राज्यसभा चुनाव: आखिर क्यों करनी पड़ती है अपने ही विधायकों की ऐसी 'बाड़ेबंदी' ?
राज्यसभा की 57 सीटों के लिये 10 जून को चुनाव हैं, लेकिन इनमें से 41 सीटों पर फैसला पहले ही हो चुका है, क्योंकि वहां उम्मीदवार निर्विरोध चुने जा चुके हैं. अब शुक्रवार को 16 सीटों पर ही असल चुनाव होना है, लेकिन इनमें भी चार राज्यों की चार सीटें ऐसी हैं, जहां उलटफेर होने की संभावना जताई जा रही है. राजस्थान, हरियाणा, महाराष्ट्र और कर्नाटक की 1-1 सीट पर चुनाव पेचीदा होने के साथ ही काफी दिलचस्प हो गया है. दो मीडिया समूह के मालिकों-सुभाष चंद्रा ने राजस्थान में और कार्तिकेय शर्मा ने हरियाणा में निर्दलीय उम्मीदवार के बतौर मैदान में कूदकर कांग्रेस का खेल बिगाड़ दिया है. वजह ये है कि इन दोनों ही उम्मीदवार को बीजेपी अपना समर्थन दे रही है. हरियाणा में तो दुष्यंत चौटाला की अगुवाई वाली जेजेपी ने भी कार्तिकेय को समर्थन देने का ऐलान किया है.
क्रॉस वोटिंग होने और खरीदफरोख्त की आशंका के बीच कांग्रेस को इन दोनों ही राज्यों में अपने विधायकों की 'बाड़ेबंदी' करने पर मजबूर होना पड़ा है. पिछले कई दिनों से इन्हें फाइव स्टार रिसॉर्ट में रखा गया है, जिसके लिए करोड़ों रुपया पानी की तरह बहाया गया है. दरअसल, बीजेपी नहीं चाहती कि हरियाणा में कांग्रेस के अजय माकन और राजस्थान में प्रमोद तिवारी चुनाव जीत सकें. इसलिये पार्टी ने दोनों निर्दलीयों पर अपना दांव लगाकर कांग्रेस के मंसूबों पर पानी फेरने की कोशिश की है.
अपने विधायकों की 'बाड़ेबंदी' करने में बीजेपी भी पीछे नहीं है. ये अलग बात है कि कांग्रेस के मुकाबले उसका खर्चा कुछ कम है. राज्यसभा के अपने तीनों उम्मीदवार जिताने के लिये राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने सौ से ज़्यादा विधायकों को पिछले एक सप्ताह से उदयपुर के ताज अरावली होटल में ठहराया हुआ है. इस होटल में सौ ज़्यादा कमरे नेताओं के लिए बुक किए गए हैं. यहां विधायकों के लिए दुनिया भर के ऐशोआराम और मनोरंजन के साधन भी उपलब्ध है.
बताया जा रहा है कि विधायकों के लिए बुक 100 से ज़्यादा कमरे और दिनभर के खाने पीने पर करीब 25 लाख रुपए रोज़ाना खर्च हो रहे हैं. यानी आठ दिन का खर्च क़रीब 2 करोड़ रुपए होगा. ये तो सिर्फ़ होटल का हिसाब है. विधायकों को गुरुवार की शाम उदयपुर से जयपुर तक लाने के लिए बोइंग विमान मंगाए गए, जिसका खर्चा है लगभग 40 लाख रुपए. इसके अलावा छोटा चार्टर विमान भी विधायकों और सीएम अशोक गहलोत को जयपुर और उदयपुर से लाने और ले जाने में इस्तेमाल हो रहा है.
इस छोटे विमान का एक फेरा क़रीब 15 लाख रुपए का होता है. चार और पांच जून के बीच ही इस विमान के लगभग तीन चार चक्कर हो चुके है. कुल मिलाकर एक करोड़ रुपए अब तक छोटे विमान पर खर्च हो चुके हैं. अभी बोइंग पर जो खर्च होगा, वह अलग है. अब गुरुवार से कांग्रेस के तमाम विधायक जयपुर के होटल लीला पैलेस के मेहमान बने हुए हैं. यहां भी सौ से ज़्यादा कमरे बुक हुए है. एक कमरे का एक दिन का किराया है लगभग 15 हजार रुपए है. एक दिन का इस होटल का खर्च करीब डेढ़ करोड़ रुपये होगा. कांग्रेसी सरकार के अब तक के साढ़े तीन साल के शासन में ये विधायकों की तीसरी बाड़ाबंदी है.
वहीं बीजेपी की बात करें तो पार्टी ने देवी रतन होटल में कुल 55 कमरे बुक करवा रखे हैं. यहां एक कमरे का एक दिन का किराया क़रीब 25000 रुपए है. इस तरह पांच दिन के होटल का खर्चा क़रीब 70 लाख रुपए होगा. इससे पहले बीजेपी ने साल 2020 के राज्यसभा चुनाव के समय भी अपने विधायकों को जयपुर के एक होटल में क़रीब चार दिन रखकर उनकी बाड़ेबंदी की थी.
उधर,हरियाणा के विधायक भी पिछले कुछ दिन से मौज ले रहे थे. कांग्रेस के एमएलए, जहां छत्तीसगढ़ में मजे कर रहे हैं तो दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) की पार्टी जेजेपी (JJP) के 10 विधायक 7 स्टार रिसॉर्ट में शाही सुख-सुविधाओं का आनंद ले रहे हैं. बीजेपी के अलावा जेजेपी भी निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा को समर्थन दे रही है.
देश की राजनीति को लेकर बरसों पहले ओशो ने कहा था कि "राजनीति थर्मामीटर है पूरी जिंदगी का. वहां जो होता है, वह सब तरफ जिंदगी में होना शुरू हो जाता है. राजनीति में बुरा आदमी अगर है तो जीवन के सभी क्षेत्रों में बुरा आदमी सफल होने लगेगा और अच्छा आदमी हारने लगेगा. बड़े से बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है किसी देश का, कि वहां बुरा होना सफलता लाता हो और भला होना असफलता ले आता हो. आज इस देश में भला होना असफलता की पक्की 'गारंटी' है. भला व्यक्ति राजनीति में कभी सफल नहीं हो सकता."
(नोट- उपरोक्त दिए गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं. ये जरूरी नहीं कि एबीपी न्यूज ग्रुप इससे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.)