MNS की 'गुंडागर्दी' पर बोले अजय, 5 करोड़ देने के लिए जबरदस्ती नहीं होना चाहिए!
अजय ने ट्वीट कर मीडिया से यह अपील भी किया है कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश ना किया जाए....
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View In Appमीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अजय ने कहा, ‘शिवाय के रिलीज डेट का जो सबसे बड़ा शो होगा उसकी कमाई उरी हमले के पीड़ित परिवार को दिया जाएगा.’ सभी शो के कलेक्शन की जानकारी मिलने से यह पता चल जाएगा कि किस शो की कमाई सबसे ज्यादा हुई है. जिस शो की कमाई सबसे ज्यादा होगी उसे उरी हमले में शहीद जवानों के परिवारों को दिया जाएगा.
अभिनेता अजय देवगन ने पाक कलाकारों को बैन करने और जिन-जिन फिल्मों में पाकिस्तानी कलाकार हैं उनके प्रोड्यूसर्स को 5 करोड़ सेना राहत कोष में जमा करने के मुद्दे पर अपनी राय रखी है. क्या पाकिस्तानी कलाकारों को बैन कर देना चाहिए? इस सवाल का जवाब देते हुए अजय देवगन ने कहा, 'हम सब साथ में मिलकर काम करते हैं. एकदूसरे को जानते हैं. हमें मालूम है कि ना यहां से कोई आतंकवादी जा रहा है और ना ही वहां से कोई आतंकवादी आ रहा है.' आगे जानें, 5 करोड़ जमा करने के मुद्दे पर अजय ने क्या कहा है?
अजय ने आगे कहा कि मेरी जिंदगी का सबसे अच्छा संगीत नुसरत फतेह साहब ने ‘कच्चे धागे’ में दिया था. ऐसा हम बिल्कुल नहीं चाहते हैं कि आपस में काम नहीं करें लेकिन कई बार देश के लिए हालात ऐसे हो जाते हैं...कि जैसे कि वे लोग अपने देश के साथ खड़े हैं कि जब तक यह समस्या खत्म नहीं हो जाती है उनके अपने देश के लिए खड़े रहना है और वो लोग बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. जैसे वे खड़े हैं हमें भी खड़े रहना है.
अजय ने कहा कि मैं चाहता हूं कि यह प्रॉब्लम जितना जल्दी हो सके सॉल्व हो जाए ताकि हम फिर से वापस एकदूसरे के साथ काम कर सकें. ना हम बुरे हैं ना वे बुरे हैं. कई बार हालात एक जैसे नहीं होते हैं.
जब उनसे पूछा गया कि क्या बॉलीवुड को राजनीति से दूर रहना चाहिए. अजय ने जवाब देते हुए कहा कि इंडस्ट्री राजनीति से दूर है लेकिन राजनीति इंडस्ट्री से दूर नहीं रहती है तकलीफ यह है. जिन-जिन फिल्मों में पाकिस्तानी कलाकार हैं उनके प्रोड्यूसर्स को 5 करोड़ सेना राहत कोष में जमा करने पर अजय ने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए. आपके दिल से जो हो करना चाहिए कोई किसी को जबरदस्ती नहीं कर सकता.
उन्होंने कहा था, ‘‘हम साथ..साथ ईद और दिवाली मनाते हैं. मैं न केवल अपनी फिल्म इकाई की बात कर रहा हूं बल्कि पूरे फिल्म जगत की बात कर रहा हूं. हमारे सामने यह समस्या (धर्म की) कभी नहीं आई. यह हमारी सबसे बड़ी खासियत है.’’
भारत में पाकिस्तानी कलाकारों के काम करने को लेकर जारी विवाद के बीच उन्होंने कहा कि वह पहले भी पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम कर चुके हैं और उनका मानना है कि उन्हें पूरी तरह ‘‘बैन’’ नहीं करना चाहिए.
सिंघम के अभिनेता ने कहा था, ‘‘मैंने पाकिस्तानी कलाकारों, पाकिस्तानी गायकों के साथ काम किया है. मेरी जिंदगी का सबसे अच्छा संगीत नुसरत फतेह साहब ने ‘कच्चे धागे’ में दिया. पाकिस्तानी कलाकारों ने मेरे साथ काम किया. हमें भविष्य में भी साथ काम करना चाहिए. लेकिन कभी..कभी कुछ स्थितियां उभर आती हैं. फिलहाल उन्हें बैन नहीं किया जाना चाहिए लेकिन हमें देश के साथ खड़ा होने का निर्णय करना होगा.’’
