सात अप्रैल से 28 अप्रैल के बीच ठीक तीन हफ्ते का समय बीता है. इन तीन हफ्तों में कुल 27 मैच खेले जा चुके हैं. कुल 56 लीग मैच खेले जाने हैं. यानी आईपीएल का ये सीजन लगभग अपनी आधी मियाद पूरी कर चुका है.

हमेशा की तरह इस सीजन में भी तमाम उतार चढ़ाव देखने को मिले. कई नए स्टार सामने आए. कई बड़े नाम फ्लॉप हुए. गौतम गंभीर को दिल्ली की कमान तक छोड़नी पड़ी. इस उठापटक के बीच अब प्वाइंट टेबल की तस्वीर काफी हद तक साफ हो गई है.

तीन हफ्ते बीतने के बाद तीन टीमें साफ तौर पर टॉप-4 में जगह बनाती दिख रही हैं. आपको याद दिला दें कि अब आईपीएल में टॉप 4 टीमों के बीच क्वालीफायर मुकाबले खेले जाते हैं. कौन सी टीम किससे भिड़ेगी इस बात का फैसला प्वाइंट टेबल में टीमों की पायदान से तय होता है. 20 मई को प्वाइंट टेबल की पहली चार टीमों का फाइनल लेखा जोखा मिलेगा लेकिन फिलहाल तीन टीमें ऐसी हैं जो टॉप 4 में अपनी जगह बनाती दिख रही हैं. चेन्नई सुपरकिंग्स, सनराइजर्स हैदराबाद और किंग्स इलेवन पंजाब की टीमें फिलहाल पहली तीन पायदान पर हैं. तीनों ही टीमों ने अब तक इस सीजन में 7-7 मैच खेले हैं. तीनों ही टीमों को पांच पांच जीत हासिल हुई है.

क्या कहता है प्वाइंट टेबल का गणित
फिलहाल चेन्नई, हैदराबाद और पंजाब की टीमों ने इस सीजन में शानदार प्रदर्शन किया है. आईपीएल का इतिहास बताता है कि टॉप 4 में जगह बनाने वाली टीमें औसतन 9-10 मैच जीता करती हैं. आईपीएल के फॉर्मेट के मुताबिक सभी टीमों को 14-14 मैच खेलने होते हैं. यानी इन सभी टीमों को अभी 7-7 मैच और खेलने हैं. अगर उसमें से कुछ मैचों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा तो भी उनके खाते में 8 से 10 जीत का आना लगभग तय दिख रहा है. आईपीएल के अब तक के 10 सीजन में पंजाब को छोड़कर बाकी दोनों टीमों ने खिताब जीता है.

चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 2010 और 2011 में खिताब जीता था. इसके अलावा वो चार बार रनर अप रही है. सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने 2016 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को हराकर खिताब जीता था. तब हैदराबाद की टीम की कमान डेविड वॉर्नर संभाल रहे थे. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच के दौरान गेंद से छेड़छाड़ के मामले में उन पर प्रतिबंध लगा हुआ है. इसलिए वो इस सीजन में आईपीएल नहीं खेल रहे हैं. उनकी गैरमौजूदगी में भी हैदराबाद की टीम शानदार प्रदर्शन कर रही है.

पंजाब की टीम ने अब तक कभी भी आईपीएल का खिताब नहीं जीता है. पंजाब की टीम ने 2014 में फाइनल खेला था, लेकिन उसे कोलकाता नाइट राइडर्स से हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद 2015 और 2016 में पंजाब की टीम लीग की आखिरी पायदान की टीम रही. पिछले सीजन में उसने पांचवी पायदान पर फिनिश किया था.

इस सीजन में भी चेन्नई, हैदराबाद और पंजाब का जलवा  
चेन्नई की टीम की इस साल टूर्नामेंट में वापसी हुई है. उस पर स्पॉट फिक्सिंग के बाद बैन लगा हुआ था. चेन्नई की टीम ने पहले ही मैच में मुंबई पर रोमांचक जीत के साथ अपने सफर की शुरूआत की थी. कप्तान धोनी की अगुवाई में टीम ने अपनी साख के मुताबिक प्रदर्शन किया है. अंबाती रायडू तो कमाल की फॉर्म में हैं. उन्होंने इस सीजन में अभी तक सबसे ज्यादा रन बनाए हैं. हैदराबाद की टीम अपने गेंदबाजी के दम पर टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन कर रही है.



हैदराबाद के गेंदबाजों ने छोटे छोटे स्कोर को भी ‘डिफेंड’ किया है. पंजाब की टीम इस सीजन में कमाल का प्रदर्शन कर रही है. क्रिस गेल और लोकेश राहुल जैसे बल्लेबाजों ने टॉप ऑर्डर में शानदार खेल दिखाया है. क्रिस गेल इस सीजन में एक शतक लगा चुके हैं. दो अर्धशतक भी उनके खाते में हैं. तीनों ही टीमों की सबसे बड़ी ताकत ये है कि खिलाड़ी अपने अपने रोल को सही तरीके से निभा रहे हैं. हर खिलाड़ी टीम को जीत दिलाने की जिम्मेदारी खुद पर ले रहा है.