दिल्ली का शाहीन बाग फिर से सुर्खियों में है. दिल्ली नगर निगम MCD द्वारा अतिक्रमण हटाने पर सियासत गरमा गई है. केजरीवाल सरकार और बीजेपी ने एक दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है और पूरे मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश हो रही है. एमसीडी में बीजेपी का शासन है, लिहाजा, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का आरोप है कि जानबूझकर मुस्लिम बहुल इलाकों पर ही बुलडोजर चलाया जा रहा है. 


पहले जहांगीरपुरी में बुलडोजर के जरिये मुस्लिमों के घरों-दुकानों को तोड़ा गया और सोमवार को शाहीन बाग में भी यही कोशिश की गई. लेकिन बीजेपी इससे साफ इंकार कर रही है कि धर्म देखकर बुलडोजर चलाया जा रहा है.


दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता कहते हैं कि कई जगह कार्रवाई चल रही है लेकिन इसे आप और कांग्रेस सांप्रदायिक रंग दे रही है. जब कोई अतिक्रमण करता हैं तब सेक्यूलर हो जाता है, जब कार्रवाई होती है तब सांप्रदायिक हो जाता है. आप और कांग्रेस तृष्टिकरण की राजनीति कर रही है. बुलडोजर पर धर्म देखना बंद करो.


बीजेपी ने आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ये भी कहा कि आज जो लोग शाहीन बाग में बांग्लादेशी-रोहिंग्या के अवैध ठिकानों को बचाने के लिए सड़क पर लेट गए हैं, जनता भी जल्दी उनको लेटा देगी.


लेकिन उस इलाके से आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान ने एमसीडी की इस कार्रवाई पर विरोध जताया है.उनका कहना है कि शाहीन बाग में जहां कहीं भी अवैध अतिक्रमण था, वो लोगों ने खुद हटा लिया है. अब यहां पर कोई अतिक्रमण नहीं है और जहां पर है भी तो उसे मैं खुद हटवाऊंगा. जब शाहीन बाग में कहीं भी अवैध अतिक्रमण नहीं है तो एमसीडी के लोग बुलडोजर लेकर क्यों यहां आए हैं? मेरे विधानसभा क्षेत्र में कहीं भी यदि अवैध अतिक्रमण है तो मुझे बताएं, मैं खुद उसे हटाऊंगा.


लेकिन दिल्ली बीजेपी के नेता कपिल मिश्रा ने एक बयान देकर आग में घी डालने का काम किया है. उन्होंने मुस्लिम बहुल इलाकों की तुलना पाकिस्तान से की है. मिश्रा ने सोशल सोशल मीडिया पर ट्वीट कर कहा, "शाहीन बाग हो या जहाँगीर पुरी या सीमापुरी ये सब अवैध धंधों, अवैध निर्माणों और अवैध घुसपैठियों के अड्डे हैं. यहां बुलडोजर, पुलिस, कानून की एंट्री बैन है. ये छोटे छोटे मिनी पाकिस्तान जैसे हैं जहां भारत का संविधान लागू करवाना भी असंभव बनता जा रहा है."


कपिल मिश्रा ने उपराज्यपाल को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने कहा कि आज से एक साल पहले ताहिर हुसैन की अवैध गैर कानूनी बिल्डिंग का इस्तेमाल हथियार की तरह किया गया था. इसी अवैध बिल्डिंग से बम, एसिड, गुलेल सब बरामद हुआ था. इसी बिल्डिंग में वीर आईबी अफसर अंकित शर्मा की हत्या हुई. कृपया ताहिर हुसैन की अवैध बिल्डिंग गिराई जाए. मिश्रा ने कहा कि दिल्ली में सबसे पहले बुलडोजर ताहिर हुसैन की अवैध कातिल बिल्डिंग पर चलना चाहिए. मैंने ताहिर हुसैन की बिल्डिंग को गिराने के लिए एलजी को लेटर लिखा है. ये बिल्डिंग अवैध है और इसका गिरना जरूरी है.


हालांकि नगर निगम के इस अतिक्रमण विरोधी अभियान के खिलाफ याचिका सुनने से सुप्रीम कोर्ट ने मना कर दिया है. कोर्ट ने कहा है कि जहांगीरपुरी मामले में दखल दिया गया क्योंकि वहां परिस्थितियां अलग थीं. हमने उदारता दिखाई ,इसका मतलब यह नहीं कि हम हर किसी को सुनते रहें, भले ही उसका निर्माण अवैध हो. जस्टिस एल नागेश्वर राव और बी आर गवई की बेंच ने कहा कि जिसे याचिका दाखिल करनी हो, वह पहले दिल्ली हाई कोर्ट जाए. वहां अगर राहत न मिले, तब सुप्रीम कोर्ट आए.


(नोट- उपरोक्त दिए गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं. ये जरूरी नहीं कि एबीपी न्यूज़ ग्रुप इससे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.)