर करेगा. मैचों के नतीजे के साथ साथ इस बात पर भी टीम मैनेजमेंट की नजर रहेगी कि उन्हें प्लेइंग 11 में इकलौते स्पिनर को खिलाने की स्थिति में किस पर ज्यादा भरोसा करना होगा.