Ukraine Russia War: 2 मार्च की तारीख रोक देगी जंग या फिर लिखेगी दुनिया का नया इतिहास
Ukraine Russia War: रुस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग को छह दिन हो चुके हैं और अंतरराष्ट्रीय सैन्य जानकार मानते हैं कि आने वाली रात यूक्रेन (Ukraine) के लिए कयामत की रात साबित हो सकती है क्योंकि रूसी सेना (Russian army) राजधानी कीव (Kyiv) से महज चंद किलोमीटर की दूरी पर है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने अपने परिवार को सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचा दिया है,लिहाज़ा सामरिक विशेषज्ञों का आकलन है कि पुतिन 2 मार्च को कोई ऐसा फैसला ले सकते हैं,जो या तो युद्ध खत्म कर देगा या फिर वह समूची दुनिया को चौंका देगा.
कल यानी बुधवार को ही रुस-यूक्रेन के बीच दूसरे दौर की बातचीत होनी है. जानकार मानते हैं कि अगर ये वार्ता भी बेनतीजा रही,तो फिर पुतिन अंतिम व निर्णायक फैसला लेकर दुनिया को युद्ध की आग में झोंकने से पीछे नहीं हटेंगे. खबरों के मुताबिक, पुतिन का परिवार साइबेरिया की अंडरग्राउंड सिटी में रहता है और उन्हें सेफ लोकेशन पर शिफ्ट करने का मकसद ये माना जा रहा है कि उनके दिमाग में परमाणु हमले की कोई योजना है.
यूक्रेन के कई शहरों में बमबारी जारी
इस बीच रूस के रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को एलान किया कि वह कीव में 72वें ‘मेन सेंटर ऑफ इन्फोर्मेशन साइकोलॉजिकल ऑपरेशन’ और यूक्रेन की सिक्योरिटी सर्विस फैसिलिटी की इमारत पर हमला करेगा. रूस ने कहा है कि इन इमारतों के आस-पास रहने वाले सभी लोग अपने घरों से बाहर निकल जाएं. रूस ने मंगलवार को यूक्रेन के कई शहरों में बमबारी जारी रखी. एक रूसी सैन्य हमले में यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खार्किव के सेंटर पर हमला किया गया.
तकरीबन 30 लाख की आबादी वाले देश के सबसे बड़े शहर कीव में सुबह से ही एयर सायरन की गूंज सुनाई दे रही है और सरकार ने लोगों से कहा है कि वे अपने घरों से निकलकर बंकरों में शरण ले लें. बुधवार यानी 2 मार्च की तारीख दोनों ही मुल्कों के लिए बेहद अहम है क्योंकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी सेना को इसी तारीख तक राजधानी कीव पर कब्ज़ा करने का टारगेट भी दिया हुआ है. इस बीच गोलाबारी में एक भारतीय छात्र की मौत हो जाने से मोदी सरकार की चिंता और भी ज्यादा बढ़ गई है क्योंकि अभी भी करीब 13 हजार भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं जिन्हें जल्द सुरक्षित निकालना एक बड़ी चुनौती है. इसी मुद्दे पर देर शाम प्रधानमंत्री मोदी ने एक उच्चस्तरीय बैठक में हालात को समीक्षा करते हुए छात्रों की सुगम निकासी के लिए आवश्यक निर्देश दिए हैं.
उधर, यूरोपीय यूनियन ने यूक्रेन को अपना सदस्य बनाने की मंजूरी दे दी है. इस बीच चीन ने अमेरिका को धमकी देकर औऱ उकसा दिया है कि अगर उसने ताइवान का साथ दिया,तो उसे इसका गंभीर नतीजा भुगतना पड़ेगा.
राजधानी कीव से ज्यादा दूर नहीं रूसी सेना
लेकिन राजधानी कीव के हालात बता रहे हैं कि रुसी सेना शहर से ज्यादा दूर नहीं है. रूस ने कीव के बाहरी इलाकों में हथियारबंद वाहनों और आर्टिलरी से बड़ा हमला किया है जिसमें कई नागरिकों के भी मारे जाने की खबर है.वहीं अमेरिका समेत यूक्रेन के अन्य समर्थक देशों ने कहा है कि वह रूस की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने के लिए उसके खिलाफ और कड़े प्रतिबंध लगाएंगे.
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के एक सलाहकार ने ट्विटर पर कहा, "नकाब उतर चुका है. रूस सिटी सेंटर्स पर बमबारी कर रहा है. वह रिहायशी इलाकों और सरकारी इमारतों पर भी बम फेंक रहा है.'' सलाहकार मिखाइलो पोडोलीक ने लिखा, 'रूस का मकसद साफ है. बड़े स्तर पर डर फैलाओ, इन्फ्रास्ट्रक्चर को तबाह करो. यूक्रेन भी लगातार जवाब दे रहा है.'
फ्रांस के वित्त मंत्री ब्रूनो ले मायेर ने कहा कि हम रूस की अर्थव्यवस्था को ढहा देंगे. वहीं ब्रिटिश सरकार ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को युद्ध अपराध का मुकदमा झेलना पड़ सकता है.
उधर,यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के यूरोपियन संसद में दिए भाषण की जमकर तारीफ हो रही है. उन्होंने अपने भाषण में कहा,हम अपनी जमीन और आजादी के लिए लड़ रहे हैं, ये जानते हुए भी कि हमारे सभी शहर अब ब्लॉक हैं. लेकिन कोई हमें तोड़ नहीं सकता. हम मजबूत हैं, हम यूक्रेनियन हैं.
रूस को लग सकता है एक और झटका
यूक्रेन पर हमले के चलते पश्चिमी देशों की ओर से लगातार प्रतिबंधों का सामना कर रहे रूस को जल्द ही एक और बड़ा झटका लग सकता है.ब्रिटेन ने कहा है कि रूस को लेकर हमारे सामने विकल्पों में उसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) से बाहर करना भी है.
बताया गया है कि रूस ने यूक्रेन में मौजूद अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा दी है. सैन्य मामलों के एक जानकार ने दावा किया है कि रूस की 75 प्रतिशत सेना अब यूक्रेन में है. रॉयल यूनाइटेड सर्विस इंस्टीट्यूट में लैंड वॉरफेयर और मिलिट्री साइंसेज के शोधार्थी डॉक्टर जैक वॉटलिंग ने ये जानकारी दी है. एक वरिष्ठ अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने भी इस आंकड़े का ज़िक्र किया है.वॉटलिंग ने बताया कि बड़ी संख्या में रूसी सैनिक बेलारूस की ओर से दक्षिण की तरफ बढ़ रहे हैं और वे कीव पर हमले की तैयारी में हैं.
उधर,रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोफ़ ने कहा है कि यूक्रेन परमाणु हथियार हासिल करने की कोशिश करता रहा है. यह एक बड़ा खतरा है और इसे रोकने की ज़रूरत है.समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक उन्होंने कहा, ''यूक्रेन के पास अभी भी सोवियत न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी है. लिहाजा रूस को इस ख़तरे का सफलतापूर्वक जवाब देना होगा. ''
(नोट- उपरोक्त दिए गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं. ये जरूरी नहीं कि एबीपी न्यूज ग्रुप इससे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.)