विराट की कौन सी बहुत बड़ी परेशानी को दूर करेंगे धोनी
आईपीएल का एक्शन शुरू होने वाला है. अंबाती रायडू चेन्नई सुपरकिंग्स का हिस्सा हैं. चेन्नई की कप्तानी धोनी संभाल रहे हैं. विराट कोहली धोनी पर आंख मूंदकर भरोसा करते हैं.
आईपीएल का एक्शन शुरू होने वाला है. अंबाती रायडू चेन्नई सुपरकिंग्स का हिस्सा हैं. चेन्नई की कप्तानी धोनी संभाल रहे हैं. विराट कोहली धोनी पर आंख मूंदकर भरोसा करते हैं. अंतर्राष्ट्रीय मैचों में कई बार धोनी ही बाद के ओवरों में कप्तानी करते दिखाई देते हैं क्योंकि विराट कोहली बाउंड्री पर ‘फील्डिंग’ कर रहे होते हैं. आईपीएल के तुरंत बाद टीम इंडिया को विश्व कप 2019 के लिए इंग्लैंड रवाना होना है.
यूं तो विराट कोहली ने कहा है कि आईपीएल में खिलाड़ियों के प्रदर्शन का विश्व कप के लिए चुनी जाने वाली टीम से कोई लेना देना नहीं है. बावजूद इसके व्यवहारिक बात ये है कि आईपीएल की फॉर्म का फर्क तो पड़ेगा. विराट कोहली की मौजूदा परेशानी नंबर चार का बल्लेबाज है. अंबाती रायडू इसके सबसे मजबूत दावेदार हैं. करीब चार महीने पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज के दौरान विराट कोहली ने कहा भी था कि नंबर चार पर अंबाती रायडू की दावेदारी बहुत मजबूत हो गई है. लेकिन हालिया सीरीज में किए गए लगातार प्रयोग के बाद एक बार फिर वो इस परेशानी का शिकार हो गए. अंबाती रायडू अब जब धोनी की कप्तानी में खेलेंगे तो धोनी उनका सटीक आंकलन करेंगे. अगर अंबाती रायडू की फॉर्म कायम रहती है तो फिर वो विश्व कप के मैचों में प्लेइंग 11 का हिस्सा बनेंगे. उनके इंग्लैंड जाने पर कोई शक नहीं है. सिर्फ विचार विमर्श उन्हें प्लेइंग 11 में मौका देने को लेकर है. यानि अंबाती राय़डू के क्रिकेट करियर में ये आईपीएल बहुत अहम स्थान रखने जा रहा है.
बाकि बल्लेबाजों का भी दावा जान लीजिए
नंबर चार के दावेदारों में फिलहाल अंबाती रायडू के अलावा ऋषभ पंत, विजयशंकर, दिनेश कार्तिक और महेंद्र सिंह धोनी हैं. दिनेश कार्तिक हालिया वनडे टीम का हिस्सा नहीं थे. धोनी को जिस भी क्रम पर उतारा जाएगा वो उसके हिसाब से बल्लेबाजी कर लेंगे. ऋषभ पंत और विजयशंकर हालिया ऑस्ट्रेलिया सीरीज में इस मौके का फायदा उठाने में नाकाम रहे. पंत ने बहुत ही ज्यादा निराश किया. रायडू को सभी मैचों में मौका नहीं मिला.
बावजूद इसके पिछले एक साल के आंकड़े उनके पक्ष में हैं. अभी हम नंबर चार की बजाए ‘ओवरऑल’ प्रदर्शन की बात कर रहे हैं. पिछले एक साल में खेले गए 21 वनडे मैचों में उन्होंने 639 रन बनाए हैं. इसमें एक शतक शामिल है. उनकी औसत 42.6 की है. दिनेश कार्तिक ने पिछले 12 मैचों में 40.33 की औसत से 242 रन बनाए हैं. धोनी के खाते में 23 मैचों से 533 रन हैं. उनकी औसत 41 रनों की है. टीम मैनेजमेंट ऋषभ पंत और विजयशंकर को लेकर बहुत उत्साहित था. ऋषभ पंत ने अब तक 5 मैच में 23.25 की औसत से 93 रन बनाए हैं. विजयशंकर के खाते में 9 मैच में 33 की औसत से 165 रन हैं. इन आंकड़ों के नंबर चार पर बल्लेबाजी के रन भी जुड़े हुए हैं. आंकड़े भी बता रहे हैं कि औसत के हिसाब से रायडू सबसे भरोसेमंद हैं.
नंबर चार पर रायडू क्यों है ‘बेस्ट ऑप्शन’
नंबर चार के बल्लेबाज में कुछ खास बातें होनी चाहिए. उसे स्ट्राइक ‘रोटेट’ करना आना चाहिए. नंबर चार के बल्लेबाज को कई बार 8-10 ओवर बीतते बीतते ही बल्लेबाजी करने उतरना पड़ता है. ऐसे में उसका सामना तेज गेंदबाजों से होता है. अंबाती रायडू ‘शॉर्ट गेंद’ का सामना अच्छी तरह करते हैं. इससे उलट कई बार उसका नंबर 30 ओवर के आस-पास आता है. दोनों ही सूरत में उसकी बल्लेबाजी का अंदाज ही टीम का फाइनल स्कोर तय करता है.
वो मैच के हिसाब से और हालात को भांपकर बल्लेबाजी कर सकते हैं. तकनीकी तौर पर सॉलिड होने की वजह से उन्हें क्रीज पर रूककर भी खेलना आता है. धुंआधार बल्लेबाजी तो वो कर ही लेते हैं. स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ रायडू अच्छी गेंदबाजी करते हैं. बीच के ओवरों में ज्यादातर टीमें स्पिन गेंदबाजों का इस्तेमाल करती हैं. ऐसे में रायडू सबसे बेहतर विकल्प हैं. उनकी बदकिस्मती ये भी है कि आईसीएल खेलने की वजह से वो काफी साल तक ‘बैन’ थे वरना अगर वो लगातार खेलते तो उनके दावे पर कोई सवाल ही नहीं उठा सकता था.