गुरूवार को जब श्रीलंका के खिलाफ अपना दूसरा लीग मैच खेलने के लिए टीम इंडिया मैदान में उतरेगी तो उसके सामने सिर्फ एक लक्ष्य होगा- एक और बड़ी जीत. भारतीय टीम को श्रीलंका के खिलाफ ओवल में खेलना है. एक और बड़ी जीत हासिल करने के इरादे के पीछे कई रणनीतियां एक साथ हैं.
श्रीलंका की टीम वैसे भी मुश्किल में है. पहले मैच में उसे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 96 रनों से बड़ी हार का सामना करना पड़ा था. इसके अलावा मैच के बाद टीम के कप्तान थरंगा पर स्लोओवर रेट की वजह से ‘बैन’ लग गया. भारत के खिलाफ मैच में वो टीम का हिस्सा नहीं होंगे. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 300 रनों का पीछा करते वक्त थरंगा इकलौते बल्लेबाज थे जिन्होंने अर्धशतक लगाया था. जाहिर है उनके मैदान में ना रहने पर श्रीलंका की टीम को मुश्किल होगी.
श्रीलंका से उलट पिछले मैच में भारत ने पाकिस्तान को 124 रनों के बड़े अंतर से हराया है. भारतीय बल्लेबाजों की फॉर्म का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पाकिस्तान के खिलाफ सभी टॉप 4 बल्लेबाजों ने अर्धशतक लगाया था. रोहित शर्मा, शिखर धवन, विराट कोहली और युवराज सिंह ने शानदार पारियां खेली थीं. इसके अलावा गेंदबाजों का भी प्रदर्शन भी जबरदस्त रहा. विराट कोहली ने मैच के बाद खुद भी बल्लेबाजी और गेंदबाजी की तारीफ की थी. फील्डिंग को लेकर सुधार की बात उन्होंने कही थी जिसका इम्तिहान श्रीलंका के खिलाफ मैच में होगा.
टीम इंडिया एक और बड़ी जीत चाहिए
चैंपियंस ट्रॉफी में बारिश का कहर चल रहा है. ऑस्ट्रेलिया की टीम को अब तक एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला है. अब तक 2 मैचों के बाद उसके पास सिर्फ 2 प्वाइंट हैं. कोई बहुत ताज्जुब की बात नहीं होगी अगर उसे टूर्नामेंट से खाली हाथ बाहर निकलना पड़े. भारत को वॉर्म अप मैच में भी बारिश का सामना करना पड़ा था हालांकि बावजूद इसके जीत भारत के खाते में ही आई थी. पिछले मैच में भारत ने भी बारिश का असर देखा है. पिछले मैच में भारत ने करीब सवा तीन सौ रन बनाए थे लेकिन डकवर्थ लुइस नियम के मुताबिक पाकिस्तान को जीत के लिए 20 ओवर में बगैर विकेट खोए 103 या 104 रन चाहिए थे. वो तो भला हो कि मैच 20 ओवर की बजाए 41 ओवर का हुआ और जीत भारत के खाते में आई.
विराट कोहली इसी मुश्किल से बचने के लिए चाहते हैं कि श्रीलंका को हराकर प्वाइंट टेबल में ऐसी स्थिति बना ली जाए कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच के नतीजे का सेमीफाइनल में जाने- ना जाने से कोई मतलब ही ना रह जाए. भारतीय टीम का नेट रन रेट पिछले मैच की जीत के बाद इतना जबरदस्त है कि वैसे भी श्रीलंका के खिलाफ एक और जीत का मतलब है कि वो ग्रुप बी में नंबर एक की पायदान पर ही रहेगा.
नजर श्रीलंका पर निशाना ट्रॉफी पर
टीम इंडिया ये भी जानती है कि इंग्लैंड को इंग्लैंड के घर में हराना मुश्किल है. अभी तक खेले गए लीग मैचों में ये बात साबित भी हुई है. इंग्लैंड की टीम ने पहले लीग मैच में बांग्लादेश को 8 विकेट से हराया है. वो भी तब जबकि बांग्लादेश ने जीत के लिए 306 रनों का बड़ा लक्ष्य दिया था. जिसे इंग्लैंड ने मैच खत्म होने के 16 गेंद पहले ही हासिल कर लिया. इंग्लैंड की तरफ से जो रूट, एलेक्स हेल्स और मॉर्गन ने शानदार बल्लेबाजी की.
इसके बाद इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को भी 87 रनों के बड़े अंतर से हराया है. दूसरे लीग मैच में इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को 311 रन का लक्ष्य दिया था. जवाब में न्यूजीलैंड की पूरी टीम 223 रन पर ही सिमट गई. लियम प्लंकेट ने 4 विकेट चटकाए. जाहिर है भारतीय टीम चाहती है कि इंग्लैंड से कम से कम सेमीफाइनल में टक्कर ना हो. इसके लिए उसे ग्रुप बी में टॉप की पायदान को बचाए रखना होगा.
एक बार फाइनल में टीम इंडिया पहुंच गई तो उसके बाद तो सिवाय उस रोज के प्रदर्शन के कुछ भी मायने नहीं रखता है.