जब उनसे पूछा गया था कि यह राष्ट्रवाद है या डर तो अजय ने कहा, ‘‘दोनों. जब राष्ट्रवाद की बात होती है तो जैसा कि मैंने कहा कि मैं देश के साथ खड़ा हूं. जब राजनीति की बात आती है तो उद्योग जगत का व्यक्ति थोड़ा भयभीत हो जाता है. वह भयभीत इसलिए हो जाता है कि अगर आज आप किसी समूह के खिलाफ कोई बात करते हैं तो आपकी फिल्म रोक दी जाती है, कुछ भी हो सकता है.’’
राज ठाकरे ने मुलाकात के बाद बताया, ‘सीएम ने मुझे बुलाया और पूछा कि इस विरोध को खत्म करने का क्या कोई रास्ता निकल सकता है क्या? मैंने सीएम के सामने ये मांग रखी कि जिन प्रोड्यूसरों ने पाकिस्तानी एक्टर्स को काम दिया है वो 5-5 करोड़ रुपये शहीद जवानों को या आर्मी वेलफ़ेयर फ़ंड को दे दें. साथ ही फिल्म से पहले शहीदों को श्रद्धांजली दी जाए. इसके साथ हमने ये भी मांग रखी कि किसी भी पाकिस्तानी कलाकार को काम न दिया जाए. हमारा इस फिल्म का कोई विरोध नहीं करेंगे लेकिन मुझे लगता नहीं की ये फिल्म कोई देखने जाएगा.’
आपको यह भी बता दें कि एमएनएस के अध्यक्ष राज ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा था कि अब उनकी पार्टी इस फिल्म की रिलीज का विरोध नहीं करेगी. राज ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ऐलान किया कि अब करन जौहर की फिल्म का उनकी पार्टी विरोध नहीं करेगी. राज ठाकरे ने कहा, ‘मुख्यमंत्री ने हमारी तीन मांगो को मान लिया है. हमने इस शर्त पर विरोध खत्म किया है कि अब प्रोड्यूसर्स पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम नहीं करेंगे.’
उन्होंने कहा था, ‘‘अगर हमारे देश की सेना वहां लड़ रही है तो आप नहीं कह सकते कि वे जो करना चाहते हैं करने दीजिए. ऐसे नहीं होता है. मुझे उम्मीद है कि समस्या जल्द सुलझ जाएगी और हम फिर साथ काम करने लगेंगे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर वे (पाकिस्तान) हम पर, हमारी फिल्मों और टेलीविजन पर बैन लगाते हैं. अगर वे अपने देश के साथ खड़े हैं तो हमें भी अपने देश के साथ खड़ा होना चाहिए. हम आपस में क्यों लड़ रहे हैं.’’
उन्होंने कहा था, ‘‘फिल्म उद्योग समाज की तरह बंटा हुआ है. लेकिन जहां तक धर्म की बात है तो यह नहीं है.. ‘मनोरंजन में धर्म की समस्या आती ही नहीं है’. जो भी राजनीतिक या धार्मिक स्थिति हो, हमारी फिल्मों में काम करने वाले लोग हिंदू, मुस्लिम, पारसी, इसाई हैं.’’
अजय ने कहा था कि समाज की तरह बॉलीवुड भी बंटा हुआ है लेकिन जब धर्म की बात आती है तो फिल्म उद्योग के लिए यह कोई मुद्दा नहीं है, यह इसकी ‘‘सबसे बड़ी खासियत’’ है.
आपकी जानकारी के लिए यह भी बता दें कि फिल्मकार-अभिनेता अजय देवगन ने अपनी आने वाली फिल्म ‘शिवाय’ के एक शो की पूरी कमाई उरी हमले में शहीद हुए जवानों के परिवारों को देने का फैसला किया है.
आपको बता दें कि अजय ने हाल ही में कहा था कि जब राष्ट्रवाद की बात आती है तो फिल्म उद्योग एकजुट है लेकिन जब बीच में राजनीति घुस जाती है तो यह पूरी तरह ‘‘भयभीत और कमजोर’’ हो जाता है.
उन्होंने कहा था, ‘‘जहां तक राजनीति की बात है तो हम काफी चिंतित हैं. जहां राष्ट्रवाद की बात है, मेरा मानना है कि यह (बॉलीवुड) विभाजित नहीं है.’’ उन्होंने कहा था, ‘‘हम राजनीति से दूर रहना चाहते हैं क्योंकि हम कमजोर हैं. लेकिन जब देश की बात आती है तो मैं वहां खड़ा होता हूं. लेकिन जब राजनीति की बात होती है तो ‘आप डर के चुप हो जाते हो’.’’
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