अफवाह और भीड़तंत्र का खूनी इंसाफ
उत्तर प्रदेश में बच्चा चोरी की अफवाह को लेकर भीड़ द्वारा पिटाई की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। चाहे वह बरेली हो, कानपुर हो या अन्य शहर। सिर्फ अफवाह के आधार पर किसी को बेरहमी से पीटना कहां का न्याय है
अफवाहों के गर्म बाजार में राख होती सोच-समझ और इंसानियत बच्चा चोरी की अफवाह में बेकाबू भीड़ का किसी को पीटना...पीट-पीटकर मार डालना अब चलन सा बनता जा रहा है..क्या कोई कानून...कोई समाज इसकी इजाज़त देता है....हरगिज नहीं....तो फिर वो भीड़, जिसमें शामिल हर इंसान सिर्फ दो जून रोटी की जद्दोजहद में जुटा एक आम इंसान है...ये वो इंसान है, जो हर बात पर खुद को मजबूर और बेबस भी बताता है...वही इंसान भीड़ में शामिल होकर अराजक कैसे हो जाता है...कैसे वो किसी की हत्या तक करने से नहीं कतराता....कैसे वो कानून तक हाथ में ले लेता है...तीन दिन पहले भी हमने इस मुद्दे पर चर्चा की थी...कानून, सरकार...और मनोविज्ञान के तमाम पहलुओं को खंगाला था...लेकिन 3 दिन में हालात सुधरने की जगह और बदतर होते चले गए...और एक बार फिर हम उसी मुद्दे पर चर्चा करने को मजबूर हैं...क्योंकि यही वो समाज है, जिसमें हम और आप भी जी रहे हैं...क्या ऐसा नहीं हो सकता है कि कल हमारे या आप जैसे किसी शख्स पर भीड़ टूट पड़े..आखिर किस समाज की ओर बढ़ रहे हैं हम...आज एक बार फिर इस चर्चा की वजह तो और भी संगीन है..संवेदनशील है..क्योंकि अब तो भीड़ के हाथ कानून की कॉलर तक पहुंच गए हैं...ज़रा सोचिए...जिस पुलिस को देखकर एक साधारण इंसान सहम जाता है..उसी पुलिस पर एक शक की बिनाह पर भीड़ ने हल्ला बोल दिया।
बरेली के भूड़ा गांव में बच्चा चोरी की अफवाह का शिकार दिल्ली पुलिस भी हो गई...दरअसल दहेज एक्ट के मामले में दिल्ली पुलिस की टीम सादी वर्दी में समन तामील कराने पहुंची थी...लेकिन भीड़ ने बच्चा चोर गैंग समझ कर घेर लिया...बाद में मौके पर पहुंची लोकल पुलिस ने किसी तरह टीम को भीड़ से बचाया...
कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया इलाके में एक युवक को गांव वालों ने पीट-पीटकर अधमरा कर दिया...बताया जाता है कि युवक जौनपुर का रहने वाला है...और मानसिक रूप से बीमार है...लेकिन लोगों ने इसे बच्चा चोर समझा और इसकी पिटाई कर दी...
बुलंदशहर के सिकंदराबाद इलाके में भी एक युवक की पिटाई बच्चा चोर के शक में कर दी गई...युवक बागपत से यहां मजदूरी की तलाश में आया था....खबर पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह युवक को बचाया...इस मामले में पुलिस ने 9 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है...और सात लोगों को हिरासत में लिया है...ये तीन घटनाएं पिछले 24 घंटे में हुई हैं...
देश की राजधानी दिल्ली से सटे इलाकों में अफवाहों का जोर है...गाजियाबाद के ट्रॉनिका सिटी में एक महिला की पिटाई इसी शक में कर दी गई...इसके एक दिन पहले भी एक महिला को पीटा गया था...लगातार लोगों की पिटाई होने की वजह से पुलिस दबाव में है...और अब इसे लेकर वो मुनादी भी लोगों के बीच करवा रही है।
शामली में अपने गांव जा रहे एक युवक को भीड़ ने पहले तो बच्चा चोर समझ कर घेर लिया...फिर उसकी पिटाई कर दी....युवक ने किसी तरह आसपास की दुकानों में मदद मांग कर अपनी जान बचाई...युवक दिल्ली से लौट कर अपने गांव जा रहा था कि तभी लोगों ने घेर लिया...मौके पर पहुंची पुलिस बड़ी मुश्किल से लोगों के हाथों से युवक को बचा कर थाने ले गई..
