Underworld Don Dawood Ibrahim: अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम ने दूसरी बार शादी रचाई है, ये जितने भी लोग क्रमिनल किस्म के होते हैं उनका काम यही है. ये एक शादी नहीं बल्कि दर्जनों शादियां करते हैं. उसके बाद लड़कियों को छोड़ देते हैं. इनकी शुरू से जो ट्रेनिंग होती है वो ये रहती है कि तुम्हारी लाइफ काफी छोटी है, तुम्हारे साथ कभी भी कुछ हो सकता है, तुम्हें कभी भी मारा जा सकता है. जितना भी तुम पैसा कमा रहे वो गलत तरीके से कमा रहे हो. इसीलिए ये लोग जितना एन्जॉय कर सकते हैं उतना करते हैं.
इस तरह के क्रिमिनल बड़े फाइव स्टार होटलों में जाते हैं, घूमते हैं फिरते हैं. एक जमाने में दाऊद की बॉलीवुड में काफी ज्यादा दिलचस्पी थी. वहां से भी इसने शादी की. इसके बाद शायद मियांदाद की लड़की से शादी की, उसके बाद भी बीच में काफी कुछ किया. ये इस तरह से ग्लैमरस लाइफ गुजारते हैं. इसकी किस्मत थी कि ये बचकर निकल गया. क्योंकि पाकिस्तान जैसे मुल्क ने शेल्टर दे दिया. इनके पास इतना पैसा होता है कि ये कोई भी लड़की खरीद लेते हैं. कई लड़कियां भी झांसे में आ जाती हैं कि पैसा मिलेगा और ग्लैमर मिलेगा. इस उम्र में कौन उनके साथ शादी करेगा.
पाकिस्तान का क्या है स्वार्थ
दाऊद ने कई जगह शादियां की हैं, पाकिस्तान चाहता है कि उसे वहीं रखा जाए. दाऊद का जो धंधा है और प्रॉपर्टी वहां है उसे बाहर नहीं जाने देना चाहते हैं. पाकिस्तान इसकी प्रॉपर्टी की हिस्सेदारी नहीं चाहता है. इसकी काफी प्रॉपर्टी पाकिस्तान के बाहर भी हैं. उसने विदेशों में बड़े होटल बना रखे हैं. इस वक्त दाऊद पाकिस्तान से निकलने नहीं दिया जाएगा, उसे आईएसआई ने पूरी तरह घेर रखा है. ये कोशिश भी करेंगे तो निकल नहीं सकते हैं. आईएसआई को इस तरह के पैसे की बहुत जरूरत होती है, इसके प्रोटेक्शन की पूरी जिम्मेदारी वही लोग लेते हैं.
दाऊद का इस्तेमाल कर रही है आईएसआई
दाऊद का पूरे हिंदुस्तान और बाहरी देशों में पूरा नेटवर्क है. जिसमें वो गोल्ड स्मगलिंग और इसी तरह के बड़े काम करता है. फिरौती का काम भी होता है. पूरी स्मगलिंग सुरक्षा व्यवस्था के साथ होती है. हिंदुस्तान में इसके लोग रहते हैं कि किसके पास कितना पैसा है. कई किडनैपिंग ऐसी होती हैं जिनका पता ही नहीं चलता है, फोन पर ही सब कुछ सेटिंग हो जाती है. दुबई जैसी जगह पर पैसा ट्रांसफर हो जाता है. इसके बाद पैसा पाकिस्तान पहुंचता है. इस पैसे का इस्तेमाल आईएसआई आतंक को बढ़ाने में, आतंकी संगठनों की जरूरतों को पूरा करने में करता है. ये आईएसआई के फ्रंटमैन बन चुके हैं.
दाऊद की वजह से नुकसान बाकी देशों के अलावा पाकिस्तान को भी ज्यादा है. इनकी ताकत इतनी बढ़ जाती है कि बाद में इन्हें रोकना मुश्किल हो जाता है. इनके ऊपर आईएसआई को बैठाया गया है, लेकिन एजेंसी खुद ही करप्शन में डूबी है. इसीलिए ऐसे बड़े क्रिमिनल पाकिस्तान जैसे देश के लिए बेहद खतरनाक है.
अमेरिका का पाकिस्तान को लेकर नरम रुख
पाकिस्तान में सेना सबसे ज्यादा ताकतवर है, इसीलिए उसे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि दुनिया में उसकी क्या इमेज बन रही है. ये ग्रे लिस्ट में आ गए थे, क्योंकि अमेरिका नाराज था. जब अमेरिका की बातें सुन लीं गई तो उसे बाहर कर दिया गया. चीन हमेशा यूएन में उसे समर्थन देता है. ये भारत में आतंक फैलाते हैं तो चीन खुश होता है. चीन को ये लोग अफगानिस्तान लेकर जा रहे हैं. चीन को अरब देशों में पाकिस्तान ही लेकर गया था. चीन को अमेरिका से मिलवाने में भी पाकिस्तान का बड़ा रोल था. हालांकि अब पूरा देश बर्बाद हो रहा है, पाकिस्तान का भी वही हश्र हो रहा है जो दाऊद का है. ये पुराने उधार भी नहीं चुका पा रहे हैं.
पाकिस्तान को अगर दुनिया के बड़े देश सबक सिखाना चाहते तो उसे ब्लैक लिस्ट में डाला जाता, उसकी सेना पर प्रतिबंध लगाए जाते. पाकिस्तान को सिर्फ चेतावनी दी गई थी. अमेरिका ने उसे ग्रे लिस्ट से भी हटा दिया और उसके एफ-16 के अपग्रेड करने की डील भी ओके कर दी. सब जानते हैं कि पाकिस्तान में सब कुछ पहले जैसा चल रहा है. अमेरिका भी जानता है कि पाकिस्तान से सब कुछ हो रहा है लेकिन फिर भी एक्शन नहीं लिया जाता है.
नोट- उपरोक्त दिए गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं. ये जरूरी नहीं कि एबीपी न्यूज़ ग्रुप इससे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.