बीजिंग से वाशिंगटन, मिडिल ईस्ट से लंदन, दिल्ली से कनाडा तक आज कल आसमान में रहस्यमयी बैलून की चर्चा हैं, चर्चा भी इस बात की भविष्य में आसमान में क्या होने वाला हैं, अमेरिकी राष्ट्रपति ऑफिस व्हाइट हाउस से बयान जारी करके कहा गया है कि चार फरवरी को चीन के जिस बैलून को मार गिराया गया था वो विस्फोटक से भरा था. ये खबर जैसे ही राष्ट्रपति बाइडेन को दी गई उन्होंने अपनी एजेंसियों को सतर्क कर दिया. राष्ट्रपति जो बाइडन ने अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को  चीन की खुरापात और जासूसी क्षमताओं की जाँच करने का न केवल आदेश दिया बल्कि राष्ट्रपति ने अपने अधिकारियों से कहा कि चीन की खुफिया एजेंसी पल पल की निगरानी की जाये. आपको आगे कुछ बताये उससे पहले अमेरिका की बेचैनी की वजह समझ लीजिये. 


कब-कब कहां दिखा आसमानी गया गुब्बारा


12 फरवरी
अमेरिका के मिशिगन में दिखा


11 फरवरी 
कनाडा के यूकॉन में दिखा


10 फरवरी
अमेरिका के अलास्का के आसमान में दिखा


5 फरवरी 
अमेरिका के मोंटाना शहर के ऊपर दिखा


अमेरिका, कनाडा व मिडिल ईस्ट तक मचा है हड़कंप


आखिर अमेरिका के आसमान में उड़ते चीन के इन गुब्बारों का रहस्य क्या है? इन गुब्बारों में ऐसा क्या था जिसके लिए फाइटर जेट का इस्तेमाल करना पड़ा?  इन गुब्बारों से ऐसा क्या किया जा रहा था कि इन पर मिसाइल दागनी पड़ी?  क्या कई हजार फीट ऊपर आसमान से चीन सुपर पावर की जासूसी करवा रहा था? अमेरिका से लेकर कनाडा, और कनाडा से लेकर मिडिल ईस्ट तक आसमान में उड़ते इन गुब्बारों को लेकर हड़कंप मचा हुआ है. अमेरिका में तो हफ्तेभर के भीतर तीसरी बार रहस्यमयी गुब्बारों ने खलबली मचा दी है. इसे गिराने के लिए अमेरिका को फाइटर जेट का इस्तेमाल करना पड़ा. इससे एक दिन पहले ऐसा ही हड़कंप कनाडा में मचा रहा.


नीचे गिराने के लिए अमेरिका को F-22 का करना पड़ा इस्तेमाल


कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को इमरजेंसी फोन लगाया, मदद मांगी. उसके बाद वाइट हाउस से लेकर पेंटागन तक लगातार फोन घनघनाए, और फिर उस गुब्बारे को गिराने के लिए अमेरिका ने फौरन अपना ब्रह्मास्त्र F-22 रैप्टर भेज दिया कनाडा और अमेरिका के लड़ाकू विमानों ने उनका पीछा किया और एक अमेरिकी F-22 फाइटर जेट ने आसमान में उस ऑब्जेक्ट को कामयाबी के साथ मार गिराया. उस ऑब्जेक्ट की पड़ताल की जा रही है. F-22 अमेरिका का ऐसा खतरनाक फाइटर विमान है, जिसका इस्तेमाल अमेरिका सामान्य मौकों पर नहीं करता लेकिन आसमान में उड़ते गुब्बारे से कनाडा में सिविलियन एयर ट्रैफिक के लिए बड़ा खतरा पैदा हो गया था लिहाजा अमेरिकी F-22 फाइटर जेट ने उस गुब्बारे को मिसाइल दागकर गिरा दिया


कनाडा से पहले ये खतरा अमेरिकी आसमान के ऊपर भी मंडराया था..चीनी गुब्बारों ने अमेरिकी आसमान पर ऐसी हलचल मचाई कि वाइट हाउस से लेकर पेंटागन फौरन हरकत में आया. अमेरिका के मिशीगन में वो गुब्बारा 20 हजार फीट की ऊंचाई पर था. 10 फरवरी को जो फ्लाइंग ऑब्जेक्ट अमेरिकी आसमान में दिखा वो 40 हजार फीट की ऊंचाई पर था. ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि क्या चीन इन गुब्बारों से अमेरिका के रक्षा ठिकानों की जासूसी कर रहा था? क्या चीन के जासूसी गुब्बारे अमेरिका के न्यूक्लियर प्रोग्राम के लिए बड़ा खतरा हैं? या चीन परमाणु हमले के लिए कोई नया तरीका ईजाद कर रहा है?


गुब्बारे को लेकर तरह-तरह की हो रही चर्चाएं


इन जासूसी गुब्बारों को कोई UFO बता रहा है, कोई एलियन का शक जता रहा है लेकिन जिन इलाकों में ये गुब्बारे पाए गए...वहां अमेरिकी मिसाइलों और बैलिस्टिक मिसाइल की विंग है। यही नहीं, वहां अमेरिका की न्यूक्लियर मिसाइल साइट भी है. इसीलिए अमेरिका ने इन गुब्बारों को बड़ा खतरा माना और इसीलिए बड़ी कार्रवाई की गई. इन जासूसी गुब्बारों को लेकर अमेरिका और चीन में टेंशन बढ़ गई है. सबसे बड़ा सवाल तो ये है कि चीन से करीब 12 हजार किलोमीटर दूर अमेरिकी इलाके में आखिर ये चाइनीज गुब्बारे क्या करने गए थे?


(नोट- उपरोक्त दिए गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं. ये जरूरी नहीं कि एबीपी न्यूज़ ग्रुप इससे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.)