गोंडा के रामपुर कौड़िया थाना इलाके के सल्दीपुरवा में एक भिखारी की पिटाई कर दी...लोगों को बच्चा चोरी का शक था...भिखारी मानसिक रूप से विक्षिप्त था...क्रूरता की हद ये थी कि लोगों ने उस पर पेट्रोल भी डाल दिया था...हालांकि मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों के चंगुल से निकाल कर भिखारी की जान बचा ली...
सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं उत्तराखंड भी इन्हीं अफवाहों से जूझ रहा है...यहां ऊधमसिंहनगर जिले में एक मानसिक रोगी युवक को लोगों ने पीट दिया और बंधक बनाया...खबर पाकर पहुंची पुलिस ने किसी तरह युवक को छुड़ाया...घरवालों की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है....
जौनपुर के शाहगंज में तीन दिन पहले मदरहा गांव में एक विक्षिप्त महिला को इस कदर पीटा गया कि वो अपने कपड़े फाड़ने को मजबूर हो गई...महिला पड़ोस के गांव की थी...इस घटना का वीडियो वायरल होते ही इलाके में तनाव पसर गया...हालांकि इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई के नाम पर चुप्पी साध ली...
लोगों की सनक का आलम यहीं नहीं थमता है...बल्कि फतेहपुर में और विकराल रूप ले लेता है...क्योंकि एंबुलेंस टीम को ही बच्चा चोर समझ गांववालों ने पीट दिया...डॉक्टर और उनकी टीम को बचाने पहुंची पुलिस की टीम पर भी हमला कर दिया...यहां जान बचाने के लिए दरोगा को हवाई फायरिंग तक करनी पड़ी...पथराव में कई लोग जख्मी हो गए...
मेरठ के बहसूमा इलाके में बुलंदशहर के खुर्जा का रहने वाला एक युवक भीड़ के हाथ लग गया...भीड़ ने बच्चा चोर समझ कर युवक की पिटाई कर दी...यहां भी दूसरे कई इलाकों की तरह युवक मंदबुद्धि था...
कानपुर के बिधनू थाना इलाके में दो बुजुर्गों को भीड़ ने सतबरी रोड भीम चौराहे पर पीट दिया...इतना ही नहीं इन लोगों को घंटों बंधक बनाए रखा...दोनों अकबरपुर कानपुर देहात के रहने वाले बताए जा रहे थे...यहां तो खबर पाकर भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची...
हापुड़ के देहात थाना क्षेत्र के मोहल्ला कोटला सादात में एक कूड़ा बीनने वाली महिला को युवकों की भीड़ ने बच्चा चोरी के शक में दबोच लिया...कुछ युवकों ने महिला के साथ मारपीट भी कर दी...मौके पर पहुंची हापुड पुलिस ने लाठियां फटकारकर लोगों को तितर बितर कर बमुश्किल महिला को बचाया...
ये सवाल ना सिस्टम से जुड़े हैं...ना सरकार से ...ये सवाल सीधे हमसे और आपसे जुड़े हैं...हर बात पर पुलिस--कानून...सिस्टम और सरकार पर सवाल उठाने वाले हम और आप क्या ईमानदारी से इस मौके पर खुद से सवाल कर पाएंगे...क्योंकि एक अफवाह के पीछे ठीक इस तर्ज पर भागना जैसे कोई आपसे कहे कि कौवा कान ले गया...तो आप अपने कान को देखने की जगह कौवे के पीछे भागने लगें...ये कहावत हम सबने खूब सुनी है....लेकिन आज समाज में इसकी बेरहम हकीकत भी सामने है...जो किसी और को नहीं खुद हमे और आपको कठघरे में खड़ा कर रही है....
समाज सरकार या सिस्टम से नहीं बनता है। हमसे आपसे बनता है, हर इंसान एक ही तरह का होता है । अपने भाई, बहन, मां-बाप और बच्चों के लिए जो सोच हमारे भीतर होती है, वैसी ही सोच की अपेक्षा किसी अनजान के लिए भी की जाती है । तभी एक सभ्य और बेहतर समाज बनता है, जिसकी कल्पना वो लोग भी करते हैं जो भीड़ का हिस्सा बन कर वहशी बन जाते हैं । समाज के इस ताने बाने को न कोई सरकार बचाने आएगी न कानून इसे हम सबको मिल कर ही बचाना और बेहतर बनाना है । इसलिए अफवाहों पर रोक के लिए सख्त से सख्त कानून नहीं हमारी आपकी सामान्य समझ जरूरी है । अगर किसी ने अपराध किया है तो उसकी सजा उसे कानून देगा ।