Raj Ki Baat: यूपी चुनाव में कांग्रेस का एक और सियासी प्रयोग
उत्तर प्रदेश की चुनावी राजनीति में कमाल या चमत्कार की उम्मीद से उतरी कांग्रेस नित नए प्रयोग के प्रयास में लगी हुई है. 3 दशकों से ज्यादा के सियासी वनवास को मिटाने के लिए प्रियंका गांधी ने यूपी की कमान संभाल ली है और कोशिशों की फेहरिस्त की हर संभावना खोल दी गई है. कोशिश है कि कैसे भी लगे.... कहीं भी लगे, कुछ निशाना तो लगे.
दरअसल, उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के सामने चुनौतियों का पहाड़ खड़ा हुआ है. चुनौती केवल ये नहीं है कि सत्ता मिले, चुनौती ये भी नहीं है कि सत्ता न सही तो सत्ता में भागीदारी ही मिले...चुनौती तो सबसे बड़ी ये है कि पार्टी कम से कम यूपी में पुनर्जीवित हो उठे, संगठन खड़ा हो ताकि 2022 न सही 2024 में तो लड़ाई कुछ हद तक सधे.
इसी जद्दोजहद में कांग्रेस पार्टी यूपी में सियासत को एकदम नए अंदाज में करने की कोशिश कर रही है. यूपी की चुनावी लड़ाई में लीड लेने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कई प्रतिज्ञाएं लीं और उनमें से एक प्रमुख ये है कि 40 फीसदी टिकट महिलाओं को दिए जाएंगें. चूंकि महिला आरक्षण देश में बड़ा मुद्दा है लिहाजा आधा आबादी को साधकर कांग्रेस अपने सियासी सपने को पूरा करने का पहला प्लान पेश कर चुकी है. लेकिन राज की बात ये है कि प्रयोगों के सिलसिले को चला रहीं प्रियंका यहीं नहीं रुकने वाली हैं. एक और बड़ा प्रयोग आने वाले वक्त में देखने को मिल सकता है.
वो सियासी प्रयोग कांग्रेस की तरफ से उत्तर प्रदेश में क्या हो सकता है वही हम आपको आज राज की बात में बताने जा रहे हैं. राज की बात ये है कि महिला वोटर्स के साथ ही साथ युवाओं को साथ लाकर भी कांग्रेस खुद की सियासी मजबूती की कोशिश में लगी हुई है. हालाकि युवाओं को साधने के कोशिश ग्रेजुएशन पास बेटियों को स्कूटी और इंटर पास बेटियों को स्मार्टफोन देने में आप देख सकते हैं लेकिन पार्टी की प्लानिंग इससे आगे भी है.
राज की बात ये है कि महिलाओं की ही तर्ज पर टिकट वितरण में युवा कैंडिडेट्स को तरजीह देने का फॉर्मूला भी तय हो रहा है. कांग्रेस की कोशिश ये है कि 40 फीसदी महिलाओं के साथ ही लगभग इतना ही प्रतिशत युवाओं को भी टिकट दिया जाए ताकि यूथ भी पार्टी के साथ जुड़े जिससे संगठन को लॉगटर्म मजबूती मिल सके.
हालांकि युवाओं के साधने की कोशिश में एक राज की बात और निकल कर सामने आ रही है. राज की बात ये है कि युवाओं की परिभाषा में 52 से 55 साल तक के लोगों को शामिल किया जा सकता है. यानि कि 55 साल तक के लोग खुद को युवा मानकर कांग्रेस पार्टी में टिकट मान सकते हैं, ऐसे में उन्हें पार्टी तरजीह देगी. तो महिलाओं के साथ ही साथ युवाओं को साध कर यूपी को जीतने का प्लान टीम प्रियंका जल्द मैदान में उतार देगी. अब देखने वाली बात होगी की यूपी के सियासी युद्ध में हो रहे ये नए नए प्रयोग पार्टी के विजय प्लान को कितना परवान चढ़ा पाते हैं.
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