नए साल का जश्न मनाने से ऐन पहले क्या पाकिस्तान में कोई बड़ा आतंकी हमला होने वाला है? ये सवाल उठने की बड़ी वजह भी है क्योंकि अमेरिका समेत करीब आधा दर्जन देशों ने वहां रह रहे अपने नागरिकों के लिए कुछ सख्त हिदायतें जारी कर दी हैं जिसे अंग्रेजी में एडवाइजरी कहते हैं. ख़ास बात ये है कि जिसे पाकिस्तान का सबसे बड़ा हमदर्द समझा जाता है उस सऊदी अरब ने भी अपने लोगों को सलाह दी है कि वे इस दौरान अपने दूतावास या घरों से बाहर निकलने से बचें.


सऊदी अरब की ये चेतावनी थोड़ी हैरान करने वाली इसलिये भी है कि वह किसी इस्लामिक मुल्क के लिए कभी ऐसी हिदायत देने से परहेज़ करता रहा है. इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि दुनिया के सुपर पावर कहलाने वाले अमेरिका ने 9/11 के भीषण आतंकी हमले के बाद अपने खुफिया तंत्र को इतना मजबूत किया है कि अब वो अपने घर के अलावा बाकी देशों में होने वाले आतंकी हमलों की आशंका का इनपुट मिलते ही बेहद सचेत हो जाता है. उसी लिहाज से वह उस देश में रहने वाले अपने नागरिकों के लिए हिदायतें भी जारी करता है.


दरअसल, पाकिस्तान स्थित अमेरिकी दूतावास को ये खुफिया इनपुट मिला है कि राजधानी इस्लामाबाद के मैरियट होटल में अमेरिकी नागरिकों पर आतंकी हमला हो सकता है. यही वजह है कि अमेरिकी दूतावास से जुड़े हर अधिकारी या कर्मचारियों के इस पांच सितारा होटल में जाने पर रोक लगा दी गई है. विदेशी मीडिया में आई रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि 31 दिसम्बर के आसपास ISIS जैसा खूंखार आतंकी संगठन इस्लामाबाद के चुनिंदा मशहूर होटलों को अपना निशाना बना सकता है जहां विदेशियों की आवाजाही रहती है. इसीलिए अमेरिकी दूतावास ने सुरक्षा अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि सरकार को इस बात की जानकारी मिली है कि कुछ अज्ञात व्यक्ति छुट्टियों के दौरान इस्लामाबाद के मैरियट होटल में अमेरिकी नागरिकों पर हमला करने की साजिश कर रहे हैं. 


इस एडवाइजरी में सरकार ने अमेरिकी नागरिकों को छुट्टी के दौरान मशहूर होटलों में जाने पर रोक लगाते हुए इस्लामाबाद में गैर-जरूरी यात्रा से परहेज करने के लिए भी कहा है. दरअसल, पाकिस्तान स्थित अमेरिकी दूतावास द्वारा यह एडवाइजरी जारी करने की वजह भी है. हाल ही में इस्लामाबाद के रिहायशी इलाकों में हुए आत्मघाती बम धमाके के बाद अमेरिका की चिंता और भी ज्यादा बढ़ गई. शुक्रवार को वहां हुए एक आत्मघाती बम विस्फोट में एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई थी जबकि अन्य 10 लोग घायल हो गए थे. यह विस्फोट पुलिस गश्ती के दौरान चेकिंग के दौरान हुआ था. पुलिस ने जब एक टैक्सी को रोका तो पीछे की सीट पर बैठे एक यात्री ने खुद को उड़ा लिया था. 23 दिसंबर को हुए इस हमले के पीछे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान का हाथ माना जा रहा है और उसके बाद से ही इस्लामाबाद को हाई अलर्ट पर रखा गया है.


बता दें कि अमेरिका से पहले ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया भी अपने नागरिकों के लिए इसी तरह की हिदायतें जारी कर चुके हैं. ब्रिटेन सरकार ने तो अपने लोगों को कुछ खास इलाकों में न जाने की सख्त हिदायत दी है. ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (FCDO) ने पाकिस्तान जाने वाले  ब्रिटिश नागरिकों के लिए जो ट्रेवल एडवाइजरी जारी की है उसमें अपने नागरिकों को खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के बजुआर, मोहमंद, खैबर, ओरकजई, कुर्रम, उत्तरी वजीरिस्तान और दक्षिण वजीरिस्तान जिले में नहीं जाने की सलाह दी है. इसके अलावा, खैबर-पख्तूनख्वा में चारसड्डा, कोहाट, टैंक, बन्नू, लक्की, लोअर दीर और पेशावर की यात्रा करने के लिए भी मना किया गया है.


इसी तरह से इस्लामाबाद स्थित आस्ट्रेलियाई उच्चायोग ने भी पाकिस्तान के लिए ट्रेवल अलर्ट जारी करते हुए सुरक्षा खतरे के मद्देनजर अपने नागरिकों को यात्रा न करने की चेतावनी दी है. आस्ट्रेलिया उच्चायोग ने अमेरिकी दूतावास का हवाला देते हुए कहा है कि कुछ अज्ञात व्यक्ति छुट्टियों के दौरान इस्लामाबाद के मैरियट होटल पर हमला करने की योजना बना रहे हैं. लेकिन इन पश्चिमी देशों के बीच सऊदी अरब ने अपने नागरिकों के लिए जो चेतावनी जारी की है वो हैरान करने वाली इसलिए भी है कि उसे पाकिस्तान सरकार पर जरा भी ये भरोसा नहीं है कि वो आतंकी संगठनों पर कभी लगाम लगा सकता है.


पाकिस्तान में सऊदी अरब के दूतावास ने ट्विटर पर बयान जारी करते हुए कहा है, "इस्लामिक गणराज्य पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में अधिकारियों ने सुरक्षा अलर्ट को उच्चतम स्तर तक बढ़ा दिया है. इसलिए सऊदी अरब का दूतावास यहां रहने वाले और आने वाले सभी नागरिकों को सावधानी बरतने और जरूरत न हो तो बाहर नहीं जाने की सलाह देता है." दूतावास ने ये भी लिखा है कि अगर किसी तरह की इमरजेंसी हो तो कराची स्थित दूतावास या कांसुलेट से संपर्क करें.


पाकिस्तान का ये सूरते-हाल बताता है कि ये मुल्क किसी भी तरह से विदेशी नागरिकों के लिए सुरक्षित नहीं है. पिछले करीब दो दशक से भारत इस मुल्क की जिस हक़ीक़त से दुनिया को वाकिफ़ करा रहा था उसका अहसास अब दुनिया के ताकतवर देशों को भी हो रहा होगा. वो यही कि पाकिस्तान पहले आतंकवाद के बीज बोता है फिर उसे पनपने देता है और आखिर में उसकी फसल काटकर दुनिया में तबाही का मंज़र दिखाता है.


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