अपनी बहन को चूमना भारत की आखिर किस संस्कृति में गुनाह है?
आज दो सवालों से अपनी बात आपके सामने रखता हूं. पहला ये कि एक भाई का अपनी बहन को सार्वजनिक रूप से चुम्बन करके अपनी भावनाओं का इज़हार करना क्या कोई गुनाह है? और अगर कुछ लोगों को लगता है कि इससे भारतीय संस्कृति का अपमान हुआ है तो फिर उन्हें ये भी बताना होगा कि भारत और तालिबान की फितरत में आखिर फर्क ही कहां रह गया?
ये सवाल उठने की बड़ी वजह ये है कि बीते दिनों राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के सामने अपने अभिभूत प्रेम को जिस चुम्बन के जरिये अभिव्यक्त किया था वो अब एक सियासी औजार बन रहा है. यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार के एक मंत्री ने राहुल-प्रियंका के इस चुंबन करने को भारतीय संस्कृति के खिलाफ बताते हुए इसकी तीखीं आलोचना करने के साथ ही इसे अंग्रेजों की निशानी बताया है. अब सवाल उठता है कि भारतीय संस्कृति क्या एक ठहरी हुई नदी है जिसका पानी पिछली कई सदियों से आगे की तरफ बहा ही नहीं है?
दूसरी बात ये भी समझनी होगी कि भाई-बहन के इस निश्चल प्रेम को हम संस्कृति व सभ्यता की आड़ में किस तराजू पर तौलने की कोशिश कर रहे हैं जिसकी इजाज़त तो देश का संविधान भी नहीं देता. साथ ही इससे भी बड़ी बात यह भी कि भाई-बहन के इस स्नेहिल मिलन की घटना को देखकर उसमें सेक्स की भावना लाने की मानसिकता उन लोगों के दिमाग में आखिर क्यों और किस लिए आई जो सरकार में जिम्मेदार पद पर बैठे हुए हैं?
हमारी सरकार चांद और मंगल ग्रह पर जाने के दावे कर रही है और दुनिया के सौ से भी ज़्यादा देशों में रहने वाले तीन करोड़ से भी ज्यादा जो अप्रवासी भारतीय इस देश की जीडीपी में 3 फीसदी की हिस्सेदारी रखते हैं उन्हें ये सवाल पूछने का तो हक बनता है कि एक प्रदेश के मंत्री क्या अब उन्हें ये समझाएंगे कि किसी प्रेमी-प्रेमिका और एक बहन-भाई के चुम्बन करने में क्या और कितना फर्क होता है?
दरअसल, उरादे का खुलासा करते हुए ये भी कहा कि हमारे देश में अनेक पर्यटक आते हैं लेकिन घूम फिर के चले जाते हैं. कोई आकर राजनीति नहीं करता. ये परिवार भी अंग्रेज है.
उन्होंने राहुल गांधी पर सीत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने गांधी परिवार को लेकर विवादित बयान देते हुए उसकी तुलना अंग्रेजों से करते हुए कहा है कि किसी अंग्रेज को सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है. अंग्रेजों से लड़ाई हमारे पूर्वजों ने लड़ी. लंबी लड़ाई लेकर हम अंग्रेजों से स्वतंत्र हुए. अब क्या फिर हमारे ऊपर शासन करेंगे? उन्होंने अपने इधा हमला करते हुए कहा है कि बहन को सरेआम चूमना हमारी संस्कृति नहीं. ये भी सवाल उठाया कि राहुल गांधी भारतीय संस्कृति को क्या समझेंगे? कोई अपनी बहन को इस तरीके से सार्वजनिक तौर पर किस करता है क्या? ये बेहद शर्मनाक है. उन्होंने ये भी कहा कि राहुल गांधी और उनका गांधी परिवार आज भी अंग्रेज हैं जो अंग्रेजी सभ्यता का पालन करते हैं और दुनिया के सामने भारत को शर्मसार करते हैं.
बता दें कि 3 जनवरी को कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' गाजियाबाद में थी. इस दौरान मंच पर राहुल गांधी ने बहन प्रियंका को दुलार करते हुए उनके गाल पर किस किया था. अब बड़ा सवाल ये उठता है कि संस्कृति की नसीहत देने वाले ऐसे स्वयंभू ठेकेदारों को ये लाइसेंस क्या उनकी पार्टी ने दिया है जो एक भाई-बहन के निश्चल स्नेह को प्रकट करने में भी तालिबानी फ़रमान जारी करें? और अगर पार्टी की तरफ से ऐसी कोई छूट नहीं मिली है तो फिर ऐसी जुबान पर लगाम क्यों नहीं कसी जाती? हालांकि, हिंदी के मशहूर कवि गीत चतुर्वेदी ने चुम्बन की व्याख्या कुछ इन शब्दों में की है-
"संसार की सबसे सुंदर मधुमक्खियों ने
अपने शहद से बनाए हैं तुम्हारे होंठ,
संसार की सबसे मेहनतकश चींटियाँ
उठाती हैं मेरी कामनाओं का बोझ."
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