भारत पर पाकिस्तान PM शहबाज शरीफ का बयान, छलावा या मजबूरी?
दुनियाभर में एक बात साफ होती जा रही है कि पाकिस्तान जिस जमीन पर खड़ा है, वो उसके नीचे से खिसकती जा रही है. उसमें वहां की पॉलिटिकल लीडरशिफ और मिलिट्री लीडरशिप दोनों का ही योगदान रहा है. इन दोनों ने मिलकर जिस तरह के पिछले 75 साल में पाकिस्तान को चलाया है, उससे पाकिस्तान दुनियाभर में एक ऐसा देश बन चुका है जिसका हमेशा मजाक उड़ाया जाता है.
इस पूरे मसले में समस्या पाकिस्तान के अंदरूनी मसलों की है. इस पूरे मामले में जो चर्चा हो रही है, उसमें पाकिस्तान की हालत इतनी खराब है कि भारत को कुछ करने की भी जरूरत नहीं है. इमरान खान ने भी खुद इस बात को कहा है. अगर इस वक्त भारत कुछ करता है तो निश्चित तौर पर पाकिस्तान के लिए इसके नतीजे दूरगामी होंगे.
अंदरूनी तनाव से परेशान पाकिस्तान
इस पूरे मामले में भारत को कोई भी दिलचस्पी नहीं होनी चाहिए. मुझे नहीं लगता कि भारत इसे लेकर कुछ सोच रहा है. अगर भारत कुछ करता है तो ये समस्या भारत के लिए भी खड़ी हो जाएगी. क्योंकि अगर आप किसी चीज को तोड़ते हैं तो उसे खड़ा करने की जिम्मेदारी भी आपकी हो जाती है. मुझे नहीं लगता है कि भारत कुछ करना चाहेगा. पाकिस्तान में अंदरूनी तनाव इतना बढ़ चुका है कि वो एक बड़ी परेशानी में है. बलूचिस्तान में संघर्ष चल रहा है और लोग परेशान हैं. पहले ऐसी समस्याओं को हल्के में लिया जाता था, लेकिन आज पाकिस्तान के तमाम नेता और लोग अपने विचार साफ तौर पर व्यक्त कर रहे हैं.
जहां तक भारत की बात है मुझे लगता है कि इस समय भारत अपने हितों को साधेगा. पिछले कुछ सालों में जिस तरह से भारत ने पाकिस्तान को अपनी विदेश नीति में काफी नीचे ला दिया है, वो भारत के लिए एक सफल रणनीति रही है और उसी पर भारत आगे भी चलेगा.
भारत नहीं बदलेगा अपनी रणनीति
पाकिस्तान के अंदर इतने विरोधाभास हैं कि दबाव में आकर शहबाज शरीफ ने ये बात कही. सभी को पता है कि आर्थिक हालत इस तरह खराब है कि जगह-जगह जाकर पैसे मांगने पड़ रहे हैं. पाकिस्तान दुनिया को ये दिखाना चाहता है कि उसने सबक सीख लिया है. लेकिन हिंदुस्तान पिछले 75 साल से पाकिस्तान को देख रहा है, इसीलिए भारत अपनी रणनीति नहीं बदलने वाला है. भारत की रणनीति पिछले 10 सालों में ये रही है कि पाकिस्तान को उसकी अपनी समस्याओं के साथ छोड़ दिया जाए और उसे दुनिया से अगर अलग-थलग कर देंगे तो उसके नतीजे आएंगे. उसके नतीजे ये आए हैं कि पाकिस्तान आज न सिर्फ भारत से बातचीत की बात कर रहा है, बल्कि दुनियाभर के लोग पाकिस्तान के ही वजूद पर सवाल उठा रहे हैं.
पाकिस्तान में अमीर कर रहे ऐश
पाकिस्तान की समस्या ये रही है कि यहां जो एक एलीट लीडरशिप है, उसने हमेशा अपने हितों को देखा. इसीलिए पाकिस्तान में फॉरेन रिजर्व नहीं बचा है, भुखमरी फैल रही है और पाकिस्तान के आम लोगों को परेशानी हो रही है. पाकिस्तान के अमीर लोग अब भी लग्जरी वाली जिंदगी जी रहे हैं. किसी भी देश के लिए यही सबसे बड़ा खतरा है, जिससे समाज और देश टूट जाता है. पाकिस्तान की यही समस्या हमेशा से रही है और यही पतन का कारण बनी है. अगर अब भी पाकिस्तान के राजनेता नहीं सुधरे तो पाकिस्तान के लिए बहुत देर पहले ही हो चुकी है.
पाकिस्तान के भविष्य की बात करें तो अगर यही ट्रेंड चलता रहा तो पाकिस्तान अपने आप में टूट सकता है. क्योंकि लोगों को सरकार पर भरोसा नहीं है. पाकिस्तान के सामने यही समस्या है कि अगर लोगों की बात नहीं समझी गई तो उसका भविष्य काफी बुरा है. पाकिस्तान ने खुद ही अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार दी है.
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