विधानसभा में बार-बार ऐसा बयान देकर क्यों पार्टी की फजीहत करा जाते हैं नीतीश कुमार?

एक सदन नेता का इस तरह का संसदीय आचरण कहीं से उचित नहीं कहा जा सकता है. किसी सदन में अगर पुत्र हो, पुत्री हो तब भी वे माननीय होता है और वहां पर कोई संबंध नहीं होता है. सदन के सदस्य के नेता एक दूसरे के

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